ऐसे मे ही बड़ा हाथसा होता है भीड़ भाड़ मे कुछ लोग भीड़का फ़ायदा उठाकर गड़बड़ करते है क्योंकि भीड़ मे इंसान सिर्फ अपनी सोचता है दूसरेकी नहीं और इसी चीज का फ़ायदा कोई दूसरा लेकर चलाता है
दो नंबर खिड़की प्रति टिकट कन्फर्म नहीं हुआ लेकिन दलाल को ₹4000 दिया तो टिकट स्लीपर का दिया कन्फर्म ऐसी लूट है दलाल रेलवे अधिकारियों का जो टिकट खिड़की पर बैठते हैं
भारतीय रेल मंत्रालय मैं जब लालू प्रसाद यादव जैसा अंगुठाछाप रेल मंत्री बन सका तो यही हाल होगा। 50 साल तक कोंग्रेस ने सरकार चलाई पर देश का बेड़ा ग़र्क कर दिया
Are bhai diwali chath wahi par manao apke aas paas logo ka dil bhi lagega kya gao Jana h gao Jana h aap jaha rahte ho wahi apka Ghar h gao ki chinta chodo gao ghumne ka sahi samay non festival me rakho....haa kisi ko chath me Manta maangne par pura ho jane ke baad chath me kosi bharna padta h iske liye wo log gao ka rukh karte h or sahar ke sahar wiran ho jate h inke abahav me...
Sarkar ke liye aam janta kede makode janwar ki trah hai general bogi me 100 seat ki capacity hoti hai aur bat dete hai 500 ticket to mout ka zimmedar bhi railway hi hai