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Bhopal में अतिथि: हाथों में तिरंगा और दिल में नियमतिकरण की मांग, सड़कों पर अतिथि शिक्षकों का सैलाब! 

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भोपाल में अतिथियों का हुजूम: हाथों में तिरंगा और दिल में नियमतिकरण की मांग, सड़कों पर हजारों अतिथि शिक्षकों का सैलाब!
#MadhyaPradesh #guestteacher #techerprotest #DPI #Atithishikshak #bhopal
भोपाल में उमड़ा अतिथि शिक्षकों का हुजूम
सड़कों पर उतरे प्रदेशभर के हजारों अतिथि
ज्वाइनिंग की मांग लेकर पहुंचे हैं अतिथि
भोपाल के अंबेडकर पार्क में आंदोलन
हाथों में तिरंगा, दिल में नियमतिकरण की मांग
सड़कों पर हजारों अतिथि शिक्षकों का सैलाब!
30% रिजल्ट नहीं देने वाले अतिथि ब्लैक लिस्ट
ब्लैक लिस्ट हुए अतिथि शिक्षकों ने दिया तर्क
खराब रिजल्ट के लिए सिर्फ हम जिम्मेदार नहीं
सीएम हाउस का घेराव करेंगे अतिथि शिक्षक
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10 окт 2024

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Комментарии : 313   
@umeshkumarlilhare8555
@umeshkumarlilhare8555 Месяц назад
बहुत बहुत धन्यवाद महोदय जी आपका अथिति शिक्षक का मुद्दा उठाने के लिए आभार.....
@nirbhayshingh2572
@nirbhayshingh2572 Месяц назад
जब तक लाडली बहना जैसी योजना चलती रहेगी तब तक अतिथि शिक्षकों या अन्य युवाओं को कुछ नहीं मिलेगा। सरकार फ्री की रेवड़ी से कर्ज में डूबी है।
@vivekanandyadav1994
@vivekanandyadav1994 9 дней назад
इंकलाब जिंदाबाद
@SatyamevJayate9206
@SatyamevJayate9206 Месяц назад
अगर पद खाली है तो जो शिक्षक भर्ती 2023 की दो दो परीक्षा पास किए हैं उनको सरकार नियुक्ति दे, अतिथि शिक्षक भर्ती बंद हो
@trueworld7355
@trueworld7355 Месяц назад
बिना परीक्षा के किसी को नियमित ना किया जाए।
@raghukushwaha6312
@raghukushwaha6312 28 дней назад
Bibhagiy pareeksha me jiske pass score card hai sabko samil kia jae tab pta chalega ki kon patra aur anubhabhi hai?
@Mr.Anshul-5
@Mr.Anshul-5 Месяц назад
बिना परीक्षा लिए नियमत नही किया जाना चाइये।
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@Mr.Anshul-5 ये सोचो कि Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी non-guest candidate को वो स्कूल नहीं मिलता जो उससे कम marks वाले guest teacher को मिलता है, अगर दोनो ने same भरा है तो), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? ये सत्य की लड़ाई नहीं, लालची और बेवकूफ लोगों की लड़ाई है जो मेहनती युवाओं के लिए अवसर छीन कर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और खुद को बेचारा भी बता रहे हैं।
@DevendraKumar-ck5nk
@DevendraKumar-ck5nk Месяц назад
15 साल पहले जब अतिथि रखने की शुरुआत हुईथी तभी नियम में स्पष्ट कर दिया था कि आप केवल मेहमान है जबतक कि कोई पात्रता उत्तीर्ण शिक्षक नहीं आ जाता।अगर नियमित शिक्षक बनना है तो योग्यता परीक्षा क्वालीफाई करें।इस हेतु अनुभव/आयुसीमा/आरक्षणआदि की छूट भी दी गई है।
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 29 дней назад
लाडली बहना को ज्यादा ही लाड़ दिखा के मामा की सरकार ने सिर पर बिठा लिया है। ये कैसा आंदोलन है, समझ ही नहीं आता। इन सभी अतिथि शिक्षकों ने जब फॉर्म भरे थे, उसमे साफ लिखा था कि ये एक temporary posting है, permanent नहीं है। पहले इसी बात की रजामंदी देकर ये लोग नौकरी करने लगे, फिर नियमित होने की demand कर रहे हैं, मरने की धमकी तक दे रहे हैं। सबसे बड़ी गलती इन सभी लोगों की यही रही कि ये शिवराज सिंह के प्रलोभन को वादा समझ बैठे, और नेता ने अगर कोई प्रलोभन दे दिया तो उसका मतलब ये नहीं होता कि कोई agreement sign हो गया हो। इन्हे ex cm के घर के बाहर धरना देना चाहिए। पहले ही exam में गेस्ट टीचर्स को आरक्षण मिला हुआ है, choice filling में भी प्राथमिकता मिली हुई है। अब पता नहीं ये किस प्रकार के शिक्षक हैं जिन्हे बिना परीक्षा के बस permanent होना है। खुद ने form भरते वक्त उसे अच्छे से पढ़ना जरूरी नहीं समझा, अब रो रहे हैं और अपनी गलती का दोष सरकार को दे रहे हैं। नौकरी में 10 साल हो गए थे तो बीच में कई बार परीक्षा हुई है, क्यों उस exam को नहीं निकाला? ऐसे तो ये जिन बच्चों को पढ़ाते हैं उन्हें भी यही संदेश दे रहे हैं कि अगर किसी कक्षा में ज्यादा साल निकल जाएं और परीक्षा निकालने की कुब्बत तुम में न हो तो स्कूल के बाहर आमरण अनशन का आंदोलन चालू कर देना pass हो जाओगे। पता नहीं ये लोग अपने आप को योग्य शिक्षक बोल कैसे रहे हैं। और ये लोग इसे सत्य की लड़ाई का नाम भी दे रहे हैं। ये कोई सत्य की लड़ाई नहीं है, ये लालच की लड़ाई है। लालच ये कि बिना mehnat के जो इनकी संविदा नियुक्ति थी उसे permanent कर दिया जाए जिसपर इन्होंने खुद ने रजामंदी दी थी उसी बात को झुठला कर नई सरकार को ये लोग दोष देकर आंदोलन चला रहे हैं और बेवकूफ मीडिया इसका support भी कर रहा है, opposition फायदा उठा रहा है और युवा जो इतने सालों से मेहनत कर रहे हैं उनका कोई नहीं सोच रहा।
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@DevendraKumar-ck5nk मुझे तो कोई ये समझा दो कि 70000 भी नहीं, अगर 50000 को भी permanent कर दिया तो सरकार आगे भर्ती निकालेगी कैसे ? जिस शिवराज ने इन लोगों को लालच दिया नियमित होने का, वही शिवराज लाडली बहनों को फ्री का पैसा देने का वादा करके सटक लिए। अब प्रदेश का जो पैसा salary देने में लगता, वो तो लाडलियों में बंट रहा है। इसे बंद किया अगर मोहन सरकार ने तो वो भी इन्ही अतिथियों के जैसे सड़क पर आकर रोने लगेंगी। प्रदेश के लोगों को फ्री का खाने की आदत डाल दी शिवराज सिंह ने। सरकार के पास funds ही तो नहीं हैं इसी कारण इतने साल अतिथियों से काम चला रही है, पैसा होता तो हर साल vacancy निकलती, न अतिथि शिक्षक इतने समय तक लगे रहते और न अभ्यर्थी नौकरी की vacancy का हर साल इंतजार करते। अब अतिथि कहने लगे permanent कर दो। इन्हे तो रखा ही इसलिए था कि कम पैसों में काम चलता रहे वर्ना इनसे बहुत ज्यादा योग्य अभ्यर्थी फॉर्म का पैसा जमा करके exam निकाल के उस अच्छी salary को deserve करते हैं। और Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी मुझे वो स्कूल नहीं मिला जो मुझसे कम marks वाले guest teacher को मिला), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? अगर कोई शिक्षक 80% result दे रहा है कक्षा में तो जाहिर सी बात है कि exam निकाल ही लेगा। ये सत्य की लड़ाई नहीं लालची और बेईमान लोगों की लड़ाई है।
@anandsahu700
@anandsahu700 Месяц назад
👉एक ही माँग सिर्फ- गुरुजीओं की तर्ज पर नियमितिकरण हो🙏🙏और जो बाहर हो गये हैं.. उनको न्योक्ति दी जाए न की नये वालो को..
@pushpendrasinghmourya9678
@pushpendrasinghmourya9678 Месяц назад
श्री मान अथिति का अर्थ नियमित नहीं होता है और साथ में आपके लिए नियमित शिक्षक भर्ती भी हुई है और 30% रिजल्ट आप दे नहीं पाए हैं और कहते हैं कि नए अथिति को मौका न मिले भाई वाह !
@Knowledge_287
@Knowledge_287 Месяц назад
@@anandsahu700 शिक्षक भर्ती में दम दिखाया और शिक्षक बने , मुफ्त में कुछ नही मिलता , हजारों बेरोजगार मर रहे है वो किया करेंगे
@nirbhayshingh2572
@nirbhayshingh2572 Месяц назад
जब तक लाडली बहना जैसी योजना चलती रहेगी तब तक अतिथि शिक्षकों या अन्य युवाओं को कुछ नहीं मिलेगा। सरकार फ्री की रेवड़ी से कर्ज में डूबी है।
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 29 дней назад
​@@nirbhayshingh2572 😂😂 लाडली बहना को ज्यादा ही लाड़ दिखा के मामा की सरकार ने सिर पर बिठा लिया है। ये कैसा आंदोलन है, समझ ही नहीं आता। इन सभी अतिथि शिक्षकों ने जब फॉर्म भरे थे, उसमे साफ लिखा था कि ये एक temporary posting है, permanent नहीं है। पहले इसी बात की रजामंदी देकर ये लोग नौकरी करने लगे, फिर नियमित होने की demand कर रहे हैं, मरने की धमकी तक दे रहे हैं। सबसे बड़ी गलती इन सभी लोगों की यही रही कि ये शिवराज सिंह के प्रलोभन को वादा समझ बैठे, और नेता ने अगर कोई प्रलोभन दे दिया तो उसका मतलब ये नहीं होता कि कोई agreement sign हो गया हो। इन्हे ex cm के घर के बाहर धरना देना चाहिए। पहले ही exam में गेस्ट टीचर्स को आरक्षण मिला हुआ है, choice filling में भी प्राथमिकता मिली हुई है। अब पता नहीं ये किस प्रकार के शिक्षक हैं जिन्हे बिना परीक्षा के बस permanent होना है। खुद ने form भरते वक्त उसे अच्छे से पढ़ना जरूरी नहीं समझा, अब रो रहे हैं और अपनी गलती का दोष सरकार को दे रहे हैं। नौकरी में 10 साल हो गए थे तो बीच में कई बार परीक्षा हुई है, क्यों उस exam को नहीं निकाला? ऐसे तो ये जिन बच्चों को पढ़ाते हैं उन्हें भी यही संदेश दे रहे हैं कि अगर किसी कक्षा में ज्यादा साल निकल जाएं और परीक्षा निकालने की कुब्बत तुम में न हो तो स्कूल के बाहर आमरण अनशन का आंदोलन चालू कर देना pass हो जाओगे। पता नहीं ये लोग अपने आप को योग्य शिक्षक बोल कैसे रहे हैं। और ये लोग इसे सत्य की लड़ाई का नाम भी दे रहे हैं। ये कोई सत्य की लड़ाई नहीं है, ये लालच की लड़ाई है। लालच ये कि बिना mehnat के जो इनकी संविदा नियुक्ति थी उसे permanent कर दिया जाए जिसपर इन्होंने खुद ने रजामंदी दी थी उसी बात को झुठला कर नई सरकार को ये लोग दोष देकर आंदोलन चला रहे हैं और बेवकूफ मीडिया इसका support भी कर रहा है, opposition फायदा उठा रहा है और युवा जो इतने सालों से मेहनत कर रहे हैं उनका कोई नहीं सोच रहा।
@Udan-o6q
@Udan-o6q Месяц назад
उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2023 (वर्ग 1) के चयनित मेरिट होल्डर्स अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी किजिए।# UMS 2023 नियुक्ति आदेश जारी करो।
@nirbhayshingh2572
@nirbhayshingh2572 Месяц назад
जब तक लाडली बहना जैसी योजना चलती रहेगी तब तक अतिथि शिक्षकों या अन्य युवाओं को कुछ नहीं मिलेगा। सरकार फ्री की रेवड़ी से कर्ज में डूबी है।
@rajpatel7378
@rajpatel7378 Месяц назад
👏👏 वर्ग 1 चयनित शिक्षकों 2023 के ज्वाइनिंग लेटर जारी करो स्कूलो मै 18 sep, से एग्जाम स्टार्ट हो रहे है 🔥💥
@Choudhary_academy
@Choudhary_academy Месяц назад
बहुत सारे टीचर्स तो वर्ग 2 और 3 2018 एवम 2023 में पात्र भी नही हो सके तो फिर अतिथि शिक्षको का नियमितीकरण कैसे संभव है😮 और ऐसे तो प्राइवेट टीचर्स भी नियमितीकरण मांग करने लग जाए तो अव्यवस्था हो जाएगी और अतिथि शिक्षक भी तो भर्ती परीक्षा में शामिल होकर सरकारी शिक्षक बन सकते है
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@Choudhary_academy सरकार अतिथि भर्ती निकालती ही इसलिए है क्योंकि उनके पास मोटी सैलरी देने funds हैं ही नहीं तभी तो guest teacher का प्रावधान इन्होंने कम salary पर काम करवाने का निकाला था जो temporary basis पर नियुक्त हुए थे। Funds शिवराज अपनी लाडली बहनों पर लुटा गए और प्रदेश का पैसा फालतू में बरबाद कर दिया। यही वजह है कि guest teachers से ही काम चलता रहा। अब कोई कहे कि हमको permanent करदो तो सरकार ने नियमित की सैलरी afford ना कर पाने के कारण ही इतने साल guest teachers से काम चलाया है और नियमित शिक्षक नियुक्ति हर साल करा नहीं पाई। नहीं तो guest teachers से कई ज्यादा experienced, trained और योग्य शिक्षक भरे पड़े हैं। अब रही बात प्रलोभन की, तो प्रलोभन सरकार ने नहीं दिया था। सरकार की हर बात लिखित में होती है। प्रलोभन दिया था नेता ने (congress party ने अपने votes के लिए, और शिवराज सिंह ने जब वो सिर्फ एक चुनावी प्रत्याशी थे, सीएम की position पर नहीं थे।) ये गलती कहो या बेवकूफी जो ये लोग अपने लालच के कारण उस प्रलोभन के शिकार हो गए। लालच ये कि बिना selection test दिए नियमित हो जाएंगे और बेवकूफी ये कि खुद जब guest teacher का फॉर्म भरा तो उस फॉर्म में sign करके रजामंदी भी दे दी कि हां हम अतिथि के तौर पर काम करने तैयार हैं और कभी भी बहाली के लिए तैयार हैं। अतिथि का तो मतलब ही मेहमान है, जो घर आता है तो कभी न कभी उसे जाना ही पड़ता है। नौकरी में 10 साल हो गए थे तो बीच में कई बार परीक्षा हुई है, क्यों उस exam को नहीं निकाला? ऐसे तो ये जिन बच्चों को पढ़ाते हैं उन्हें भी यही संदेश दे रहे हैं कि अगर किसी कक्षा में ज्यादा साल निकल जाएं और परीक्षा निकालने की कुब्बत तुम में न हो तो स्कूल के बाहर आमरण अनशन का आंदोलन चालू कर देना pass हो जाओगे। या जो failed बच्चे रह गए हैं उनकी आपस में परीक्षा करा के पास कर दिए जाओगे। जितनी इन्होंने सेवा दी है, उसका इन्हे फल भी दिया है सरकार ने। Reservation है इनके पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी मुझे वो स्कूल नहीं मिला जो मुझसे कम marks वाले guest teacher को मिला), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks ka tha, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। पता नहीं इस लड़ाई को ये लोग कैसे सत्य की लड़ाई कह रहे हैं, ये सिर्फ लोभ और लालच की लड़ाई है। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहा हो? अगर कोई शिक्षक 80% result दे रहा है कक्षा में तो जाहिर सी बात है कि exam निकाल ही लेगा।
@poojanir
@poojanir 29 дней назад
अगर अतिथि शिक्षकों में योग्यता है तो एग्जाम क्यो नई निकलता ।ऐसे अगर नियमित कर दोगे तो जो योग्य है और एग्जाम में अच्छा स्कोर किया है उनका क्या होगा ।
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@poojanir ये सोचो कि Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी non-guest candidate को वो स्कूल नहीं मिलता जो उससे कम marks वाले guest teacher को मिलता है, अगर दोनो ने same भरा है तो), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? ये सत्य की लड़ाई नहीं, लालची और बेवकूफ लोगों की लड़ाई है जो मेहनती युवाओं के लिए अवसर छीन कर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और खुद को बेचारा भी बता रहे हैं।
@namefame3125
@namefame3125 Месяц назад
अतिथि शिक्षक सड़क पर ❌️ मध्यप्रदेश की शिक्षा व्यवस्था सड़क पर ✅️
@govardhanbadagujar3855
@govardhanbadagujar3855 Месяц назад
अतिथि शिक्षक नियमित किया जाय
@nirbhayshingh2572
@nirbhayshingh2572 Месяц назад
जब तक लाडली बहना जैसी योजना चलती रहेगी तब तक अतिथि शिक्षकों या अन्य युवाओं को कुछ नहीं मिलेगा। सरकार फ्री की रेवड़ी से कर्ज में डूबी है।
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@govardhanbadagujar3855 मुझे तो आप ये समझा दो कि 70000 भी नहीं, अगर 50000 को भी permanent कर दिया तो सरकार आगे भर्ती निकालेगी कैसे ? जिस शिवराज ने इन लोगों को लालच दिया नियमित होने का, वही शिवराज लाडली बहनों को फ्री का पैसा देने का वादा करके सटक लिए। अब प्रदेश का जो पैसा salary देने में लगता, वो तो लाडलियों में बंट रहा है। इसे बंद किया अगर मोहन सरकार ने तो वो भी इन्ही अतिथियों के जैसे सड़क पर आकर रोने लगेंगी। प्रदेश के लोगों को फ्री का खाने की आदत डाल दी शिवराज सिंह ने। सरकार के पास funds ही तो नहीं हैं इसी कारण इतने साल अतिथियों से काम चला रही है, पैसा होता तो हर साल vacancy निकलती, न अतिथि शिक्षक इतने समय तक लगे रहते और न अभ्यर्थी नौकरी की vacancy का हर साल इंतजार करते। पहले तो खुद उस फॉर्म पर इन लोगों ने sign किए जिसमे साफ लिखा था कि ये permanent post नही है, कभी भी बहाली हो जाएगी। खुद रजामंदी देके अब अतिथि कहने लगे permanent कर दो। इन्हे तो रखा ही इसलिए था कि कम पैसों में काम चलता रहे वर्ना इनसे बहुत ज्यादा योग्य अभ्यर्थी फॉर्म का पैसा जमा करके exam निकाल के उस अच्छी salary को deserve करते हैं। और Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी non-guest candidate को वो स्कूल नहीं मिलता जो उससे कम marks वाले guest teacher को मिलता है, अगर दोनो ने same भरा है तो), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? अगर कोई शिक्षक 80% result दे रहा है कक्षा में तो जाहिर सी बात है कि exam निकाल ही लेगा। ये सत्य की लड़ाई नहीं लालची और बेईमान लोगों की लड़ाई है जो मेहनती युवाओं के लिए अवसर छीन कर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और खुद को बेचारा भी बता रहे हैं।
@rambabukuahwah5525
@rambabukuahwah5525 Месяц назад
नियमित किया जाए अतिथि शिक्षक
@SatyamevJayate9206
@SatyamevJayate9206 Месяц назад
अतिथि शिक्षक भर्ती को बंद करे सरकार
@vinayaktripathi5241
@vinayaktripathi5241 Месяц назад
आदरणीय मुख्यमंत्री जी को मध्य प्रदेश के अतिथि शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित कर देना चाहिए। महापंचायत में की गई, सभी मांगों को पूरा करें। जय अतिथि शिक्षक संघ... जय अतिथि शिक्षक
@krishankantpatel6170
@krishankantpatel6170 Месяц назад
Ji
@himanshuverma8191
@himanshuverma8191 Месяц назад
Verg 2 ki vacancy ki mang ku nahi kr rhe. Khud exam dekr nokri lene ki bat ku nahi kr rha .. Aap योग्य ho to exam dekr bhi permanent ho jaoge.. Muftkhor he sare ke sare
@mohitsinghchouhan1576
@mohitsinghchouhan1576 Месяц назад
bhai in atithi ki nokri ke chakkar me mt rho dusre kam pr dhyan do govt ke bharose mt rho 5 -6 mahine ki nokri kr ke 6 se 7 mahine free bethna ek pagl pn se jyada kuch nhi ye atithi ka nimitikaran ek kalpnik hakikat,he logo ki zindgi barbad ho gai is skim ke chakkar me waqt he sambhal jao😮
@roshnijatav3043
@roshnijatav3043 Месяц назад
नियमित होना चाहिए
@nirbhayshingh2572
@nirbhayshingh2572 Месяц назад
जब तक लाडली बहना जैसी योजना चलती रहेगी तब तक अतिथि शिक्षकों या अन्य युवाओं को कुछ नहीं मिलेगा। सरकार फ्री की रेवड़ी से कर्ज में डूबी है।
@starrock5818
@starrock5818 Месяц назад
इतने ही योग्य अपने आप को बताते हैं अतिथि शिक्षक, तो वर्ग 1,2,3 के परीक्षा में चयन क्यु नहीं ले पाये, आरक्षण मिलने के बाद भी, लोगो को बिना किसी परीक्षा के फ्री में नौकरी चाहिए😂
@karansinghihorce2284
@karansinghihorce2284 Месяц назад
Ol,right,sir
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@starrock5818 ये सोचो कि Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी non-guest candidate को वो स्कूल नहीं मिलता जो उससे कम marks वाले guest teacher को मिलता है, अगर दोनो ने same भरा है तो), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? ये सत्य की लड़ाई नहीं, लालची और बेवकूफ लोगों की लड़ाई है जो मेहनती युवाओं के लिए अवसर छीन कर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और खुद को बेचारा भी बता रहे हैं।
@Dwarkachoudhary-e3m
@Dwarkachoudhary-e3m Месяц назад
Bhai पेपर कराया जाए क्युकी सरकारी स्कूलों में अच्छे teacher की जरूरत है गरीब बच्चे पड़ते हैं और इनको जॉब चाहिए पड़ाते कुछ नही इनमे से एक भी इंग्लिश मीडियम बल नही होगा सरकार exam me कड़ी कठनाई बाला ले जब अच्छे teacher मिलेगे, me khud guest teacher hu biology but mare school me or teacher kuch nahi पड़ाते क्या करे सब अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम मे पड़ाते है और गरीबों के बच्चों को हर कुछ भाई तुम भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूल मे साथ ले जाए😢😢😢😢
@skjayswal2005
@skjayswal2005 Месяц назад
Bilkul
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
मुझे तो कोई ये समझा दे कोई कि 70000 भी नहीं, अगर 50000 को भी permanent कर दिया तो सरकार आगे भर्ती निकालेगी कैसे ? जिस शिवराज ने इन लोगों को लालच दिया नियमित होने का, वही शिवराज लाडली बहनों को फ्री का पैसा देने का वादा करके सटक लिए। अब प्रदेश का जो पैसा salary देने में लगता, वो तो लाडलियों में बंट रहा है। इसे बंद किया अगर मोहन सरकार ने तो वो भी इन्ही अतिथियों के जैसे सड़क पर आकर रोने लगेंगी। प्रदेश के लोगों को फ्री का खाने की आदत डाल दी शिवराज सिंह ने। सरकार के पास funds ही तो नहीं हैं इसी कारण इतने साल अतिथियों से काम चला रही है, पैसा होता तो हर साल vacancy निकलती, न अतिथि शिक्षक इतने समय तक लगे रहते और न अभ्यर्थी नौकरी की vacancy का हर साल इंतजार करते। अब अतिथि कहने लगे permanent कर दो। इन्हे तो रखा ही इसलिए था कि कम पैसों में काम चलता रहे वर्ना इनसे बहुत ज्यादा योग्य अभ्यर्थी फॉर्म का पैसा जमा करके exam निकाल के उस अच्छी salary को deserve करते हैं। और Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी मुझे वो स्कूल नहीं मिला जो मुझसे कम marks वाले guest teacher को मिला), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? अगर कोई शिक्षक 80% result दे रहा है कक्षा में तो जाहिर सी बात है कि exam निकाल ही लेगा। ये सत्य की लड़ाई नहीं लालची और बेईमान लोगों की लड़ाई है।
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@Dwarkachoudhary-e3m ये सोचो कि Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी non-guest candidate को वो स्कूल नहीं मिलता जो उससे कम marks वाले guest teacher को मिलता है, अगर दोनो ने same भरा है तो), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? ये सत्य की लड़ाई नहीं, लालची और बेवकूफ लोगों की लड़ाई है जो मेहनती युवाओं के लिए अवसर छीन कर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और खुद को बेचारा भी बता रहे हैं।
@मैथ्सटीचिंग
बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय
@swapnilgupta4570
@swapnilgupta4570 Месяц назад
Ye exam clear krke सिलेक्शन kyu nhi lete...paper nikale or selection le...isliy ab guest ko bhgaa dena chahiye..
@krishnakanoje9066
@krishnakanoje9066 Месяц назад
Bina exam ke niyamit nhi hona chahiye athithi ko hota dena chahiye bharti krna chahiye me 10 shal se tayari kr rha hu
@prakashdawar3173
@prakashdawar3173 Месяц назад
नियमित करने कि मांग गलत है लेकिन महापंचायत कि मांग पुरी करनी चाहिए।
@skjayswal2005
@skjayswal2005 Месяц назад
Nhi hone chahiye Govt vacancy nikale jiska merit name aaye sirf usi ka selection Ho Ye guest teacher ka system Band hona chahiye
@devilalbankolia2789
@devilalbankolia2789 Месяц назад
ये सभी वहीं guest teacher हैं जो परीक्षा पास नहीं कर सकते है एमपी के बच्चों को योग्य शिक्षक को की जरूरत है
@SatyamevJayate9206
@SatyamevJayate9206 Месяц назад
बिना परीक्षा पास किए और अलग से 25 प्रतिशत पद रिजर्व किए रहते हैं ऊपर से नियमित भी करना वाह वाह जो परीक्षा पास करते हैं वो तो मूर्ख हैं बेचारे, यही केवल होशियार है
@TheSMStudy
@TheSMStudy Месяц назад
25 प्रतिशत वाली नीति जब जानोगे तब ज्ञान नही बांटोगे
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 29 дней назад
​​@@TheSMStudyआप समझा दीजिए। मुझे तो यही पता है कि exam में अतिथियों को पहले ही reservation मिला हुआ है और choice filling में प्राथमिकता भी मिली हुई है। और इसके आगे मुझे ये भी जानकारी है कि अतिथि शिक्षक का जब form भरा होता है उसमे साफ लिखा होता है कि ये एक संविदा जैसी नियुक्ति है ये permanent post नहीं है, इसी बात की रजामंदी देकर sign होने के बाद फॉर्म जमा होता है। अब जिस बात पर पहले राजी हुए थे उसी को बेबुनियाद बता कर और एक नेता के प्रलोभन में आकर सरकार से लड़ना कहां तक उचित है? उस नेता से लड़ना चाहिए न कि सरकार से। प्रलोभन में आए ही अतिथि शिक्षक इसलिए क्योंकि इन्हें बिना exam face किए direct नौकरी का लालच था और इस लड़ाई को ये सत्य की लड़ाई का नाम देते हैं।
@TheSMStudy
@TheSMStudy 29 дней назад
@@surbhiraghuwanshi5819 सरकार अतिथि शिक्षक क्यों रखती है नियमित शिक्षक रखे 1 लाख पद खाली हैं आप ये बताओ जो 30साल में पढ़ाना चालू किया और 15 साल बाद वह 45 वर्ष का हो गया अब वो क्या करे आखिर है तो शिक्षक इसी उम्मीद में है कि कभी सरकार भविष्य सुरक्षित करेगी कोई नियमित भर्ती में लाभ ही देगी लेकिन कुछ नहीं मिलता आप एक बात बताओ यदि मैं कहूं कि जो अतिथि शिक्षक नहीं है उसे 75% आरक्षण है तो क्या ये सही है नहीं न इसी तरह 25% आरक्षण सिर्फ दिखावा है वास्तव में अतिथि शिक्षक को लाभ नहीं मिलता क्योकि आरक्षण में तो जो टाप मेरिट में आता है वो तो जनरल काउन्ट होता है लेकिन अतिथि शिक्षक को 25% सीटों में बांध दिया है 25% सीटों में तो वैसे ही हो जाएगें न दे सरकार क्योंकि यदि 100 में से 100 अंक कोई अतिथि लाया तो एक सीट तो ले गया अतिथि वाली क्या इसी को आरक्षण कहते है बताओ आरक्षण में भी st/sc/obc/ews/femal अतिथि में बांट दिया क्या मतलब अतिथि मतलब अतिथि
@SatyamevJayate9206
@SatyamevJayate9206 28 дней назад
@@surbhiraghuwanshi5819 बहुत सही
@zabasiddiqui7414
@zabasiddiqui7414 Месяц назад
Bohot dhamewad aapne atithiyon ki news dikhai😢😢😢
@amitmishra300
@amitmishra300 Месяц назад
मंत्रियों की बात का बेमौसम बरसात का कोई भरोसा कोई भरोसा नही हे।
@rajpriyankathakur3053
@rajpriyankathakur3053 Месяц назад
Lakho log ded bed karke exam ki preparation kar rahe hai.sabhi ko avasar Diya Jaye.
@anilsoni3580
@anilsoni3580 Месяц назад
बंगाल और मध्य प्रदेश में एक ही फर्क है, बंगाल में समाज की हत्या और मर्डर होता है और मध्य प्रदेश में समाज का शोषण होता है।
@rajachouhan1648
@rajachouhan1648 Месяц назад
Dr.mohan sarkar krapya dhayn de अतिथि शिक्षको की और। बहुत पीड़ित है अतिथि शिक्षक
@SandeepSingh-cu8wr
@SandeepSingh-cu8wr Месяц назад
Atithi banane ke liye kon sa exam kiya tha
@himanshuverma8191
@himanshuverma8191 Месяц назад
​Bhanja bhatija yojna ke अंतर्गत bane he sab अतिथि 😂
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@rajachouhan1648 मुझे तो कोई ये समझा दो कि 70000 भी नहीं, अगर 50000 को भी permanent कर दिया तो सरकार आगे भर्ती निकालेगी कैसे ? जिस शिवराज ने इन लोगों को लालच दिया नियमित होने का, वही शिवराज लाडली बहनों को फ्री का पैसा देने का वादा करके सटक लिए। अब प्रदेश का जो पैसा salary देने में लगता, वो तो लाडलियों में बंट रहा है। इसे बंद किया अगर मोहन सरकार ने तो वो भी इन्ही अतिथियों के जैसे सड़क पर आकर रोने लगेंगी। प्रदेश के लोगों को फ्री का खाने की आदत डाल दी शिवराज सिंह ने। सरकार के पास funds ही तो नहीं हैं इसी कारण इतने साल अतिथियों से काम चला रही है, पैसा होता तो हर साल vacancy निकलती, न अतिथि शिक्षक इतने समय तक लगे रहते और न अभ्यर्थी नौकरी की vacancy का हर साल इंतजार करते। अब अतिथि कहने लगे permanent कर दो। इन्हे तो रखा ही इसलिए था कि कम पैसों में काम चलता रहे वर्ना इनसे बहुत ज्यादा योग्य अभ्यर्थी फॉर्म का पैसा जमा करके exam निकाल के उस अच्छी salary को deserve करते हैं। और Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी मुझे वो स्कूल नहीं मिला जो मुझसे कम marks वाले guest teacher को मिला), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? अगर कोई शिक्षक 80% result दे रहा है कक्षा में तो जाहिर सी बात है कि exam निकाल ही लेगा। ये सत्य की लड़ाई नहीं लालची और बेईमान लोगों की लड़ाई है।
@ashishmishra1758
@ashishmishra1758 Месяц назад
Sarkar ko atithi sikshak band hi kr denachahiye permanent ke liye test karwaye aur bharti kare
@RahulGEdits
@RahulGEdits Месяц назад
bansal news digital ka bahut bahut dhanyawad aapne hmesha hmari khabaron ko pramukhta di🙏🏽🇮🇳
@dineshkhichi802
@dineshkhichi802 Месяц назад
Exam hona chahiye...
@tribhuvan3614
@tribhuvan3614 Месяц назад
Jo aritthi pariksha pass h unhe hi niyamit kar de
@SSssA2406
@SSssA2406 Месяц назад
Right I am M.A B.Ed in English and ctet paper 2 +tet grade1 &2 + ITI COPA qualified. mujhe CBSE school me padhate 5 saal ho gaye 7500 se jyada salary nahi hai isse better hota ki kisi source se mai bhi guest teacher ban jati to shayad aise shortcut se regular teacher banne ka mauka mil jata.😢😢😢
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@SSssA2406 ये सोचो कि Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी non-guest candidate को वो स्कूल नहीं मिलता जो उससे कम marks वाले guest teacher को मिलता है, अगर दोनो ने same भरा है तो), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? ये सत्य की लड़ाई नहीं, लालची और बेवकूफ लोगों की लड़ाई है जो मेहनती युवाओं के लिए अवसर छीन कर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और खुद को बेचारा भी बता रहे हैं।
@SSssA2406
@SSssA2406 9 дней назад
@@surbhiraghuwanshi5819 बात तो आपकी १००% सत्य है 👍🏼
@harisinghazaad1033
@harisinghazaad1033 Месяц назад
एग्जाम में टेट पास करो 25% तो से ही दिया।
@himankpathak5075
@himankpathak5075 Месяц назад
Sir ji 108 no hindi varg 2 . Varg 3 . Varg ek pass hai 7 sal atithi the. Apke kitne no aye. Jab vacancy nahi ayegi to 25℅ arashad keya kare
@sukhramahirwar2626
@sukhramahirwar2626 Месяц назад
मीडिया भाईयों को धन्यवाद है अतिथि शिक्षक संघ जिंदाबाद
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@sukhramahirwar2626 मुझे तो कोई ये समझा दो कि 70000 भी नहीं, अगर 50000 को भी permanent कर दिया तो सरकार आगे भर्ती निकालेगी कैसे ? जिस शिवराज ने इन लोगों को लालच दिया नियमित होने का, वही शिवराज लाडली बहनों को फ्री का पैसा देने का वादा करके सटक लिए। अब प्रदेश का जो पैसा salary देने में लगता, वो तो लाडलियों में बंट रहा है। इसे बंद किया अगर मोहन सरकार ने तो वो भी इन्ही अतिथियों के जैसे सड़क पर आकर रोने लगेंगी। प्रदेश के लोगों को फ्री का खाने की आदत डाल दी शिवराज सिंह ने। सरकार के पास funds ही तो नहीं हैं इसी कारण इतने साल अतिथियों से काम चला रही है, पैसा होता तो हर साल vacancy निकलती, न अतिथि शिक्षक इतने समय तक लगे रहते और न अभ्यर्थी नौकरी की vacancy का हर साल इंतजार करते। अब अतिथि कहने लगे permanent कर दो। इन्हे तो रखा ही इसलिए था कि कम पैसों में काम चलता रहे वर्ना इनसे बहुत ज्यादा योग्य अभ्यर्थी फॉर्म का पैसा जमा करके exam निकाल के उस अच्छी salary को deserve करते हैं। और Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी मुझे वो स्कूल नहीं मिला जो मुझसे कम marks वाले guest teacher को मिला), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? अगर कोई शिक्षक 80% result दे रहा है कक्षा में तो जाहिर सी बात है कि exam निकाल ही लेगा। ये सत्य की लड़ाई नहीं लालची और बेईमान लोगों की लड़ाई है।
@akshaypandey7172
@akshaypandey7172 Месяц назад
Bhut hi badiya andolan ❤❤
@jitendrapratap3247
@jitendrapratap3247 Месяц назад
जय अतिथि शिक्षक विजय अतिथि
@vinodjaiswal4488
@vinodjaiswal4488 Месяц назад
Thank u so much for covering this burning issue
@dileeptandey4832
@dileeptandey4832 Месяц назад
Absolutely right guest teachers ko parmanent Kiya Jaye Govt of MP
@Knowledge_287
@Knowledge_287 Месяц назад
अतिथि के कारण लाखो बेरोजगार है ,, भर्ती परीक्षा में शामिल हो और शिक्षक बने।। अतिथि हटाओ , शिक्षक पद बड़ाओ ।।🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
@nitesh_pusham25
@nitesh_pusham25 Месяц назад
शांत बैठ , जिसका उम्र हो चुका है वो परीक्षा में कैसे बैठेगा जो 40 पार के है अतिथि शिक्षक जिनका अनुभव 10 साल से ऊपर है
@Knowledge_287
@Knowledge_287 Месяц назад
@@nitesh_pusham25 तू शांत बैठ , 10 साल में भर्ती परीक्षा में पास नही हो पाए तो अब नियमित भी नही होंगे ।।
@SatyamevJayate9206
@SatyamevJayate9206 Месяц назад
@@nitesh_pusham25 तो जो लोग परीक्षा पास किए हैं वो घास छीलें और तुम नियुक्ति पाओ, बहुत होशियार हो
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 29 дней назад
​@@nitesh_pusham25 Guest teacher का मतलब ही होता है अतिथि शिक्षक इस से साफ जाहिर है कि ये नौकरी permanent नहीं होती। जब फॉर्म भरा होता है, उसमे साफ लिखा होता है कि ये एक temporary नियुक्ति है, permanent नहीं है। इसी रजामंदी के साथ फॉर्म भरा होता है। पहले offline form भरा होता था, अब online होता है, लेकिन ये बात लिखी होती है form में। पहले अतिथि शिक्षक बनने की रजामंदी इन लोगो ने दी और फिर अब नियमित होने की मांग कर रहे हैं और अपनी गलती का दोष सरकार को दे रहे हैं। नियमित होने के लिए इतने साल तक नौकरी के साथ तैयारी करके exam निकालना था या पहले ही नियमित भर्ती में भाग लेना था। अनुभव के आधार पर bonus marks की डिमांड करना फिर भी ठीक है पर बिना exam निकाले सिर्फ अपनी अतिथि की post को permanent होने की demand ये पढ़े लिखे लोग कैसे कर रहे हैं? ये ईमानदार कैसे हुए? और ईमानदार नहीं तो कैसे अपने आप को एक सही शिक्षक कह सकेंगे? अब अगर ex सीएम शिवराज सिंह की बातों में लग के या congress govt के वादे के कारण ये आंदोलन चल रहा है तो फिर ex cm या congress office जाकर धरना देना था। लेकिन अपनी ही रजामंदी देने पर कि हां हम अतिथि के तौर पर काम करने तैयार हैं, फिर नियमित होने की demand पता नहीं कहां से इन सभी को सही लगती है? जबकि exam में भी पहले से ही reservation भी अतिथि शिक्षकों को मिला हुआ है, choice filling में भी प्राथमिकता दी हुई है। इस सब के बाद भी धरना देकर permanent post की नौकरी हासिल करने की ये जंग फिजूल है। ये इन सब की काबिलियत को नहीं बल्कि shortcut से बिना मेहनत के मोटी salary की डिमांड को दर्शाता है। ये अपने पढ़ाए हुए बच्चों को भी यही संदेश दे रहे हैं कि किसी कक्षा में ज्यादा सालों तक बैठे हो और exam निकाल पाने की कुब्बत न हो तो आमरण अनशन करके पास होने के लिए आंदोलन कर देना, अगली class में promote हो जाओगे। विभागीय परीक्षा भी ये लोग इसलिए चाहते हैं जिससे इन्हे tough competition का सामना न करना पड़े। और अपनी इस लड़ाई को ये लोग संघर्ष और सत्य की लड़ाई का नाम दे रहे हैं। ये सब लालची हैं जो बिना exam की तैयारी के permanent होने के प्रलोभन में आ गए और अब अपने लालच को सत्य की लड़ाई कह के खूब दोषारोपण कर रहे हैं।
@shekharsudhanshu7671
@shekharsudhanshu7671 Месяц назад
Kuch nahi hona hai Madhya Pradesh mein log daily basis par nokri karte hue retirement ho jaata hai...😢😢😢
@swatijaiswal278
@swatijaiswal278 Месяц назад
Bilkul sahi kaha inhone
@nandramahirwar9766
@nandramahirwar9766 Месяц назад
Atithiyo pakka Hona chahiye
@vikasdamor
@vikasdamor Месяц назад
Ye wo atithi hai jo quality exam clear nhi kr paai wo inko parmanent job cahiye 😂😂
@TheSMStudy
@TheSMStudy Месяц назад
Jab atithi shikshak ke bare me jankari nhi hai to gyan mat diya karo tum kitne number paye ho batao jara
@ravibarman6256
@ravibarman6256 Месяц назад
नियमितीकरण होना चाहिए
@manojsinghrathour9157
@manojsinghrathour9157 Месяц назад
अतिथि शिक्षकों को नियमित किया जाए
@Solidstudyby
@Solidstudyby Месяц назад
Kyo kiya jaye vicency nikali jaye or sabko moka mile
@Mahendrachaurasia-tk4ln
@Mahendrachaurasia-tk4ln 24 дня назад
🎉🎉🎉🎉🎉good guest teacher
@ajaykumarchaturvedi7693
@ajaykumarchaturvedi7693 Месяц назад
Bhut badiya bansal news❤
@manikparteparte3265
@manikparteparte3265 Месяц назад
सिंधिया जी ने तो अतिथि शिक्षकों के लिए सरकार गिरवा दिया था ना उसके लिए कुछ नहीं बोलोगे
@pinkijhala2250
@pinkijhala2250 Месяц назад
ओर दो वोट भाजपा को
@news.sgptak
@news.sgptak Месяц назад
नियमितीकरण करना चाहिए
@Dsmathszone
@Dsmathszone Месяц назад
महापंचायत के आदेश करवाओ सरकार
@jyotipanwar394
@jyotipanwar394 Месяц назад
अतिथि शिक्षक की भर्ती की जाए
@santoshcharariya7639
@santoshcharariya7639 Месяц назад
Jai ho
@PiyushKumar-jz8mw
@PiyushKumar-jz8mw Месяц назад
अतिथि शिक्षक स्कूल में बहुत मेहनत करता हूं उसको परमानेंट किया जाए
@varunnamdev8993
@varunnamdev8993 Месяц назад
#मप्र_वर्ग1_2023_पद_बढ़ाओ
@mrigankverma1992
@mrigankverma1992 Месяц назад
किसी को नियमित नही करना चाहिए... पढ़ाना ही है तो अतिथि में पढ़ाओ.... की नियमित हो कर अलाली करनी है..
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@mrigankverma1992 आप ये सोचो कि 70000 भी नहीं, अगर 50000 को भी permanent कर दिया तो सरकार आगे भर्ती निकालेगी कैसे ? जिस शिवराज ने इन लोगों को लालच दिया नियमित होने का, वही शिवराज लाडली बहनों को फ्री का पैसा देने का वादा करके सटक लिए। अब प्रदेश का जो पैसा salary देने में लगता, वो तो लाडलियों में बंट रहा है। इसे बंद किया अगर मोहन सरकार ने तो वो भी इन्ही अतिथियों के जैसे सड़क पर आकर रोने लगेंगी। प्रदेश के लोगों को फ्री का खाने की आदत डाल दी शिवराज सिंह ने। सरकार के पास funds ही तो नहीं हैं इसी कारण इतने साल अतिथियों से काम चला रही है, पैसा होता तो हर साल vacancy निकलती, न अतिथि शिक्षक इतने समय तक लगे रहते और न अभ्यर्थी नौकरी की vacancy का हर साल इंतजार करते। पहले तो खुद उस फॉर्म पर इन लोगों ने sign किए जिसमे साफ लिखा था कि ये permanent post नही है, कभी भी बहाली हो जाएगी। खुद रजामंदी देके अब अतिथि कहने लगे permanent कर दो। इन्हे तो रखा ही इसलिए था कि कम पैसों में काम चलता रहे वर्ना इनसे बहुत ज्यादा योग्य अभ्यर्थी फॉर्म का पैसा जमा करके exam निकाल के उस अच्छी salary को deserve करते हैं। और Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी non-guest candidate को वो स्कूल नहीं मिलता जो उससे कम marks वाले guest teacher को मिलता है, अगर दोनो ने same भरा है तो), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? अगर कोई शिक्षक 80% result दे रहा है कक्षा में तो जाहिर सी बात है कि exam निकाल ही लेगा। ये सत्य की लड़ाई नहीं लालची और बेईमान लोगों की लड़ाई है जो मेहनती युवाओं के लिए अवसर छीन कर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और खुद को बेचारा भी बता रहे हैं।
@devendrathakur2289
@devendrathakur2289 8 дней назад
Acha ,, gadho jaisi mehnat hm kre or sab mje kre
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 8 дней назад
@@devendrathakur2289 padhe likhe shikshak hone ke bavajud apni mehnat ko ghadon jaisi mehnat kehna apki yogyata par hi prashn utha raha hai. Shikshak budhimata se bana jata hai. Exam nikaalne par focus kariye. Atithyon ne koi ehsaan nahi kar diya noukari karke, unhe salary mili hai
@sachendrakumar8445
@sachendrakumar8445 Месяц назад
Bahut badhiya
@praveshsen9483
@praveshsen9483 Месяц назад
अतिथि शिक्षकों का नियमितीकरण होना चाहिए सरकार से निवेदन है कि अतिथि शिक्षकों को गुमराह ना करें उनका नियमितीकरण किया जाए
@मैथ्सटीचिंग
अतिथि शिक्षक बहुत ही परेशान हैं
@मैथ्सटीचिंग
आदरणीय बंसल न्यूज का बहुत बहुत धन्यवाद
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 29 дней назад
Guest teacher का मतलब ही होता है अतिथि शिक्षक इस से साफ जाहिर है कि ये नौकरी permanent नहीं होती। जब फॉर्म भरा होता है, उसमे साफ लिखा होता है कि ये एक temporary नियुक्ति है, permanent नहीं है। इसी रजामंदी के साथ फॉर्म भरा होता है। पहले offline form भरा होता था, अब online होता है, लेकिन ये बात लिखी होती है form में। पहले अतिथि शिक्षक बनने की रजामंदी इन लोगो ने दी और फिर अब नियमित होने की मांग कर रहे हैं और अपनी गलती का दोष सरकार को दे रहे हैं। नियमित होने के लिए इतने साल तक नौकरी के साथ तैयारी करके exam निकालना था या पहले ही नियमित भर्ती में भाग लेना था। अनुभव के आधार पर bonus marks की डिमांड करना फिर भी ठीक है पर बिना exam निकाले सिर्फ अपनी अतिथि की post को permanent होने की demand ये पढ़े लिखे लोग कैसे कर रहे हैं? ये ईमानदार कैसे हुए? और ईमानदार नहीं तो कैसे अपने आप को एक सही शिक्षक कह सकेंगे? अब अगर ex सीएम शिवराज सिंह की बातों में लग के या congress govt के वादे के कारण ये आंदोलन चल रहा है तो फिर ex cm या congress office जाकर धरना देना था। लेकिन अपनी ही रजामंदी देने पर कि हां हम अतिथि के तौर पर काम करने तैयार हैं, फिर नियमित होने की demand पता नहीं कहां से इन सभी को सही लगती है? जबकि exam में भी पहले से ही reservation भी अतिथि शिक्षकों को मिला हुआ है, choice filling में भी प्राथमिकता दी हुई है। इस सब के बाद भी धरना देकर permanent post की नौकरी हासिल करने की ये जंग फिजूल है। ये इन सब की काबिलियत को नहीं बल्कि shortcut से बिना मेहनत के मोटी salary की डिमांड को दर्शाता है। ये अपने पढ़ाए हुए बच्चों को भी यही संदेश दे रहे हैं कि किसी कक्षा में ज्यादा सालों तक बैठे हो और exam निकाल पाने की कुब्बत न हो तो आमरण अनशन करके पास होने के लिए आंदोलन कर देना, अगली class में promote हो जाओगे। विभागीय परीक्षा भी ये लोग इसलिए चाहते हैं जिससे इन्हे tough competition का सामना न करना पड़े। और अपनी इस लड़ाई को ये लोग संघर्ष और सत्य की लड़ाई का नाम दे रहे हैं। ये सब लालची हैं जो बिना exam की तैयारी के permanent होने के प्रलोभन में आ गए और अब अपने लालच को सत्य की लड़ाई कह के खूब दोषारोपण कर रहे हैं।
@nikhilmahajan6091
@nikhilmahajan6091 Месяц назад
जय अतिथि शिक्षक संघ
@BrijkishorPrajapati-xx9os
@BrijkishorPrajapati-xx9os Месяц назад
अतिथि शिक्षक एकता जिन्दाबाद
@thakuratul4482
@thakuratul4482 Месяц назад
Atithi shikshak ko niyamit Kiya jaye
@akhilsingh1754
@akhilsingh1754 Месяц назад
DPI Ghotala ker Raha hai ...........
@arunhindustani8208
@arunhindustani8208 Месяц назад
घंटा कुछ नहीं होगा 29 शीट पूरी बीजेपी को दे दिए मूर्ख जनता ने अब संसद में कोई इनकी आवाज उठाने वाला तक नहीं है 😂😂😂 इसलिए एमपी हर क्षेत्र में सबसे आगे है
@jaydeepagnihotri7268
@jaydeepagnihotri7268 Месяц назад
Sahi bat hai regular kr dena chahiye becharo ko pahle wale kaun da exam nikal ke naukri paye the vo bhi to gest me hi the🎉🎉🎉🎉
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@jaydeepagnihotri7268 मुझे तो कोई ये समझा दो कि 70000 भी नहीं, अगर 50000 को भी permanent कर दिया तो सरकार आगे भर्ती निकालेगी कैसे ? जिस शिवराज ने इन लोगों को लालच दिया नियमित होने का, वही शिवराज लाडली बहनों को फ्री का पैसा देने का वादा करके सटक लिए। अब प्रदेश का जो पैसा salary देने में लगता, वो तो लाडलियों में बंट रहा है। इसे बंद किया अगर मोहन सरकार ने तो वो भी इन्ही अतिथियों के जैसे सड़क पर आकर रोने लगेंगी। प्रदेश के लोगों को फ्री का खाने की आदत डाल दी शिवराज सिंह ने। सरकार के पास funds ही तो नहीं हैं इसी कारण इतने साल अतिथियों से काम चला रही है, पैसा होता तो हर साल vacancy निकलती, न अतिथि शिक्षक इतने समय तक लगे रहते और न अभ्यर्थी नौकरी की vacancy का हर साल इंतजार करते। अब अतिथि कहने लगे permanent कर दो। इन्हे तो रखा ही इसलिए था कि कम पैसों में काम चलता रहे वर्ना इनसे बहुत ज्यादा योग्य अभ्यर्थी फॉर्म का पैसा जमा करके exam निकाल के उस अच्छी salary को deserve करते हैं। और Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी मुझे वो स्कूल नहीं मिला जो मुझसे कम marks वाले guest teacher को मिला), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? अगर कोई शिक्षक 80% result दे रहा है कक्षा में तो जाहिर सी बात है कि exam निकाल ही लेगा। ये सत्य की लड़ाई नहीं लालची और बेईमान लोगों की लड़ाई है।
@हकीकतक्याहै-ङ9फ
सबसे पहले 2023-24 मे किसी कारण से बाहर हुए अतिथि शिक्षकों को लेना चाहिए था उनकी चॉइस कराना चाहिए थी उन्हें तो नये तौर पर बाहर ही होना ही होना हैं सरकार इनके साथ अन्याय कर रही हैं
@surbhiraghuwanshi5819
@surbhiraghuwanshi5819 27 дней назад
@@हकीकतक्याहै-ङ9फ मुझे तो कोई ये समझा दो कि 70000 भी नहीं, अगर 50000 को भी permanent कर दिया तो सरकार आगे भर्ती निकालेगी कैसे ? जिस शिवराज ने इन लोगों को लालच दिया नियमित होने का, वही शिवराज लाडली बहनों को फ्री का पैसा देने का वादा करके सटक लिए। अब प्रदेश का जो पैसा salary देने में लगता, वो तो लाडलियों में बंट रहा है। इसे बंद किया अगर मोहन सरकार ने तो वो भी इन्ही अतिथियों के जैसे सड़क पर आकर रोने लगेंगी। प्रदेश के लोगों को फ्री का खाने की आदत डाल दी शिवराज सिंह ने। सरकार के पास funds ही तो नहीं हैं इसी कारण इतने साल अतिथियों से काम चला रही है, पैसा होता तो हर साल vacancy निकलती, न अतिथि शिक्षक इतने समय तक लगे रहते और न अभ्यर्थी नौकरी की vacancy का हर साल इंतजार करते। अब अतिथि कहने लगे permanent कर दो। इन्हे तो रखा ही इसलिए था कि कम पैसों में काम चलता रहे वर्ना इनसे बहुत ज्यादा योग्य अभ्यर्थी फॉर्म का पैसा जमा करके exam निकाल के उस अच्छी salary को deserve करते हैं। और Reservation है ही इन अतिथि शिक्षकों के पास (ये जो विभागीय परीक्षा की मांग कर रहे हैं, तो reservation में कोई बाहर का थोड़ी आयेगा, इनका competition तो आपस का ही है ना), choice filling में प्राथमिकता मिली हुई है (ज्यादा marks होने पर भी मुझे वो स्कूल नहीं मिला जो मुझसे कम marks वाले guest teacher को मिला), Bonus marks का भी प्रावधान मिल गया (1 साल के 10 bonus marks- 2018 का exam 150 marks का था, 2023 का 100 marks का ) मतलब जिसने 5 साल नौकरी की उसे सीधे 50 marks मिल रहे और जिसने 10 साल उसे 100 marks इन्हे सिर्फ exam में attendance लगाने जाना है, permanent ही तो होंगे। लेकिन नहीं, ये लोग तब भी संतुष्ट नहीं हैं, ये इतने लालची और बेईमान हैं कि ये सीधे permanent होना चाहते हैं, उन मेहनती अभ्यर्थियों का शोषण करना चाहते हैं जो इस इंतजार में हैं कि vacancy आयेगी। अगर ये सभी guest teachers permanent हुए तो कम से कम 10 साल तक teaching की कोई vacancy सरकार निकाल नहीं पाएगी। सोचने वाली बात है कि reservation, प्राथमिकता और bonus marks होने के बाद भी exam से ये डर क्यों रहे हैं? अगर ये वाकई योग्य teachers हैं तो इतनी facility मिलने पर भी exam तो निकाल ही लेंगे न! अगर ये सच में उन बच्चों के भविष्य का सोचते हैं तो ये उन बच्चों को ऐसे शिक्षक क्यों देना चाहते हैं जो इतनी facilities के साथ भी exam न निकाल पा रहे हों? अगर कोई शिक्षक 80% result दे रहा है कक्षा में तो जाहिर सी बात है कि exam निकाल ही लेगा। ये सत्य की लड़ाई नहीं लालची और बेईमान लोगों की लड़ाई है।
@ravibarman6256
@ravibarman6256 Месяц назад
Jai hind jai bharat
@sakshitiwari6292
@sakshitiwari6292 Месяц назад
Atithi shikshak Sangh jindabad
@umaprasadyadav9019
@umaprasadyadav9019 Месяц назад
न्यूज चैनल को बधाई ❤
@ankitaupadhyay9263
@ankitaupadhyay9263 Месяц назад
Exam le kar karni chahiye guest ki bharti
@varshasahu6558
@varshasahu6558 Месяц назад
Ek dam sahi
@devilaljoshi590
@devilaljoshi590 Месяц назад
बीजेपी सरकार अपना वादा निभाओ
@atharvamarkanclass9tha291
@atharvamarkanclass9tha291 Месяц назад
अगर हमको सरकार द्वारा प्रलोभन नहीं दिया जाता तो हम लोग कब की नौकरी छोड़ चुके होते सरकार ने बहुत कम मानदेय दिया इतनी से पैसे में हम क्यो परेशान होते इसी आशा से लगे रहे कि एक दिन परमानेंट कर दिया जाएगा मध्य प्रदेश की शिक्षण व्यवस्था अतिथियों ने ही सुधारी है और हमको दूध में गिरी मक्खी की तरह अलग किया जा रहा है
@SVerma-js6qp
@SVerma-js6qp Месяц назад
मध्यप्रदेश को बांग्लादेश बनाने पर मजबूर कर रही है सरकार 😢
@Starcity6097
@Starcity6097 Месяц назад
29 seat 😂😂😂
@neerajdongre9929
@neerajdongre9929 Месяц назад
लोक स्वास्थ्य विभाग और NHM होंगे मर्ज।।।।।्
@akashkirar4460
@akashkirar4460 Месяц назад
घिन आती है ऐसी सरकारों से ,जो बोल कर बदल जाती है
@PV_Tech_
@PV_Tech_ Месяц назад
Thanku sir❤
@neerajdongre9929
@neerajdongre9929 Месяц назад
होम्योपैथिक चिकित्सकों की भी आयुष विभाग में भर्ती की जाए। जल्द से जल्द।।।
@ramswaroopkushwaha9292
@ramswaroopkushwaha9292 Месяц назад
बंसल न्यूज़ को बहुत बहुत धन्यवाद
@jitendramali3367
@jitendramali3367 Месяц назад
अतिथि शिक्षक संघ जिंदाबाद जिंदाबाद
@arinjkumar6697
@arinjkumar6697 Месяц назад
भारत देश अंदर यदि किसी कर्मचारी की दुर्दशा है वह है अतिथि शिक्षकों की सरकार का जब मनचाहा तब हटा देती है जब मन चाहा तो रख लेती है
@shraddhananddwivedi2269
@shraddhananddwivedi2269 Месяц назад
अतिथि शिक्षक उसी को बनाया जाए जिसे नियमित किया जा सके किसी को झांसे में न रखा जाय।
@diwansinghyadav2042
@diwansinghyadav2042 Месяц назад
अतिथि शिक्षकों को नियमित करें सरकार सरकार ने बहुत गलत किया अतिथि शिक्षक भीगते पानी में अपनी मांगों के लिए रोड पर ही बैठे हैं लेकिन सरकार सिर्फ भवनों से देख रही है
@ganeshchakrwarti8444
@ganeshchakrwarti8444 29 дней назад
Right
@tribhuvan3614
@tribhuvan3614 Месяц назад
Niyamit kare sarkar
@sourabhgaming2947
@sourabhgaming2947 Месяц назад
Sarkar ko atithi shikshak portal band karna chahie berojgaron ko pareshan Kiya ja raha hai
@AnilSingh-zg2tk
@AnilSingh-zg2tk Месяц назад
कुछ हद तक नहीं,,,,, पूरा-पूरा जायज है जनाब ये बोलिए
@manishchoubey9299
@manishchoubey9299 Месяц назад
सीधी भर्ती के द्वारा दूसरे राज्य वालो को नोकरी दी जा रही हैं और जो अतिथि यहाँ वोट देकर सरकार बना रहे हैं उनको नियमित न करके उनको बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा ह
@skjayswal2005
@skjayswal2005 Месяц назад
Aur do 29 seat
@Pateljivishnu
@Pateljivishnu Месяц назад
Atithiyon ko niyamit kiya jaaye
@urmilatatya
@urmilatatya Месяц назад
बंसल news ka बहुत बहुत धन्यवाद
@abhilashchaubey8095
@abhilashchaubey8095 Месяц назад
एक ही नारा एक ही नाम नियमितीकरण
@dhairyaclassesdamoh5298
@dhairyaclassesdamoh5298 Месяц назад
30% balo ko liya jisse unka Ghar chal sake
@savitasingh5
@savitasingh5 Месяц назад
Jay atithi shikshak Sangh
@arvindpawar6971
@arvindpawar6971 Месяц назад
Atithi siksak vibhagiya exam liya jaye or jo qualify kre use regular kr de Or iske bad ye atithi vyawasth band kr de
@Studycentreshivpuri
@Studycentreshivpuri Месяц назад
#increasing_verg१_post_2023
@SumanBhaware
@SumanBhaware Месяц назад
अतिथि शिक्षक महापंचायत चुनावी जुमला था जिसे कोई समझ नही पाया
@Rajawat560
@Rajawat560 Месяц назад
Sarkar permanent kare
@RajuTiwaari-z7w
@RajuTiwaari-z7w Месяц назад
Bansal news ka dhanyavaad
Далее
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