@@omksuper6829Ye sab bhagwan ki maya hai hai jo tum sahi bhagwan ko nhi dekh paa rahe ho lekin bhagwan ne kaha hai jo bhi mujhe jis roop main pujega ham usko usi roop main dikhai dege so tum kabir roop main poj rahe ho so bhagwan kabi hi h apke
@@vkvinayyt1275jhatu sale Kabir parmatma kaise ho skta h bhagwan kisi muslim ke ghr ja skte h jha par nonvage khaya jata ho or Kabir ko ek muslim ne pala
@@aboutmorefact143abe chutiye is hisaab se to saare asur shiv ji ki puja karte hai aur shiv ji ne unki manokamnaye bhi puri ki bahut se asur shiv se Kailash par bhi mile hai jo sabse pavitra jagah hai ab asur se jyada bada hatyara kaun hoga tera ye non-vegetarian wala logic to buri tarah fail ho gya😂😂😂😂
बहुत ही अच्छा प्रोग्राम किया है इसके लिए धन्यवाद। ऐसा ज्ञान बार बार दिखाना चाहिए । इस वीडियो को देखकर पता चलता है की संत रामपाल जी महाराज के भगतों ने प्रमाणित ज्ञान बताकर सिद्ध कर दिया है कि कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमात्मा हैं। धन्य हैं पूर्ण सतगुरु संत रामपाल जी महाराज।
बहुत ही अच्छा प्रोग्राम किया है इसके लिए धन्यवाद। ऐसा ज्ञान बार बार दिखाना चाहिए । इस वीडियो को देखकर पता चलता है की संत रामपाल जी महाराज के भगतों ने प्रमाणित ज्ञान बताकर सिद्ध कर दिया है कि कबीर साहेब जी ही पूर्ण परमात्मा हैं। धन्य हैं पूर्ण सतगुरु संत रामपाल जी महाराज।
ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 “अभी इमं अध्न्या उत श्रीणन्ति धेनवः शिशुम्। सोममिन्द्राय पातवे।। परमेश्वर जब भी शिशुरूप में पृथ्वी पर आते हैं तो उनका पालन पोषण कुंवारी गायों के दूध से होता है।
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 "अभी इमं अध्न्या उत श्रीणन्ति धेनवः शिशुम। सोम इन्द्राय पातवे ।। परमेश्वर जब भी शिशु रूप में पृथ्वी पर आते हैं तो उनका पालन पोषण कुआरी गायो के दुध से
@@Jituraj109Kabir ji ki ithiyaas padho koi aur bhgwan prakt nhi hua na kawari gai ka dudh pia ❤ aapko jab sb pta chlega regret kroge bs itna hi bolunga
@@twinklevaishnav1445 Puri video dekha mai but usme ye tumne nahi dekha ki Kabhi bhi Parameshwar Paramatma aa rha tha toh o pakhandi kaise Usse Kabir samjhana chah rha tha taki kabir ko log ucha samjhe And shun Kabir kutta Ram ki, Mutiya mera naum Gale Ram ki jevadi,Jit khinche tit jaun Atharth Kabirdas bolte hai ki mai Ram ka kutta hu matlab Ram ka bhakt hu aur Moti mera name hai Mera Gale me Ram name ka janjir hai jidhar o le chle udhar mai khincha chla jata hu Ram Ram ratte Kabira, Moksh u hai pai Morti puja se moksh nahi, Ram ki nirgun bhakti pai Atharth Kabirdas bolte hai ki mai Ram Ram ratta hu isliye mai moksh ko prapt nahi honge lekin vo log jo morti puja karte hai o kabhi moksh ko prapt nahi honge Moksh keval Ram ki nirgun bhakti se hi payi ja sakti hai Upar wala do doha ko kabhi un pakhandio ko samjhate hue dekha hoga nahi n kyuki vo log Kabir ko ucha bnana chahte hai aise me vo ye do doha ko bich me la denge toh unka plan 😅 😄 😆 😂 kharab ho jayega
कौन सा है मोक्ष स्थान? हम सभी जानते हैं यह लोक नश्वर है यानी जिसने जन्म लिया है उसकी मृत्यु अवश्य होगी और यह चक्र स्वर्गलोक से लेकर ब्रह्मलोक तक चलता है। जबकि सतलोक, वह मोक्ष स्थान है जहाँ जन्म मृत्यु का दुःख नहीं है। बल्कि वहाँ सुख ही सुख है। इसलिए संतों ने मोक्ष स्थान सतलोक को सुख सागर कहा है। संत गरीबदास जी ने इस बारे में कहा है: जहां संखों लहर मेहर की उपजैं, कहर जहां नहीं कोई। दासगरीब अचल अविनाशी, सुख का सागर सोई।।
अद्भुत मार्मिक सत्संग परमात्मा द्वारा संचालित किया जा रहा है अवश्य सुनें और पुस्तक ज्ञानगंगा निशुल्क मंगवाकर पढ़ें ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 वेद बोलने वाला ब्रह्म कह रहा है कि पूर्ण परमात्मा विलक्षण मनुष्य के बच्चे के रूप में प्रकट होकर कविर्देव अपने वास्तविक ज्ञानको अपनी कबीर बाणी के द्वारा निर्मल ज्ञान अपने हंसात्माओं अर्थात् पुण्यात्मा अनुयायियों को कविताओं, लोकोक्तियों के द्वारा सम्बोधन करके अर्थात् उच्चारण करके वर्णन करता है। पाँचवाँ वेद समोहर्रम के इस पर्व पर जानिए कुरान ज्ञान दाता से भिन्न अल्लाहु अकबर कौन है? जिसके विषय में कुरआन मजीद, सूरः बकरा-2 आयत नं. 255 में कुरान ज्ञान दाता ने हजरत मुहम्मद को अपने से अलग कादर अल्लाह की मालूमात देते हुए कहा है कि वह अल्लाह शाश्वत यानि अविनाशी (लफानी) है जो मुकमल कायनात को संभाले हुए है। उसके सिवा कोई खुदा नहीं हमोहर्रम के इस पर्व पर जानिए कुरान ज्ञान दाता से भिन्न अल्लाहु अकबर कौन है? जिसके विषय में कुरआन मजीद, सूरः बकरा-2 आयत नं. 255 में कुरान ज्ञान दाता ने हजरत मुहम्मद को अपने से अलग कादर अल्लाह की मालूमात देते हुए कहा है कि वह अल्लाह शाश्वत यानि अविनाशी (लफानी) है जो मुकमल कायनात को संभाले हुए है। उसके सिवा कोई खुदा नहीं है।मोहर्रम के इस पर्व पर जानिए कुरान ज्ञान दाता से भिन्न अल्लाहु अकबर कौन है? जिसके विषय में कुरआन मजीद, सूरः बकरा-2 आयत नं. 255 में कुरान ज्ञान दाता ने हजरत मुहम्मद को अपने से अलग कादर अल्लाह की मालूमात देते हुए कहा है कि वह अल्लाह शाश्वत यानि अविनाशी (लफानी) है जो मुकमल कायनात को संभाले हुए है। उसके सिवा कोई खुदा नहीं है।
@@hdstatus2501गुरु बिन वेद पढ़े जो प्राणी समझे ना सार रहे अज्ञानी। अगर आपके अक्षर गुरु ही आपको ज्ञान न देते तो क्या आप ये comment कर पाते? अगर आप बिना गुरु के शिक्षित हो जाते तो गुरु की जरूरत क्या थी बिना गुरु के गीता तो पढ़ लोगे लेकिन उसका ज्ञान नही समझ पाओगे
@@hdstatus2501 मैंने गीता के श्लोकों को संत रामपाल जी महाराज के मुखारविन्द से सुना तब से मेरे भाग्य उदय हो गए क्योंकि उन्होंने सत्याधारित सतभक्ति व सत्यज्ञान दिये।
वर्तमान में पूरे विश्व में केवल एकमात्र तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं। जिन्होंने सभी धर्म ग्रंथों को खोलकर यह प्रमाणित कर दिया है कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब हैं। 👉पूरे विश्व में केवल संत रामपाल जी है जो शास्त्र अनुकूल भक्ति बता रहे हैl
समाज के सभी भाई बहनों से अनुरोध है कि शास्त्रों मैं जो प्रमाणित ज्ञान है गीता भागवत देवी पुराण शिव पुराण हमारे अनेक प्रकार के धर्म ग्रंथ है कबीर सागर आपको प्रमाणित ज्ञान मिलेगा उन धर्म ग्रंथो से मिलान कर दीजिए तभी आपको सत्य प्रमाण मिलेंगे सद्भक्ति करें अपना मोक्ष करवा ऐ। एस ए चैनल वाले सत्य प्रमाणित लिखा हुआ ज्ञान को बता रहे हैं सत्य तो मानना ही पड़ेगा
ईश्वरः परमः कृष्णः सच्चिदानन्द विग्रहः। अनादिरादिर्गोविन्दः सर्वकारणकारणम्।। (ब्रह्मसंहिता-5.1) इस श्लोक में ब्रह्मा भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना करते हुए कहते हैं-"मैं उस भगवान की आराधना करता हूँ जो सत्-चित्-आनन्द है। उनका कोई आदि और अन्त नहीं है और वे सभी कारणों के कारण हैं।" भगवान के साकार रूप के संबंध में हमें यह ध्यान रखना होगा कि वह दिव्य स्वरूप हैं जिसका अर्थ है कि वे लौकिक प्राणियों में पाए जाने वाले सभी प्रकार के दोषों से रहित हैं। भगवान का सत्-चित्-आनन्द स्वरूप है जो दिव्यानन्द से बना है।
ऐसा डिबेट आजतक न सुना था न देखा था मेरे जीवन में पहली बार सत्ग्रंथो को खोलकर ऐसा अद्भुत तरीके से सटीक उदाहरण के साथ सिद्ध किया कोई भी इस बात स्वीकार करे गा ही करेगा।
श्रीकृष्ण जब बांसुरी बजाते थे तो उसको सुनकर गोपियाँ व गायें खींची चली आती थी। संत मलूक दास जी ने बताया है कि एक समय मेरे सतगुरू कबीर जी ने जमुना दरिया के किनारे बांसुरी बजाई थी जिसको सुनकर स्वर्ग लोक के देवता, ऋषिजन तथा आस-पास के व्यक्ति खींचे चले आए थे और जमुना (कालंद्री) का जल भी रूक गया था। एक समय गुरू बंसी बजाई, कालंद्री के तीर। सुर नर मुनिजन थकत भये, रूक गया जमना नीर।
हम हिंदुओं को आज तक ये बताया जाता रहा कि परमात्मा निराकार है वो दिखाई नहीं देता। जबकि ऋग्वेद मण्डल न 9 सूक्त 82 मंत्र 1 में साफ लिखा है कि परमात्मा राजा के समान दर्शनीय है और ऊपर के लोक में विराजमान है। इससे स्पष्ट है भगवान निराकार नहीं साकार है।
हम हिंदुओं को आज तक यह बताया जा रहा है कि परमात्मा निराकार है वह दिखाई नहीं देता जबकि ऋग्वेद के मॉडल नंबर 9 सुत 82 मंत्र 1में सांप लिखा है कि परमात्मा राजा के समान दर्शनीय है और ऊपर के लोक में विराजमान है इससे स्पष्ट है कि परमात्मा निराकार नहीं है
हम हिंदुओं को आज तक ये बताया जाता रहा कि परमात्मा निराकार है वो दिखाई नहीं देता। जबकि ऋग्वेद मण्डल न 9 सूक्त 82 मंत्र 1 में साफ लिखा है कि परमात्मा राजा के समान दर्शनीय है और ऊपर के लोक में विराजमान है। इससे स्पष्ट है भगवान निराकार नहीं साकार है।
पवित्र यजुर्वेद अध्याय 40 मं. 8 में है कि कविर् मनीषि स्वयम्भूः परिभू व्यवधाता, भावार्थ है कि कवीर परमात्मा सर्वज्ञ है (मनीषि का अर्थ सर्वज्ञ होता है) तथा अपने आप प्रकट होता है। वह (परिभू) सनातन अर्थात् सर्वप्रथम वाला प्रभु है। वह सर्व ब्रह्मण्डों का (व्यवधाता) भिन्न-भिन्न अर्थात् सर्व लोकों का रचनहार है
अबे झूठे मत बोल वहाँ लिखा है परमात्मा, राजा की तरह सब दुखों को दूर करने वाला है,, पहले तत्व दर्शी सन्त जी से बोलो की cancer बाद मे ठीक करो, पहले अपनी आंखो को ठीक कर लो. बहुत बड़ा चश्मा पहनते है.
ढोंगी रामपाल को क्यों नहीं बोलते हो की पूरा ज्ञान प्राप्त कर लिया है तो जेल में नर्क क्यों भोग रहा है जैसा कुकर्म किया है ना कि धरती पर नरक नहीं भागेगा ऊपर भी नरक भागेगा नरक में भी जगह नहीं मिलेगा इस रामपाल को
अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया। ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया। काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।। पाँचवाँ वेद सूक्ष्म वेद
🚩 वेद प्रमाणिक शास्त्र हैं, बताते हैं की परमात्मा मरता नहीं, लेकिन श्री कृष्ण जी की तो मृत्यु भी हुई और अर्जुन ने उनका अंतिम संस्कार भी किया ।। जबकि कबीर परमात्मा ने सशरीर प्रस्थान किया था ।। 🚩 ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 3 मंत्र 1 _एषः देवः अमर्त्यः पर्णवीः इव दीयति । अभि द्रोणानि आसदम् ।१।_ *(एष देवः)* वह परमात्मदेव *(अमर्त्यः)* मृत्यु रहित अर्थात अविनाशी है। *(आसदम्)* व्याप्त होने से वह *(अभि द्रोणानि)* प्रत्येक ब्रह्माण्ड को *(पर्णवीः)* विद्युत् शक्ति के *(इव)* समान *(दीयति)* प्राप्त है ।। महाभारत ग्रंथ । मौसलपर्व अ० 7 श्लोक 31 विष्णु पुराण । अंश 5 अ० 38 श्लोक 1-3 देवी भागवत । स्कंद 2 अ० 8 श्लोक 7,8
ऐसा रहस्यमय ज्ञान आज तक किसी ने नहीं बताया धन्य हैं संत रामपाल जी महाराज जिसने पूरी दुनिया को सत्य ज्ञान दे रहे है । मैं उनको कोटि कोटि दंडवत प्रणाम करता हूं
आज कलियुग में भक्त समाज के सामने पूर्ण गुरु की पहचान करना सबसे जटिल प्रश्न बना हुआ है। लेकिन इसका बहुत ही लघु और साधारण-सा उत्तर है कि जो गुरु शास्त्रो के अनुसार भक्ति करता है और अपने अनुयाईयों अर्थात शिष्यों द्वारा करवाता है वही पूर्ण संत है।
श्रीकृष्ण ने स्वयं तामरध्वज को आरे से कटवाकर जीवित कर दिया था लेकिन अभिमन्यु को जीवित नहीं कर सके। जबकि कबीर जी ने मृत कमाली को कब्र से निकलवाकर जीवित कर दिया था। अधिक जानकारी के लिए देखिए "कबीर बड़ा या कृष्ण" से संबंधित वीडियो Factful Debates RU-vid Channel पर
@@hldgroup850 khud geeta hai. Aur krishna hai. Tu kaun hai. Aur ye aaj k 2 take k pakhandi batayenge. Kaun bhagwan hai. Tabhi jail me maze mil rahe hai 😂😂😂😂. Gawar
पूरे विश्व में पूरे विश्व में एकमात्र संत रामपाल जी महाराज है जो प्रमाणिक ज्ञान बताते हैं और मर्यादा में रहकर भक्ति का मार्ग बताते हैं इनकी शरण में आए और मोक्ष प्राप्त करें
#सच्चा_सतगुरु_कौन गुरु के समान कोई तीर्थ नहीं श्री नानक देव जी ने श्री गुरु ग्रन्थ साहेब जी के पृष्ठ 437 पर कहा है:- नानक गुरु समानि तीरथु नहीं कोई साचे गुरु गोपाल। Sant Rampal Ji Maharaj
श्रीकृष्ण ने स्वयं तामरध्वज को आरे से कटवाकर जीवित कर दिया था लेकिन अभिमन्यु को जीवित नहीं कर सके। जबकि कबीर जी ने मृत कमाली को कब्र से निकलवाकर जीवित कर दिया था। अधिक जानकारी के लिए देखिए "कबीर बड़ा या कृष्ण" से संबंधित वीडियो Factful Debates RU-vid Channel पर
यह डेबिट सुनकर बहुत ही बढ़िया लगा स शांति पूर्वक डेबिट हमने पहली बार सुनी है वास्तविक में संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य बहुत ही अनुशासन भरा जवाब देते हैं
पूरे विश्व में केवल संत रामपाल जी महाराज का ही ज्ञान शास्त्र अनुकूल हैं जबकि अन्य सभी धर्म गुरुओं का ज्ञान शास्त्र विरुद्ध मनमाना आचरण है जिससे भगत समाज को कोई लाभ नहीं मिलता है संत रामपाल जी महाराज के द्वारा दी गई सत्य भक्ति से ही पूरे विश्व का कल्याण संभव है
पूरे विश्व में केवल संत रामपाल जी है जो शास्त्र अनुकूल भक्ति बता रहे है मेरा सभी समाज वालो से निवेदन है की संत रामपाल जी महाराज जी को ध्यान पूर्वक जरूर सुने उन्होंने न केवल पाखंड वाद को जड़ से खत्म किया है बल्कि संत रामपाल जी महाराज जी ने बहुत से ऐसे कार्य किए जो समाज हित में है उन्हे जरूर सुने
मूर्ख सारे शास्त्र हिन्दुओं के हैं---वो क्या नया कर रहा है ? दूसरी बात ये पाखण्डी रामपाल शास्त्रों में दीखता फिरता है की कबीर का नामवेद में दर्ज है ----तो सुन मुर्खानंद---असुर-दैत्य-दानव-राक्षस-शैतान-जिन जिन्नात के गुरु शुक्राचार्य का असली नाम कविर्देव-काव्या-कविउष्णा उर्फ़ कथाकथित कबीर-अल्लाह-और ईसाईयों का गॉड वही है | जो भयंकर कुरूप और काना है---और उसका कोई सतलोक नहीं है बे मूर्खों---उसे सिर्फ एक ग्रह की उपाधि मिली हुई है | कैसे कैसे मूर्ख भरे पड़े है संसार में---थोड़ा पढ़ो लिखो बे चूतियों
चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद को सभी जानते हैं लेकिन पाँचवाँ वेद "सूक्ष्मवेद" कौन सा है? जानने के लिए पढ़िए पुस्तक "हिन्दू साहेबान नहीं समझे गीता, वेद, पुराण"
वर्तमान में पूरे विश्व में केवल एकमात्र तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी हैं। जिन्होंने सभी धर्म ग्रंथों को खोलकर यह प्रमाणित कर दिया है कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब हैं।
वर्तमान में पूरे विश्व में केवल एकमात्र तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी है। जिन्होंने सभी धर्म ग्रंथों को खोलकर यह प्रमाणित कर दिया है कि पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब है।
#कबीर_बड़ा_या_कृष्ण कबीर बड़ा या कृष्ण! किसकी भक्ति से होगी मुक्ति⁉️ जानने के लिए देखिए "कबीर बड़ा या कृष्ण" से संबंधित वीडियो Factful Debates RU-vid Channel पर 🙏
धर्म गुरु, कथावाचक हमें बताते हैं कि भगवान शिव परब्रह्म हैं, इनसे ऊपर कोई नहीं है। जबकि हमारे सदग्रंथों में लिखा है कि शिव जी के ऊपर ब्रह्म, परब्रह्म और पूर्ण ब्रह्म हैं। अधिक जानकारी के लिए देखिए वीडियो "शिव की समर्थता - Part 1" Factful Debates यूट्यूब चैनल पर #shiva #kedarnath #shankar #aghori #parvati #sati #kedarnath #rudra #mahakaleshwar #haridwar #harharmahadev #shiv #indiareels #KabirisGod #SupremeGodKabir
संत रामपाल जी महाराज ने सभी धर्मों के पवित्र शास्त्रों से प्रमाणितकरके दिखा दिया है की कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा हैं जिन्होंने संपूर्ण श्रष्टि की रचना 6 दिनों में की है और 7वें दिन तख्त(सिंहासन) पर जा विराजा।संपूर्ण श्रष्टि में सभी मानव,जानवर, छोटे बड़े जीव जंतु पेड़ पौधे यानी जो कुछ हम देख सकते हैं और सोच सकते है सब कुछ बनाया है।और यह ज्ञान हमें जगतगुरु तत्व दर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ने बताया है। सभी मानव समाज से मेरी बिनती है की आप सभी रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर अपने जन्म मरण के रोग से छुटकारा पाएं।संत रामपाल जी महाराज कोई साधारण संत नहीं है वो कबीर परमात्मा के अवतार हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी शास्त्र अनुकूल भक्ति बताते हैं। अन्य सर्व संतों की साधना शास्त्रों के विपरीत है जो साधक के मानव जन्म को तो नष्ट करती ही है, साथ में मानवता का भी ह्रास होता है क्योंकि परमात्मा की शास्त्र प्रमाणित साधना करने से साधक को वे सर्व लाभ (घर में शांति, व्यापार में लाभ, दुर्घटनाओं से बचाव, बीमारी से बचाव तथा मोक्ष) प्राप्त होते हैं जो परमात्मा से अपेक्षित होते हैं, जिनके लिए साधक भक्ति करता है।
पूर्ण परमात्मा के चमत्कार के बारे में हमने सिर्फ सुना था परंतु संत रामपाल जी महाराज से जुड़कर हम उसका अनुभव कर रहे हैं आप सभी से निवेदन है आप भी इसका अनुभव जरूर करें
Geeta adhyay 8 slok 21 अव्यक्तोऽक्षर इत्युक्तस्तमाहु: परमां गतिम् । यं प्राप्य न निवर्तन्ते तद्धाम परमं मम ।।21।। जो अव्यक्त 'अक्षर' इस नाम से कहा गया है, उसी अक्षर नामक अव्यक्त भाव को परमगति कहते हैं तथा जिस सनातन अव्यक्त भाव को प्राप्त होकर मनुष्य वापस नहीं आते, वह मेरा परम धाम है ।।21।। कृष्ण कह रहे हैं कि वो उनका परम धम हैं यहाँ से जीव आत्मा वापिस नहीं अती Bhagwat geeta adhyay 4 slok 6 अजोऽपि सन्नव्ययात्मा भूतानामीश्वरोऽपि सन्। प्रकृति स्वामधिष्ठाय सम्भवाम्यात्ममायया ॥6॥ यद्यपि मैं अजन्मा और समस्त जीवों का स्वामी और अविनाशी प्रकृति का हूँ तथापि मैं इस संसार में अपनी दिव्य शक्ति योगमाया द्वारा प्रकट होता हूँ। कृष्ण कह रहे ह कि वे सभी के स्वामी हैं यहाँ कोई 21 ब्रह्मांड की बात नहीं है गलत चीजें बताकर तोड़ मडोड़कर व्याख्या करके भ्रम न फैलाएं🙏
आज पूरे विश्व में एक मात्र सच्चा सदगुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं। जो सभी सद ग्रथों प्रमाणित ज्ञान दे रहे हैं। हमारा सभी विनम्र निवेदन है कि एक बार संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग जरूर सुने।
श्रीकृष्ण जब बांसुरी बजाते थे तो उसको सुनकर गोपियाँ व गायें खींची चली आती थी। संत मलूक दास जी ने बताया है कि एक समय मेरे सतगुरू कबीर जी ने जमुना दरिया के किनारे बांसुरी बजाई थी जिसको सुनकर स्वर्ग लोक के देवता, ऋषिजन तथा आस-पास के व्यक्ति खींचे चले आए थे और जमुना (कालंद्री) का जल भी रूक गया था। एक समय गुरू बंसी बजाई, कालंद्री के तीर। सुर नर मुनिजन थकत भये, रूक गया जमना नीर।
#सच्चा_सतगुरु_कौन जब तक सच्चे गुरु (सतगुरू) की प्राप्ति नहीं होती है तब तक गुरु बदलते रहना चाहिए। जब तक गुरु मिले ना सांचा। तब तक करो गुरु दस पांचा।। Sant Rampal Ji Maharaj
परमपिता परमेश्वर कभी भी माँ से जन्म नहीं लेते। ऋग्वेद मंडल 10 सूक्त 4 मंत्र 3 पूर्ण परमात्मा जब शिशु रूप धारण करके यहां आते हैं तब उनका जन्म किसी मां के द्वारा नहीं होता। ⚡️
इतनी बड़ी रहस्य आज परमात्मा की ही रजा से इस डिबेट से सारे संसार को पूर्ण परमात्मा मिल गया। अब कोई संशय ही नहीं रहा। बहुत-बहुत धन्यवाद मीडिया वालों को । जो संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान जन जन तक पोछाया 🙏🙏
वाह! क्या बात है,,, पूरे विश्व वाशियो के लिए किस्मत बदल देने वाली वीडियो है जी ।। इस वीडियो को मैने पूरा देखा, मेरे अंतरात्मा की सारी प्रश्नों के जवाब मिल गया। यदि किसी को भक्ति मार्ग में बहुत प्रकार से समस्याओं ने घेर रखा है, उनको यह वीडियो जरूर देखनी चाहिए ताकि उनका समस्याओं का समाधान हो सके और उनका आतम कल्याण हो सके ❤🙏🌹 जय हो कबीर भगवान की। जय हो जगत के तारणहार संत रामपाल जी महाराज जी की जय😊
गीता अध्याय 15 का श्लोक 17तो दिखा दिया उसमे,18वे श्लोक में आगे क्या कहा है पढ़ लेना , और सुनो क्या लिखा है- मैं (श्री कृष्ण) नश्वर सांसारिक पदार्थो और यहां तक कि अविनाशी आत्मा से भी परे हूं इसलिए मैं (श्री कृष्ण) वेदों और स्मृतियों दोनों में ही दिव्य परम पुरुष के रूप में विद्यमान विख्यात हूं। इसलिए अपनी आंखे खोलिए अधूरा गया और प्रमाण विनाशकारी होता है। भगवान श्री कृष्ण ही परम ब्रह्म है ।
पूरे विश्व में केवल एक मात्र संत रामपाल जी महाराज जी ने हमें सभी सद्ग्रंथो से परिचित कराया जैसे पवित्र गीता जी,चारों वेद, पवित्र कुरान शरीफ, पवित्र बाइबल, पवित्र गुरुग्रंथ साहिब से प्रमाणित ज्ञान कराया एवं सभी पवित्र सद्ग्रंथो के गूढ़ रहस्यों को उजागर किया ऐसा पवित्र ज्ञान आज तक नहीं सुना ऐसे महान संत के पवित्र चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
काण्ड नं. 4 अनुवाक नं. 1 मंत्र नं. 4 :- पूर्ण परमात्मा अस्थायी और शाश्वत ब्रह्मांडों के निर्माता हैं सः हि दिवः सः पृथिव्या ऋतस्था मही क्षेमं रोदसी अस्कभायत्। महान् मही अस्कभायद् वि जातो द्यां सप्र पार्थिवं च रजः।।4।। भावार्थ:- ऊपर के चारों लोक सत्यलोक, अलख लोक, अगम लोक, अनामी लोक यह तो अजर-अमर स्थाई अर्थात् अविनाशी रचे हैं तथा नीचे के ब्रह्म तथा परब्रह्म के लोकों को अस्थाई रचना करके तथा अन्य छोटे-छोटे लोक भी उसी परमेश्वर ने रच कर स्थिर किए।
SA न्यूज़ वाले बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने ऐसे डिबेट दिखाएं आज तक तो हम कृष्ण को ही पूर्ण परमात्मा आ रहे थे आज हमको पता चला डिबेट के माध्यम से सदग्रथों से प्रमाण करके संत रामपाल जी महाराज यह सिद्ध कर दिया की पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब है उनको बार बार नमन है
#सच्चा_सतगुरु_कौन श्री नानक देव जी ने श्री गुरु ग्रन्थ साहेब जी के पृष्ठ 946 पर कहा है:- ‘‘बिन सतगुरु भेंटे मुक्ति न कोई, बिन सतगुरु भेंटे महादुःख पाई।’’ Sant Rampal Ji Maharaj
पूर्ण परमात्मा जी रामपाल जी भगवान जी के रूप में इस धरती पर अवतरित हुए है, गुरु दीक्षा लेकर जीवन सफल बनाए,❤❤❤❤❤ जय हो बंदी छोड़ जी की,❤❤❤❤❤ कोटी कोटी सत साहेब जी पूर्ण परमात्मा जी,
श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 - 4, 16, 17 में कहा गया है जो संत इस संसार रूपी उल्टे लटके हुए वृक्ष के सभी विभाग बता देगा वह पूर्ण गुरु/सच्चा सद्गुरु है। यह तत्वज्ञान केवल संत रामपाल जी महाराज ही बता रहे हैं। Sant Rampal Ji Maharaj
🪕कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि जो सच्चा गुरु होगा उसके 4 मुख्य लक्षण होते हैं। 1. सब वेद तथा शास्त्रों को वह ठीक से जानता है। 2. दूसरे वह स्वयं भी भक्ति मन कर्म वचन से करता है अर्थात उसकी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होता। 3. तीसरा लक्षण यह है कि वह सर्व अनुयायियों से समान व्यवहार करता है भेदभाव नहीं रखता। 4. चौथा लक्षण यह है कि वह सर्व भक्ति कर्म वेदो ( चार वेद तो सब जानते हैं ऋग्वेद, यजुर्वेद ,सामवेद, अथर्ववेद तथा पांचवा वेद सूक्ष्म वेद सरवन वेदो) के अनुसार करता और कराता है।
गीता अध्याय 8 श्लोक 16 के अनुसार, स्वर्गलोक और ब्रह्मलोक में गए प्राणियों का भी पुनर्जन्म होता है। वहीं, गीता अध्याय 18 श्लोक 62 के अनुसार, मोक्ष का स्थान सतलोक है जहाँ कोई कष्ट नहीं है बल्कि वहाँ परम शांति है। 🔹
@@lovkushkumar3462Ham sab dhrm bna ke sirf ek dhrm bnayege sanatan dharm jo asli hoga jisme asli bhgwan ki bhkti hogi pankhand nhi hoga koi maas daaru nhi piyega bidi nhi piyega ladega nhi aur ye safal bhi hoga sab paar honge dhanyawad ❤
झूठा रामपाल का ज्ञान । अज्ञानी असमज्ज अहंकारी है । सत्य सनातन धर्म को अपमानित करने वाले हैं । बार बार कबीर कर के ये लोग भ्रम के साथ हमारी आस्था को ठेस पहुंचा रहे है ।गीता का झूठा अर्थ निकाल कर चुपड़ी मीठी वाणी से खुद ईश्वरबान गए ऐसे से बहस क्यों कर रहे हैं भगाओ इनको ।
🔹सतलोक में आत्मा को पूर्ण मोक्ष प्राप्त होता है, जो स्वर्गलोक और ब्रह्मलोक में असंभव है। स्वर्गलोक और ब्रह्मलोक की आत्माएं जन्म और मृत्यु के चक्र में बंधी रहती हैं, जबकि सतलोक में आत्मा को मोक्ष प्राप्त होता है।