माननीय नेताजी सही बोल रहे हैं जमीन सर्वे से बिहार में घर घर झगड़ा गांव गांव झगड़ा हो रहा है बिहार में लोगों के बीच बहुत तनाव पूर्ण स्थित है इससे तो लग रहा है कि पूरे बिहार में गृह युद्ध फैल जाएगा इसको तुरंत रोक देनाचाहिए
ये सर जी का कथन बिल्कुल सत्य है, सरकार को ये कम पूरा समय देते हुए साफ सुथरे तरीके से करवाना चाहिए , वर्ना बिहार मे आये दिन रोज जंग होगा, उलझनें के कारण 😢😢😢😢
इनका बात 100% सही है साल भर किसानों को मौका मिलना चाहिए जिम्मेदारी को जमीन वालों को अपना कागज मोटर पावर ठीक करें कराटे सर्वे के काम होना चाहिए पहला मौका दिया जाए कोई कहे है कोई विदेश में आए कोई दिल्ली में है कोई कोलकाता में है
सही बोल रहे हैं ।जमीन समन्धित कोई काम बिना घूस के नहीं होता है।किसान पूरे डरे हुए हैं।जो किसान पढ़े लिखे नहीं है उसे तो और ठगा जाता है।बार्ड by वार्ड सर्वे होना चाहिए।इसका पुरे तरीके से प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए ईमानदारी से।पूरे बात किसान को नहीं बताया जाता है।
नेता जी सलाम प्रणाम नेता जी ऐसा हि नेता बिना कुछ दिनो से हमारे बिहार कि धरती सुन् थी जो कुछ भी बोले हमारा दिल गद ' गद हो गया लेकिन हमारा जिन्दगी का आखिरी एक माग है नेताजी हमारे देश में 7 या 8 सेना का विभाग है आर्मी ' एयर फोर्स ' ने भी ' बीएसफ ' सी आइएफ ' सीआरपीएफ ' बीएमपी ' आरवीआई इन सब अपसर या जवान का वेतन मिलाया जाय और विकास क्या इन लोगों ने क्या किये हैं केवल बच्चा पढ़ाना रिटायर होने पर कहि एक या दो कठा जमीन खरिदकर मकान बनाये है लोग । Ill l l l l यहि जमीन सम्बधित अंचल ' अनुमंडल ' एडि एम तथा जितने भी क्रमचारी लोग है इन सब लोग का वेतन देख लिया जाए इन लोगो का विकास देखिए 5 विगहा जमीन खरिदलिए कम से कम चार नही तो तीन सहर मे मकान बनालिए है लोग नेता जी से हम यहि माग करेंगे कि जिताना भी जमीन संम्बधित अपसर एव क्रमचारी लोगो का सम्पति जाच हो प्रणाम
Totally agree with him on survey. . Govt should have given a particular period to get the papers done and then allot different time period for different villages ,..
कम से कम एक साल समय देना चाहिए। सर्वे करने वाले गांव में एक दिन आते हैं और कुछ मुख्य लोगो के दरवाजे पर बैठ जाते हैं और वही से चले जाते हैं। बड़े लोगो का ही बात सुनते हैं। गरीब लोगो का वे सुनते ही नही हैं। गरीब लोगो को बोलते हैं कि यह कागज लाओ, वह कागज लाओ। दस्तावेज से नहीं होगा, राशिद लाओ। रसीद नहीं देने पर बोला जाता है, खतियान लाओ। काफी परिसान किया जा रहा है।