अमर सिंह जी, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद इस हरुल के लिए। यह हरुल मैंने अपने दादा जी श्री संतराम चौहान जी को सुनाई उनको भी बहुत अच्छी लगी। आप से अनुरोध है कि लगातार ऐसी हरुल अपलोड करते रहे।🙏🙏
टाइटल थोड़ा गलत हो गया है( ऊनाभाट गाथा ) होना चाहिए था लेकिन इस तरह भी गया जाता है खाली क्रॉस में पीछे ,भरने ना जाए बिरसु, गाया जाता है बाकी उनाभाट जी की हारूल है
Pr samaj me ye nahi aaraha ki gatha unaa bhat ki hn yaa birsu ki Gane se phele sochna chahiye Mene agr kuch galt bola ho to Maf krna aap ek bujurg aadmi hn Hm aap ka saman krte hn