सतनामी बघवा को सलाम सबको जय सतनाम मेरे बघवा सबसे पहले आप आरक्षण से भगवा हो मेरे बाबा गुरु घासीदास जी ने 1820 में शिक्षा का आंदोलन शुरू किया जिसके वजह से समस्त भारत में दबे कुचले शोषित समाज को शिक्षा का अधिकार मिला आजाद भारत में अनुसूचित जाति के दायरे में आने वाले सतनामी समाज को आरक्षण मिला यदि राजनीतिक आरक्षण को खत्म कर दिया जाए विधानसभा में आप कहां पर हो भाई साहब थोड़ा सोचें गुने गुरु बालक दास जी ने कुर्बानी देकर और अपने जिंदा रहने तक संपूर्ण भारत को सतनाम में बनाने का बीड़ा उठाया था क्या इसी दिन के लिए कि आप आरक्षण के बदौलत कुर्सी हासिल करके रास्ते में आ कर के और अपनी स्वागत के लिए हमारे यह मधुर गीत और संगीत और हमारे इतिहास को अपनी स्वागत के लिए गवैया और नशा बना कर रखोगे कि सही में हम छत्तीसगढ़ के राजा और महाराजा है यह साबित करना होगा आप लोगों को धार्मिक रूप से गीत और दूसरे माध्यमों से विचलित कर रहे हैं आप अपने मिशन को भूल चुके हो अपनी बाबा गुरुओं का संघर्ष को उनकी बलिदानों को हम याद नहीं कर रहे बल्कि मटिया में ऐड करना बाबा जी ने हमें शिक्षा का अधिकार दिया जिनको हमारे पूर्वजों को हजारों सालों से शिक्षा से वंचित किया हमें सामाजिक रूप से अपमान किया गया उस्मान की बदला के लिए मनके मनके पूरे विश्व की बात बोले उसको हासिल करने के लिए आज से 200 साल पहले लगभग 1820 में जो आंदोलन शुरू हुआ उसकी इतिहास उसकी परिणाम उसकी मानवता उसके देश की पूर्ति के लिए सतनामी समाज एक हो जाओ भगवा जिसको शेर बोलते हैं जंगल की राजा बोलते हैं हम तो मानवता की राज बनना चाहते हैं मानवता को फिर से हासिल करना चाहते हैं इसके लिए हमारे बाबाजी ने हमें अधिकार और आरक्षण की व्यवस्था हुआ है इसको जिंदा रखो इसको बचाओ और सही में अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष करें जय सतनाम जय सतनाम जय सपना सबकी मंगल हो
Bahut badhiya bhaiya .agar humlog sabhi se prem bhawna se guru ji ke satnam sandesh ko sabhi tak pahuchate to abhi sabhi logo se isya bhavna khatma ho jatis🙏jay satnam🙏
🙏🙏🙏 जय सतनाम बहुत ही सुन्दर गीत 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻👍🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻;;;; जय सतनाम 🙏🏻
💖💝❤💘बहुत से संत नारियल के फल को तोडते हैं तो यही शब्द कहते है " जा रें हंसा अमर लोक में वास करना " मतलब नारियल के फल में जीव होता है उसे अमरलोक/सतलोक जानें कि बात करते हैं नारियल के फल को एक संत के उपाधि प्रदान दी गई है नारियल रूपी संत को सतनाम के नाम से फोङकर/मारकर या हत्या कर उनके शरीर को लोग खाते हैं और नारियल के जीव को अमरलोक जाने के बात करते हैं इसलिए संत लोग नारियल के फल को निर्जीव नहीं मानते हैं मतलब संत होकर नारियल रूपी संत के हत्या सतनाम कहकर करते हैं जैसे मुस्लिम बकरे मूर्गा आदि को बिस्मिल्लाह/खुदा के नाम से कहकर हत्या करते हैं मुस्लिम लोग बकरे मूर्गा आदि को बलि देने से पहले कुछ खीला कर पानी पिला कर बलि देते हैं वैसे ही कुछ संत लोग नारियल रूपी संत को पानी पिलाकर फोङते है या मारते हैं संत लोग भोजन तो धान से निकले चांवल को पकाकर भोजन करते हैं तो भोजन करते समय/पकाते समय भी कहने चाहिए चांवल रूपी संत को जय सतनाम " जा रे हंसो अमर लोक में वास करना " कहने चाहिए लेकिन नहीं कहते हैं क्योंकि असंख्य धान रूपी संत के पहले चमड़ी निकाते है या छिलके निकालते हैं फिर चांवल रूप में गर्म पानी में तरपा कर मारकर खाते हैं 💘💜 जय सतनाम 💝❤💙❤❤💝
Panthi estep achcha nhi hi Aap logo ka jab MI Panthi karte hu to mere pav se blood aane lgta hi es man se dil se karte satnami hu pyar dekhta hi to Panthi karte ho to man se keya kro