@Murarilal5948 जी बहुत बहुत धन्यवाद पर मैं आपको कहना चाहूँगी कि सरकारी विद्यालय और शिक्षक अब पहले जैसे नही रहे।माफ़ कीजिये आप पूर्वाग्रह से ग्रसित है शायद ।हम पढ़ाने पर ही सबसे ज्यादा ज़ोर देतें हैं।ये तो उत्सव जयंती का छोटा सा नमूना है। मगर other activities me bhi kisi se km nhi hai