आज कुछ भी होता है तो पूछने पर बीजेपी वाले कहते है पिछली सरकार की क्रियाकलाप को बताते है ।अगर उसने गलती की तब ही तो हमलोग ने उसे बाहर विपक्ष में बिठाया है आप भी वैसे करेंगे तो शायद आपको भी विपक्ष में बैठना होगा
पेपर लीक रोकथाम के लिए महज कड़ा कानून बनाने से नही रूक पायेगा इसके लिये पेपर पैर्टन पर मंथन करना होगा। कानून बनने से न अपराध कम हुये न होगे बल्कि अपराध का दायरा बढ़ा है। हमें पेपर पैर्टन सुधार पर मंथन किया जाना चाहिये । मुन्ना भाईयो पर सख्त कार्यवाही करते हुये आजीवन की सजा का प्रावधान होना चाहिये ?
Kast karke ek ghar karne ke baad koi kahe ghar tod ke new ghar banao keisa lagegaa...achhe students to darenge ree neet se ...jo padhai nahin jante cheater hen wo kiyun darenge
re-neet से तैयारी वाले ईमानदार बच्चों का कुछ भी नुकसान नहीं हौगा, यदि उनकी सही तैयारी है तो वो हर बार अच्छा ही करेगे, और चीटर बाहर हो जाएगे, re-neet का नुकसान सिर्फ बेईमानो को हैं
Education minister ke hisab se toh paper leak hua hi nahi tha. Ab sari karwahi karni hai, sabse pehle useless education minister ko hatao. Phir kuch bolo, agar opposition nahi hota toh koi sunwai nahi hoti. Manipur is the biggest example of that.
निट पेपर सेंटर में गडबडी छोढा हुआ OMR sheet पेपर के तुरंत बाद में भरा गया है जिस ने पैसा दिया है उन बच्चो का इस लिये शिक्षा मंत्री इस्तिफा और दुबारा निट पेपर हो तभी बच्चो को न्याय मिलेगा
It is a pity that the nation needs to rely on SC for neutral investigation - speaks volumes of incompetence and corruption of all involved agencies. Had the NEET result been made public, the 'beneficiaries' of leak could be easily identified by whistle blowers. The non-public declaration of the result clearly points to the intent of not being transparent - something the SC knows very well from the Electoral Bonds case! Unless both sides work very hard to complete the homework given by SC, more time will be asked for on the 11th. Good job Aaj Tak 👍🙏
पूनावाला जी दूसरे करेंगे तो आप भी करेंगे? सरकार आपकी है इतना पेपर लीक क्यों हो रहा है? दस दिन पहले नीट परीक्षा परिणाम क्यों आया? और अभी तक आपने परीक्षा रद्द क्यों नही कराया? शिक्षा मंत्री झूठ क्यों बोले कि पेपर लीक नही हुआ है? 5 मई को ही जनता को पता चल गया था कि पेपर लीक हो गया और आपलोग चुनाव में लगे रहे।
हम ऐसे देश मे रहते हैं जहां के राष्ट्रपती, प्रधानमंत्री, शिक्षामन्त्री ओर सुप्रीम कोर्ट के जज भी ये मान चुके हैं कि नीट का पेपर लीक हुआ है फिर भी ये सोचना पड़ रहा है कि इस पेपर को रदद करें या नही. यदि कोई एक डाक्टर भी गलत बन जाता है तो वो देश के लिए कितना नुक्सानदायक हो सकता है .इस बारे मे आप भी अपने विचार रखें .
50% क्वेश्चन पेपर की परीक्षा होनी चाहिये. रिझल्ट के बाद पहिले जितने छात्रो को मार्क मिले है उसमे से आधे मार्क इसने मिलाकर टोटल मार्क देना चाहिए ईसमे बच्चो का नुकसान नही
अरे भाई कुछ तो शरम करो , 24 लाख बच्चे तक पेपर लिक होने के बाद री नीट करवायेंगे क्या सब सरकार की मिली भगत है सरकारने तो पहिली हलत नामा भेज दिया है सुप्रीम कोर्ट को सरकार एनटीए को बचाना चाहती है
Jdu के नेता अगर वह यह कहते हैं कि 24 लाख छात्रों की चिंता है उन्होंने कड़ी मेहनत कर के परीक्षा दी है तो 14 लाख छात्रों ने कड़ी मेहनत नहीं की थी जो परीक्षा एक दो दिन पहले परीक्षा रद कैसे हुआ , क्या तर्क है शरम आणि चाहिए
बिपकसी रोज का गाना गाने की जगह मिल कर मामलों को सुलझाये तो जादा अच्छा होगा। कुर्सी की भूख इतनी बड़ी हुई है कि न करेंगे न सरकार को करने देंगे वाली राजनीति से जनता पीसी जा रही है। जनता को अपनी भूल समझ आ रही है।
नमक हलाल धर्मेंद्र प्रधान के स्टेटमेंट भी गोलमाल रहे हे गरीब बच्चे, गांव के बच्चे बस राजनेतिक भाषा बोलकर देश को दिखा रहे हे की जैसे वो अपनी जिम्मेदारी 100% शुद्धता से निभा रहे हो,इनको क्या करना हे इन्होंने पहले तय कर रखा हे, बच्चे अवसाद के शिकार हो रहे हे इनको कोई चिंता नहीं । जब आपको ईश्वर ने देश की सेवा करने का
Yah mana ja sakta hai ki paper leak bade paimane par nhi hua hai magar gadbadi aur dhandhli India ke chhote bade town ke centres par bahut jyada hui hai. Iska jimmedar NTA aur Government hai.
आम जनमानव एव आम छात्रो (जो पेपर लीक से बाहर थे ) उनकी मनोधारणा को देखते हुये NEET परीक्षा निरस्थ कर पुःन होने में छात्रों का उज्जवल भविस्य हो सकता है। ?
Who ever done the paper leak but every one including the court should understand that no minister has resign to wipe the crocodile tears they sacked the director but 28 lakh students r suffering psycologically along with the families of the student
रोज कोई न कोई बहाना निकालो और सरकार को उलझाए रखो क्या इसी काम करने के लिए ये सब चुने गए। इनके राज्यों की तरफ कौन ध्यान देगा। इनकी सरकार मै दारू से चार राज्यों में 1000 लोग मर गए उसकी कोई चर्चा कहीं क्यो नहीं हो रहा।
Jis Samaj Virodhi Party ney Nakal, Gundagardi, Naukri, Posting, Promotion, Kidnapping aur Vasooli ko ek legal Industry hi bana diya tha dekhiye aaj us ka Hara Mendak kaisa fudak raha hai.
अपने देश मे एक भी एग्जाम फेयर नही होता है स्टेट लेवल का हो या सेंट्रल लेवल का !जब तक नेताओं का एडुक्शनल क्वालिफिकेशन फिक्स्ड नही होगा । तब तक धांधली रुकेगा नही । ■ BPSC पेपर लीक में आयोग के एक भी अधिकारी पर EOU के टीम ने FIR दर्ज नही किया है। जबकि पेपर लीक आयोग के अधिकारियों और नेताओ / मंत्री के मिलीभगत के बिना संभव ही नही है।😢😢
Chjitrajee, you can't be so harsh on 1 representative of govt....... specially if they have been proactively taking actions. The irresponsible, unaccountable oppositions like bhadauria is talking all rot.
Itne paper leak toh tab nhi huye the jab insan mobile lekr jaata tha exam mein. Lekin aaj ki date mein ek dhaaga tak exam Hall mein nhi jata or Modi goverment apne apko majboot btati hai or itne saarey paper leak. Naukri nhi deni toh saaf mana karo. Bacho ko anpad banana hai ye baat saaf khulkar boley Modi ji.