DELHI MUMBAI EXPRESSWAY | Kalindi Kunj se lekar Meethapur, Jaitpur entry or exit point #delhi#mumbai
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे 1,350 कि.मी. लंबा, 8 पथ चौड़ा प्रवेश-संचालित निर्माणाधीन एक्सप्रेसवे है जो भारत की राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली को वित्तीय राजधानी मुंबई से जोड़ता है।[1] इसकी आधारशिला ८ मार्च २०१९ को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सुषमा स्वराज और अरुण जेटली की मौजूदगी में रखी थी। [2] भूमि अधिग्रहण लागत सहित कुल परियोजना मूल्य लगभग ₹1,00,000 करोड़ (~US$13.1 बिलियन) है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इस एक्सप्रेसवे पर जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से फरीदाबाद, सेक्टर-65 तक 31 कि.मी. तक का छोटा रास्ता भी बनाया जाएगा। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे सोहना एलिवेटेड कॉरिडोर, दिल्ली को दौसा, कोटा, रतलाम, वडोदरा और सूरत के रास्ते महाराष्ट्र के जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह से जोड़ेगा। यह मार्ग केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली (12 किमी) और हरियाणा (129 कि.मी.), राजस्थान (373 कि.मी.), मध्य प्रदेश (244 कि.मी.), गुजरात (426 कि.मी.) और महाराष्ट्र (171 कि.मी.) से होकर गुजरता है। एक्सप्रेसवे की मुख्य लंबाई सिर्फ सोहना से विरार तक 1,198 किमी. है। इसके अतिरिक्त इससे होकर दो छोटे रास्ते निकलते हैं: डीएनडी-फरीदाबाद-केएमपी (59 कि.मी.) और विरार-जेएनपीटी (92 कि.मी.), जिससे इसकी लंबाई 1,350 कि.मी. तक बढ़ जाती है। आरंभ में पिछड़े क्षेत्रों में ग्रीनफ़ील्ड-संरेखण मार्ग के साथ एक्सप्रेसवे 8-लेन चौड़ा होगा, जो वर्तमान 24 घंटे की यात्रा के समय को घटाकर 12 घंटे कर देगा। एक अतिरिक्त चार लेन की भूमि भविष्य में सड़क-विस्तार के लिए सड़क के बीच में दोनों तरफ़ भोक्ताओं, वृक्षारोपण और सार्वजनिक परिवहन के लिए आरक्षित की जाएगी।
Highways on the go
11 окт 2024