Dipawali Special || Laxmi Mata Aarti || Mata Laxmi Bhajan || Mata Bhakti Song || J Tune Bhakti
हिन्दू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं। वह भगवान विष्णु की पत्नी हैं। पार्वती और सरस्वती के साथ, वह त्रिदेवियाँ में से एक है और धन, सम्पदा, शान्ति और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं।
आज की इस कड़ी में हम जानेंगे माता लक्ष्मी के 8 स्वरूप कौन से हैं और उन सभी की क्या महीमा है. आदी लक्ष्मी ही भगवान श्री हरि विष्णु (Vishnu) की पत्नी हैं और यहीं लक्ष्मी का मूल रूप भी मानी जाती हैं. भागवत पुराण के अनुसार ही महालक्ष्मी ने ही तीनों देवता ब्रम्हा, विष्णु और महेश को प्रकट किया है.
विष्णु प्रिया लक्ष्मी : ऋषि भृगु की पुत्री माता लक्ष्मी थीं। उनकी माता का नाम ख्याति था। (समुद्र मंथन के बाद क्षीरसागर से जो लक्ष्मी उत्पन्न हुई थी उसका इनसे कोई संबंध नहीं।) महर्षि भृगु विष्णु के श्वसुर और शिव के साढू थे।
भगवान विष्णु के कहने पर क्षीर सागर में समु्द्र मंथन किया गया. इसमें 14 रत्नों के साथ ही अमृत और विष भी निकला. समुद्र मंथन के दौरान ही मां लक्ष्मी की भी उत्पत्ति हुई थी. जिसे भगवान विष्णु द्वारा अपनी अर्धांगिनी के रूप में धारण किया गया.
विष्णु जी की पत्नी: माता लक्ष्मी भगवान विष्णु के हर अवतार में उनकी अर्धांगिनी रहीं हैं। भगवान विष्णु के श्रीराम अवतार में माता सीता ही लक्ष्मी माता का रूप थीं। श्री कृष्ण अवतार में रुकमणी ही लक्ष्मी माता थीं। वेंकटेश्वर अवतार में अलामेलु ही लक्ष्मी माता थीं।
हिंदू बंगाली संस्कृति में, लक्ष्मी, सरस्वती के साथ, दुर्गा की बेटियों के रूप में देखी जाती हैं । दुर्गा पूजा के दौरान इनकी पूजा की जाती है। दक्षिण भारत में, लक्ष्मी को दो रूपों में देखा जाता है, श्रीदेवी और भूदेवी, दोनों तरफ वेंकटेश्वर, विष्णु का एक रूप।
भगवान गणेश (Lord Ganesha) माता पार्वती और महादेव के पुत्र हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) भी श्रीगणेश को ही अपना पुत्र मानती है? गणपति को माता लक्ष्मी का दत्तक पुत्र कहा जाता है. दीपावली पर माता लक्ष्मी की श्रीगणेश के साथ पूजन माता और पुत्र के रूप में होता है.
30 сен 2024