जय गुरुदेव जी आप को शत-शत नमन। गुरु मंत्र के सम्पूर्ण रहस्य के विषय में ज्ञान दें। यदि कोई अनुष्ठान स्वरूप में गुरु मंत्र कुल 1.25 करोड़ जाप करता है तो उससे कितना तपोबल बढ़ेगा और कितनी शीघ्र सिद्धि की प्राप्ति संभव है।,🍀🍀🍀🍀🍀🏵️🏵️🏵️🏵️🏵️
@@vishwagurubharat7040 गुरु मंत्र 18 परम दुर्लभ सिद्धियों को प्राप्त करने में सबसे अधिक सहायक है । जैसे अणिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य ( शरीर को पर्वत जितना बड़ा करना , शरीर को मच्छर जितना छोटा करना, रामायण काल में हनुमानजी ने समुद्र लांघते समय इन्हीं सिद्धियों का प्रयोग किया था , ब्रहाण्ड की परम दुर्लभ वस्तुओं की प्राप्ति आदि )। सारे मंत्र और सारी सिद्धियॅॉ एक तरफ और केवल गुरु मंत्र अकेला एक तरफ। गुरु मंत्र को किसी ने लिखा नहीं है। दश दिशाओं ने प्रथम बार इसका गुजारण कर के यह मंत्र अस्तित्व में आया। व्यावहारिक रूप से गुरु मंत्र अनंत गुणों और रहस्यों को अपने भीतर समेटे हुए है। केवल परमहंस अवस्था के सिद्ध पुरुष इस रहस्य को जानते है।