जय श्री राम जय राम जय राम जय जय श्री राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम जय राम जय राम जय जय श्री राम ❤️🙏🙏
भाई जी परिवार में अकेला लड़का हूं। इस परिस्थिति में विवाह करना चाहिए या फिर नहीं करना चाहिए। मेरा मन देश कार्य करने में है। पर फिर मेरे माता पिता का क्या होगा। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा कृपा कर मार्गदर्शन कर दीजिए🙏🙏🙏🙏
जीवों का मूल लक्षण जनन है, जो प्रकृति प्रदत्त है। प्रकृति (ईश्वर) के विरुद्ध कर्म अपराध है। अवश्य ही आपके कर्मों से दूसरी आत्मा को कष्ट नहीं होना चाहिए। माता -पिता साक्षात ईश्वरीय रूप हैं, उनकी संतुष्ट आपका नैतिक धर्म है।