बहुत बढ़िया भाई गौरव जी बस ये ताड़का सरीखी हंसी ने मजा ख़राब कर रखा था बार बार बीच में इतनी कर्कश आवाज व हंसी बर्दाश्त से बाहर हुई जा रही थी जैसे माइक मुंह में घुसा कर बैठी हो,,
जहाँ ना पहुँचे नासा और इसरो वहाँ पहुँचे मारवाड़ी , ना पहुंचे बन्दो दूसरो राजस्थानी या मारवाड़ी होने पर गर्व करो जब भी जिक्र चलेगा वीरो के बलिदान का, सबसे ऊपर नाम मिलेगा मेरे राजस्थान का
जैन और मुसलमान सब हिंदुस्तानी होते है।मैं भी राजस्थानी हूं लेकिन मैं सिर्फ ये सोचकर कि ये सरकार हिंदुवादी है उसको सपोर्ट नहीं करता सरकार को सपोर्ट करो बशर्ते वो हिंदुस्तानी हो ना कि हिंदुवादी।शैलेश ना जैन है ना ही हिंदुस्तानी क्योंकि ये सिर्फ एक खास धर्म को पूरा हिंदुस्तान समझता है।जबकि हिंदुस्तान सब धर्म का काबा और काशी है।शैलेश जैसे जैनियों को सुनकर पूरा जैन समाज शर्मसार होता होगा।