एक वह समय था जिस देशकाल में गाय की इतनी महत्ता थी, कि होरी के घर में गाय आने से बहारों की रौनक आ गई थी पर आज गाय घरों से छोड़कर सड़कों पर भटकने के लिए स्वयं छोड़ देते हैं गाय की दुर्दशा देखकर हृदय द्रवित हो रहा है,कैसा समय चक्र है।कहानी में बहुत कुछ मर्म स्पर्शी है जो इतनी आसानी से बयान नहीं की जा सकती
हमारे महापुरुषों के जमाने में देखिए कितनी गरीबी और लाचारी थी फिर भी वह एक दूसरे के काम आते थे और कभी अपनी गरीबी का ढिंढोरा नहीं पीटते थे और एक आज का जमाना है ऐसा हरदम पैसा पैसा चिल्लाते हैं
Sabas mother India Wah re munsi premchandra Kaha Gaye aise Mahan kahanikar Puri team ne akdam jiwant abhinay Kiya Hai Puri team po pradam Kha gye aise mahan
aj kl movies dekhne se bhi vo aanand nhi milta jo prenchand ki kahaniyan padhkr mil jata h kya dil ko chhuu jati h or video ke sbhi actors and music best h isse acha kuch ho hi nhi skta..
आजकल जो लोग महंगाई महंगाई की बातें करते हैं महंगाई और लाचारी क्या होती है इस कहानी में दिखाया गया और जिस घर के दुश्मन अपने ही हो जाए उन्को बाहरी दुश्मनों की जरूरत ही क्या,,, हीरा और होरी ्दोनो भाई का बंटवारा हो गया लेकिन बड़े भाई की खुशी छोटे भाई से देखी नहीं गई और होरी की गाय को जहर दे दिया और गांव के लोगों ने सरपंचों एक लाचार और मजबूरी का फायदा उठा उनको दाने-दाने के लिए मोहताज कर दिया पंचायत और समाज लोगों की मदद के लिए होनी चाहिए थी रेडियो से लोगों के लूटने की होड़ मची रहती है,,, लोगों ने इसका भरपूर फायदा होरी जैसे किसानों को जिंदगी बद से बत्तर कर दी पहले भी ऐसा होता है और आज भी ऐसे समाज के बड़े ठेकेदार लोग इसी तरह गरीबों को लूटते हैं और कोई भी मौका चूकना नहीं चाहता?????
Woh bhi kya time tha..80rs ki Gau ghar laane par poora parivaar kitna excited tha...aaj koi agar 80hazaar ka bike ghar mein har ek member ke pass ho toh bhi ghar mein khushi nhi milti insaano ko
Go daan is a very famous story written byPremchandji .All his stories have a tragic ending which iis really heart rending .They depict the life of the poor & common people from small towns and villages ,But for him their difficulties have gone unrecognised .😔😔😔👌👌👌