मैं बार्डर से गाना सुन रही हूं । मैंने प्रकाश जी के सारे गाने सुने हैं। मैंने जब प्रकाश जी का पहला भजन सुना तब से मैं इनकी की फैन हूं। यह भजन मेरा सबसे पसंदीदा भजन है ❤️😘😍 Love you so much 😘 Jay Hind 🇮🇳❤️
इस महान कलाकार का कोई चैलेंज नहीं है साहब,इतनी बुलंद आवाज में लगातार 13 साल से गाना बहुत कठिन काम है मां सरस्वती की कृपा बरस रही है राष्ट्रवादी भजन सम्राट प्रकाश जी माली पर, धन्य है राजस्थान की धरती और प्रकाश जी के माता पिता जिन्होंने ऐसे महान कलाकार को जन्म दिया 💞💞💞🚩🚩🚩🚩🚩
मै प्रकाश जी माली का धन्यवाद करता हूँ कि अपने जन जन तक वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की वीर गाथा सुनाई जबकि Bollywood वालो ने तो केवल अश्लीलता फैलाई है। हमारे लिए तो असली हिरो तो महाराणा प्रताप है ।।।। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारे यहा महाराणा प्रताप जैसे शूरवीरों का जन्म हुआ है ।।🙏🙏
मैं बिहार से हूं , लेकिन मुझे गर्व है महाराणा प्रताप पर , मुझे गर्व है अपने राजपूत होने पर । धन्य है वो राजस्थान जहाँ धरती का सबसे वीर पुत्र ने जन्म लिया । 🚩🚩🙏🙏🙏🙏🚩🚩
भारत रत्न से सम्मानित करना चाहिए ऐसे महान मर्यादा पुरुषोत्तम जैसी छवि वाले प्रकाश जी माली हिंदू समाज के महापुरुष की जीवन गाथा को इतनी सुंदरता से हमारे हिंदू समाज संपूर्ण हिंदू परिवार को एक कथा के रूप में सुनाते हैं आदरणीय ...👏 श्री प्रकाश जी माली को जय श्री राम 🙏 जय मां भारती 🚩 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Bhai pahali baat hindu samaj nahi ek mahan sanatani dharm hai Maharana Pratap Ko Bharat Ratna Nahi Bas unke Baare me har hindu ko pata hona chahiye Aur har Mughal unke baare me sunkar dare yahi unka sabse bada sanmaan hoga
Jab Akbar ney poora hindustan Fateh kar liya ekley Maharana Partap jo Akbar ki ankh ka roda baney ek choti se riayast ka raja merey samney akad key chalta hai
हमें गर्व होता है कि हम राजस्थानी हैं क्योकि हमारी मातृभूमि ऊन वीर सपूतों की भूमि है जहां महाराणा प्रताप जैसे महापुरुष हुए थे ।महाराणा प्रताप के चरणों में कोटि कोटि नमन करता हूँ 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
माँ भारती के अमर सपूत, भारतीय स्वाभिमान व शौर्य के अप्रतिम प्रतीक, महापराक्रमी, विलक्षण संगठनकर्ता, त्याग व बलिदान के उच्चतम आदर्श महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि एवं कोटि-कोटि नमन। राणा प्रताप इस भरत भूमि के, मुक्ति मंत्र का गायक है। राणा प्रताप आजादी का, अपराजित काल विधायक है।। वह अजर अमरता का गौरव, वह मानवता का विजय तूर्य। आदर्शों के दुर्गम पथ को, आलोकित करता हुआ सूर्य।। राणा प्रताप की खुद्दारी, भारत माता की पूंजी है। ये वो धरती है जहां कभी, चेतक की टापें गूंजी है।। पत्थर-पत्थर में जागा था, विक्रमी तेज बलिदानी का। जय एकलिंग का ज्वार जगा, जागा था खड्ग भवानी का।। भारत के वीर पुत्र महाराणा प्रताप का बलिदान दिवस पर शत् शत् नमन ।। नमन तुम्हे हे शौर्य शिखर, नमन तुम्हारी मजबूती को! नमन तुम्हारे क्षात्रत्व को, नमन तुम्हारी रजपूती को...! मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर भारतवर्ष की धरती को धन्य करने वाले महाराणा प्रताप जी की पुण्यतिथि पर कोटि कोटि सादर प्रणाम 🙏🚩🌺🌸🪔💐⚔️🏹🙏
आज हिन्दुवा सूरज की पुण्यतिथि पर मैं उनको सत सत नमन करता हूँ 🙏। जब भी मैं महाराणा प्रताप का ये गीत सुनता हूँ रोंगटे खड़े हो जाते हैं एक अलग ही जोश भर जाता हैं ।
कोटि कोटि नमन वंदन प्रणाम 🚩🚩🚩🦁🦁🦁🐯🐯🐅🐅🐆🐆🐯🦁🚩🚩हल्दी घाटी के शेर महाराणा प्रताप का यशो गुणगान करने के लिए श्री प्रकाश माली जी को🚩🚩जय श्रीराम जय भवानी हर हर महादेव 🚩🚩🐯🐯🦁🦁🙏🙏🙏🙏🙏🙏
प्रकाश जी माली ने इस गीत को अमर कर दिया है जब सातवीं आठवीं कक्षा में यह हिंदी पाठ्यक्रम में था तब सुनने का पढ़ने का मौका मिला था उसके बाद वापिस प्रकाश जी ने अपने भजन के माध्यम से महाराणा प्रताप की जीवन के दोनों गीतों को अमर कर दिया है
मै प्रतापगढ़ से क्षत्रिय कुल से हूं की हमारे वंशज ने ऐसे इतिहास बनाए की उसे सुनकर हृदय विभोर हो जाता है मैं प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश की पावन धरती से महान व्यक्ति रघुराज प्रताप सिंह को नमन करता हूं
बहुत ही शानदार ...हरे घास री रोटी वीर रस से ओत प्रोत...बहुत बार सुन चुका हूं इस रचना लेकिन आपके सुरीले कंठो से सुन कर अलग ही रोमांच पैदा होता हैं....माँ सरस्वती की खूब कृपा है आप पर प्रकाश जी माली ....प्रणाम स्वीकार कीजिये.....💐💐💐💐
धन्य है वो धरा जहां पर महाराणा प्रताप जैसे स्वाभिमान वीर पैदा हुए । कोटि कोटि नमन करता हूँ ऐसी मातृभूमि को । मां तुम धन्य हो गई तूने प्रताप जैसे वीर पैदा किया । नमन मेवाड़ के वीर को 🌹🙏🙏🌷🌷
महाराणा प्रताप के स्वाभिमान का ना तो कोई सानी है ना कोई उत्तराधिकारी वह हमेशा के लिए अज्जर और अमर हो गए प्रकाश माली जी और कन्हैया लाल सेठिया जी का धन्यवाद जिन्होंने आज भी उस अतीत को वर्तमान बना देते हैं
महाराणा प्रताप न कभी हारे थे और न ही झुके ऐसे हिन्दुआ सुरताण को मेरा शत शत नमन है और मुझे खुशी है कि आप जैसे कवि भी हमें समय समय पर ऐसेशूरवीरों की याद दिलाते रहते हैं
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति प्रकाश जी माली वास्तव में इस भाव को सुन के शरीर का पुरा खून खुल जाता है ❤️🙏कि महाराणा प्रताप जी जेसे यौदा ⛳हिन्दूत्व के लिए अपनी आन बान शान को दांव पर लगाने के लिए कुछ भी कर सकते थे।🙏ऐसे यौदाऔ को दिल से नमन करता हूं 🙏जय श्री राम 🏹🚩 हिन्दूत्व सर्वप्रथम 🚩 विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल राजस्थान 🙏🏼⛳ हिन्दू भरत चौधरी 🏹🙏
प्रकाश जी भाई साहब को प्रणाम करता हूँ कि आप ने ऊन महापुरुषों के इतिहास को पस्तुत किया जिन्होंने मातृभूमि ओर अपने धर्म के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी ""महाराणा प्रताप जय शिवाजी महाराज जय पृथ्वी राज चौहान को कोटि कोटि नमन करता हूँ 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏
मेवाड़ की धरती पर ऐसे वीर सपूत महाराणा प्रताप सिंह ओर राणा पुन्जा भील जेसे महान योद्धा ने अवतार लिया ओर स्वामी भक्त चेतक जेसे योद्धा हुऐ मुजे गर्व है मेने मेवाड़ की पावन धरा पर जन्म लिया अगले जन्म के सत्य कर्मों के कारण ही ऐसी पावन धरा प्रभु श्री एकलिगनाथ जी ने मुजे मेवाड़ की पावन धरा पर जन्म दिया जय मेवाड़ जय मेवाड़ जय मेवाड़ जय मेवाड़ जय महाराणा प्रताप जय राणा पुन्जा जय हो झाला मान
जब भी मैं डिप्रेशन में होता हूं तो यह गाना अवश्य सुनता हूं और वापस काम करने की ताकत आ जाती है हमारा शोरूम दुकान रोडकटिंग में चली गई थी पूरी यही रहने में बहुत बड़ा
मैं गोंडा(U. P.)से हूं। हम हर हिन्दू को महाराणा प्रताप की तरह बनना चाहिए ताकि कोई मुगल दुश्मन हमारा टक्कर न ले सके। महाराणा प्रताप की जय हो जय हो...........................💪💪💪💪💪💪💪💪
जय हो प्रकाश माली जी बहुत बहुत आभार जिन्होंने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी के लिए इतना टाइम निकाल कर लोगो को बताया 🙏🙏जय हो वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी आप को कोटी कोटी नमन करता हूँ 🙏🙏
मैं बिहार से हूं , और जब भी मैं महाराणा प्रताप सिंह को सुनता हूं तो ऐसा नहीं लगता है की मैं बिहार से हूं लगता है की मैं भी राजस्थान से हूं , ऐसा इसलिए क्योंकि वो सिर्फ राजस्थान के लिए नहीं पूरे भगवा के रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया ।
Aajkal ke leader v babe in mahapurush logon jaise prataap ji jambhoji aadi ka naam leke teli sale desh ko barbaad kr rhe h chorna mt in khoto jato ko jyadatr rohtak v dusre kuch apne idhar harwana wale contact se jyadajo inko like krte h
मेरा नाम हरीश सेन है में mp धार जिले के मांडवी गाँव से हु में जब ये सब कुछ सुनता हूं तो मेरा खून खोलता है भाईयो आब हमे इन घिनोने रेप पर आवाज उठानी चाहिए जय हिन्द जय हिन्दू जय महाराणा प्रताप जय फगवा राज
महाराणा प्रताप ने यहां तक कह दिया कि जब तक मेरा मेवाड़ आजाद नहीं होगा इन मुल्लों की गुलामी से आजाद नहीं होगा तभी तक मैं ना तो महलों में रहूंगा ना सोने की थाली में भोजन करूंगा और ना ही मैं अच्छा भोजन खा लूंगा मेरा घास फूस ही भोजन है और वह नहीं मेरा महान है वही यह महाराणा प्रताप है मैं बाड़मेर से
लेकिन राजस्थान के राजपूतो ने इस समय जो राज्य के लिए किया है ""मोदी तेरे से बैर नही वसूंधरा तेरी खैर नही ""नारे से तो महा मूर्खता का ही काम किया ।लोभी फितरत के मुताबिक फिर मुगलो की पार्टी ने शायद टूकङा डाल दिया ।जैसे महाराणा को बाकी राजपूतो ने उस वक्त भी ऐसा ही किया था वरना ये तो क्या ,,,,?,,
जय महाराणा प्रताप जी आप पर हिन्दुओं को गर्व है आप न मुसलमानो को बहुत गन्दी तरह से हराया था और नानी याद करवादी थी सब मुस्लिम आप के चरणों में गिर पड़े थे आप महान हो । जय श्री राम
जय मेवाड़ जय राजस्थान जय महाराणा प्रताप मुझे गर्व है कि महाराणा प्रताप मेवाड़ के वीर योद्धा थे और राजपूत वंश का नाम इतिहास में प्रसिद्ध किया । जय जय महाराणा प्रताप 🌞🙏 जय जय मेवाड़🌞🙏 जय जय राजपुताना 🙏
मै गर्व के परम शिखर पर अनन्त मे मेरी रक्त वाहिका मे रकतगरम हो गया है रचनाकार और स्वर साधक को हृदय से धन्यवाद इसी तरह प्रयाश करते रहिए हिन्दू जाग रहा है
मैं बद्रीलाल भील जिला प्रतापगढ़ से मुझे गर्व है कि मेरे देश में ऐसे महान पुरुष पैदा हुए महाराणा प्रताप अकबर के आगे कभी नहीं चुके और महाराणा प्रताप के साथी वीर शिरोमणि राणा पूजा उनके कंधे से कंधा मिलाकर मेवाड़ की रक्षा की जय जोहार जय राणा पूंजा भील
धन्य हो धन्य हो जय हो प्रकाश माली जी वैसे वैसे भजन गाते रहना हम सुनते रहेंगे हजारों प्रकाश माली की जरूरत है यहां हर कोने कोने में होना चाहिए प्रकाश माली कहने का अर्थ हर राज्य में होना चाहिए ऐसा देश भक्ति गाना धनु
🚩 *जय* *एकलिंग* *दीवान* 🚩 अरे घास री रोटी ही जद बन बिलावड़ो ले भाग्यो। नान्हो सो अमरयो चीख पड्यो राणा रो सोयो दुख जाग्यो। हूं लड्यो घणो हूं सह्यो घणो मेवाड़ी मान बचावण नै, हूं पाछ नहीं राखी रण में बैर्यां री खात खिडावण में, जद याद करूँ हळदीघाटी नैणां में रगत उतर आवै, सुख दुख रो साथी चेतकड़ो सूती सी हूक जगा ज्यावै, पण आज बिलखतो देखूं हूँ जद राज कंवर नै रोटी नै, तो क्षात्र-धरम नै भूलूं हूँ भूलूं हिंदवाणी चोटी नै मैं’लां में छप्पन भोग जका मनवार बिनां करता कोनी, सोनै री थाल्यां नीलम रै बाजोट बिनां धरता कोनी, अै हाय जका करता पगल्या फूलां री कंवळी सेजां पर, बै आज रुळै भूखा तिसिया हिंदवाणै सूरज रा टाबर, आ सोच हुई दो टूक तड़क राणा री भीम बजर छाती, आंख्यां में आंसू भर बोल्या मैं लिखस्यूं अकबर नै पाती, पण लिखूं कियां जद देखै है आडावळ ऊंचो हियो लियां, चितौड़ खड्यो है मगरां में विकराळ भूत सी लियां छियां, मैं झुकूं कियां ? है आण मनैं कुळ रा केसरिया बानां री, मैं बुझूं कियां ? हूं सेस लपट आजादी रै परवानां री, पण फेर अमर री सुण बुसक्यां राणा रो हिवड़ो भर आयो, मैं मानूं हूँ दिल्लीस तनैं समराट् सनेशो कैवायो। राणा रो कागद बांच हुयो अकबर रो’ सपनूं सो सांचो, पण नैण कर्यो बिसवास नहीं जद बांच नै फिर बांच्यो, कै आज हिंमाळो पिघळ बह्यो कै आज हुयो सूरज सीतळ, कै आज सेस रो सिर डोल्यो आ सोच हुयो समराट् विकळ, बस दूत इसारो पा भाज्यो पीथळ नै तुरत बुलावण नै, किरणां रो पीथळ आ पूग्यो ओ सांचो भरम मिटावण नै, बीं वीर बांकुड़ै पीथळ नै रजपूती गौरव भारी हो, बो क्षात्र धरम रो नेमी हो राणा रो प्रेम पुजारी हो, बैर्यां रै मन रो कांटो हो बीकाणूँ पूत खरारो हो, राठौड़ रणां में रातो हो बस सागी तेज दुधारो हो, आ बात पातस्या जाणै हो घावां पर लूण लगावण नै, पीथळ नै तुरत बुलायो हो राणा री हार बंचावण नै, म्है बाँध लियो है पीथळ सुण पिंजरै में जंगळी शेर पकड़, ओ देख हाथ रो कागद है तूं देखां फिरसी कियां अकड़ ? मर डूब चळू भर पाणी में बस झूठा गाल बजावै हो, पण टूट गयो बीं राणा रो तूं भाट बण्यो बिड़दावै हो, मैं आज पातस्या धरती रो मेवाड़ी पाग पगां में है, अब बता मनै किण रजवट रै रजपती खून रगां में है ? जंद पीथळ कागद ले देखी राणा री सागी सैनाणी, नीचै स्यूं धरती खसक गई आंख्यां में आयो भर पाणी, पण फेर कही ततकाळ संभळ आ बात सफा ही झूठी है, राणा री पाघ सदा ऊँची राणा री आण अटूटी है। ल्यो हुकम हुवै तो लिख पूछूं राणा नै कागद रै खातर, लै पूछ भलांई पीथळ तूं आ बात सही बोल्यो अकबर, म्हे आज सुणी है नाहरियो स्याळां रै सागै सोवै लो, म्हे आज सुणी है सूरजड़ो बादळ री ओटां खोवैलो; म्हे आज सुणी है चातगड़ो धरती रो पाणी पीवै लो, म्हे आज सुणी है हाथीड़ो कूकर री जूणां जीवै लो म्हे आज सुणी है थकां खसम अब रांड हुवैली रजपूती, म्हे आज सुणी है म्यानां में तरवार रवैली अब सूती, तो म्हांरो हिवड़ो कांपै है मूंछ्यां री मोड़ मरोड़ गई, पीथळ नै राणा लिख भेज्यो आ बात कठै तक गिणां सही ? पीथळ रा आखर पढ़तां ही राणा री आँख्यां लाल हुई, धिक्कार मनै हूँ कायर हूँ नाहर री एक दकाल हुई, हूँ भूख मरूं हूँ प्यास मरूं मेवाड़ धरा आजाद रवै हूँ घोर उजाड़ां में भटकूं पण मन में मां री याद रवै, हूँ रजपूतण रो जायो हूं रजपूती करज चुकाऊंला, ओ सीस पड़ै पण पाघ नही दिल्ली रो मान झुकाऊंला, पीथळ के खिमता बादल री जो रोकै सूर उगाळी नै, सिंघां री हाथळ सह लेवै बा कूख मिली कद स्याळी नै? धरती रो पाणी पिवै इसी चातग री चूंच बणी कोनी, कूकर री जूणां जिवै इसी हाथी री बात सुणी कोनी, आं हाथां में तलवार थकां कुण रांड़ कवै है रजपूती ? म्यानां रै बदळै बैर्यां री छात्याँ में रैवैली सूती, मेवाड़ धधकतो अंगारो आंध्यां में चमचम चमकै लो, कड़खै री उठती तानां पर पग पग पर खांडो खड़कैलो, राखो थे मूंछ्याँ ऐंठ्योड़ी लोही री नदी बहा द्यूंला, हूँ अथक लडूंला अकबर स्यूँ उजड्यो मेवाड़ बसा द्यूंला, जद राणा रो संदेश गयो पीथळ री छाती दूणी ही, हिंदवाणों सूरज चमकै हो अकबर री दुनियां सूनी ह
हमारी आनें वाली पीढियों को महाराणा प्रताप और कही एसे विरो का इतिहास बताना जरूरी आप देश और अपने स्वाभिमान के लिये किसी के आगे नही झुके एसे विरो को शत शत नमन 🙏🙏
Wow what a nice voice you have.. and hearing the story of Maharana made my eyes moist, thank you bro I really feel proud we are hindu 🕉 n maharan ki santan hai jai bharat jai maharana partap ki
क्या भजन गाया है क्या आवाज है बहुत-बहुत धन्यवाद प्रकाश माली जी बहुत-बहुत नमन आप की माता पिता को और आपके गुरुदेव को इतने अच्छे संस्कार दिया और इतनी अच्छी आपकी आवाज
वाह महाराणा प्रताप हमें गर्व है तुम पर आपके इस महत्वपूर्ण बलिदान को हम कभी नहीं भुला सकते आप एक सच्चे राष्ट्रभक्त और संस्कारी राजपूत थे आपने राजपूतों का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया हमें गर्व होता है कि हम उस वंश में जन्म लिया जहां महान योद्धा ओ ने अपना तन मन इस मात्रभूमि पर समर्पित कर दिया जय राजपुताना,जय हिन्द वन्दे मातरम्,जब हम आपके भजन सुनते हैं तब हमारे अंदर भी राष्ट्रप्रेम उत्पन्न होता है जय महाराणा प्रताप की,,,,,,,,
आदरणीय Prakash g mali आपकी आवाज मे वो शक्ति है कि सुनने वालो कि रगो मे देशभक्ति कि लहर दोङ जाती है .और महेन्द्र सिंह जी राठोङ को छोड़कर सभी कलाकार आपके आगे ढेर है
क्रांतिकारी कन्हैया लाल जी सेटिया ने ये साबित कर दिया की वास्तव में कलम की ताकत तलवार की ताकत से ज्यादा होती है और मुझे गर्व ही की में राजस्थान से हू जहा महाराणा प्रताप जैसे वीर ने जन्म लिया 🙏🙏🙏
There is also another version that Maharanji's people thot Akbar will not believe he is ready to surrender, as Akbar had seen Maharanji's determination. Akbar was very intelligent no matter what. So they took letter to Bikaner Maharaj coz if he told Akbar, then Akbar would believe it. But Maharaj tore the letter and sent reply to Maharanji that we lost battles and had to compromise for our people's safety as we are nearer to North areas of Mughal empire. But God had given you Haldi Ghati, Chetak, Bhil and so much intelligence and bravery to utilise them all. All these years when you did not bow to Mughal empire, you became the last remaining star of Rajput bravery and love for country. You did not bow to an invader, conqueror who does not love this place like his mother, only as a source of wealth and name. Maharana ji was inspired again. Only he and his successors are called Maharana amongst all Rajputs. 🙏 Not coz of wealth of North and Jaipur royals, but only coz of Maharani ji and his family's sacrifices, that Rajputana continued to get respects. Maharani ji was the first reason why Mughal empire could not spread to entire India and ancient Hindu wisdom and culture did not vanish from law and administration of the country. Otherwise slowly it would have vanished from homes also if it wasn't present in any form in administration and laws. Coz yatr raja tatr praja.
@@luckysinghrajput3469 no bro being a oswal mahajan from pali our forefathers bhamashah help ranaji in the haldighati by 40000 lakh coin and bhamashah was a famous senapati of chittor. And many rajputana pandhmantri was oswal from udaipur shri karm chand baachawat to Jaipur shri mahavir nagaori and oswals are originated from different rajput septs.