ग़ायक बिरहिया आदरणीय यादव जी , आपने अपनी मधुर वाणी साज व संगीत से साहित्यिक ूूशबदो का प्रयोग करते हुए जो ज्ञान वर्धक तथ्यों का समायोजन करते हुए जोसगीत मयी बिरहा गाया है वास्तव में एक गजब की आवाज और गजब का ज्ञान वर्धक सगीतमयी बिरहा है। मा सरस्वती आपको शतायु करें।आपके चरणों शत शत नमन स्वीकार हो।
बहुत ही सही और सुन्दर बिरहा । आप महोदय के बिरहा सुनने के बाद असली मनुवादी पोल मालूम हुआ है ।बिरहा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रद्धेय श्री राजकुमार यादव जी आप को कोटि कोटि सादर प्रणाम।
आदरणीय श्री राजकुमार जी सादर प्रणाम बहुत ही अच्छा चरित्र चित्रण बिरहा आप ने गाया है परन्तु बीच में आवाज समाप्त हो जाने से बिरहा का आनन्द फीका हो गया है। फिरभीअन्त में बड़ी मार्मिक कथा मय बिरहा ह्रदय विदारक है जो दशरथ के खानदान का चारित्रिक वर्णन है।इस असलियत वर्णन हेतु आप को सादर प्रणाम।।जय भीम नमो बुद्धाय।
Jay bhim jay samvidhan Rajkumar ji Apko Jay bhim apne bahujan v ati dalit ac st manuvadiyo ko jagane ka Kam kiye apko tahe Dil se Jay bhim namo budhaye ❤
बहुत से साथी यादव समाज के लेकिन उन लोगो को समझाने पर। समझते नहीं हैं मै कहता हूँ की जो भी समस्या है आप लोग रज कुमार लक्षमण अखिल लेश यादव के साथ चले आप बिरहा बहुत ज्यादा प्यार लगा लेकिन बिच बिच में कट कर दिया गया है थैंक्स भाई साहब जी ❤
अति सुन्दर हम महाराजगंज जिले के निवासी हैं हम आप से बात करना चाहते हैं फोन भी आप के पास करते हैं लेकिन फोन नही उठता है हम तो अपने संतो महापुरुषो को नही देखा लेकिन जब मै आप को मोबाइल पर देखता हूँ जैसे लगता हैं हमारे महापुरुष बहुजन के हक व अधिकार के लिए लडाई लड़ रहे हैं पहले की तरह और आप हमारे नजर में महापुरुष से कम नही है समाज को जगाने के लिए आप को कोटि कोटि नमन