मैं ये मानता हुँ की एक कलाकार के लिये - गुलजार साहब का गीत उन्ही को सुना सके इससे अच्छा और आनंददायी और क्या हो सकता है ? .. मगर उसी समय मन ही मन यह भी सोचता हुँ की खुद गुलजार साहब भी तो एक कलाकार ही है .. और बरसों बाद भी उनका गाना आज उतनाही पॉप्युलर है और आपने इतना लाजवाब गाया है तो उन्हे भी उतनीही खुशी मिली होगी जीतनी आपको मिली हो .. और रही बात हमारी ... आपकी रुह महसूस कर हमारी आँखे न जाने कब नम हो गयी ... सुंदर - अतिसुंदर ! - संदीप अघोर LIC नाशिक.
My salute to Gulzar saheb.This song stunned me in 1970 when I was in a single-digit age. The definition of love in its purity. 53 years have passed and this song remains with me. Still residing on top of my 'favorite' list. You cannot add or subtract anything in this definition. It's complete.
Hi Sanjeevani! Wonderful accreditation of Gulzar Sahab & expressing the same through his songs from your end, GREAT! God bless you & the living legend honourable GULZAR SAHAB.
Hamne भी आज देखी है aapki आवाज मे एक mahakti खुशबू जितका koibhi jawab नही है 🎉 With lots of Blessings to you and your family With warm and Great regards All the Best May God always Bless all of you and your Sweet Voice 🎉
Beautiful singing madam. Beautiful song. Beautiful composition. Beautiful sweet melodious magical voice throughout this song entirely.Thank you so much Koyelia.
Explanation Of " LOVE" In Few Word's This Is A Very Very Difficult But Gulzarsahab Made It In Very Very Sweet Words Unforgettable Song Thanks Gulzarsahab Thanks Lataji
संजीवनी जी क्या आवाज पाईहै आपने बहुत ही सुंदर आवाज है ऐसे ही गाने गाने के सुनने के लिए हमारा दिल बेकरार है बहुत अच्छे गाने चुन के लाती हो और और हमें सुनाती है आपके लिए बहुत अच्छा सुनहरा मौका है आप ऐसा ही सुनाते रहिए और हम आपको सुनाते रहे हैं सुनते रहेंगे बहुत ही मधुर आवाज है
गुलज़ार साहब जैसा फ़नकार; जो गीत, कहानी, पटकथा, संवाद लेखन और निर्देशन, सभी विधाओं में अद्वितीय हैं, उनका यह गीत प्रेम को परिभाषित करने की पराकाष्ठा पर पहुंच गया है! सम्भवतः इससे अच्छा गीत न तो इससे पहले लिखा गया और शाय़द कभी लिखा जा सकेगा! इस गीत का संगीत हेमंत दा ने जितना खूबसूरत दिया है उसे भारतीय संगीत जगत की साक्षात मां सरस्वती लता जी ने सैकड़ों चांद लगा दिए! संजीवनी जी आपने वैसे तो बहुत ही अच्छा गाया है और आपकी आवाज भी बहुत मधुर और स्पष्ट है लेकिन पहले अंतरे की शुरुआत की पहली पंक्ति *"प्यार कोई बोल नहीं" पर सुर हिल गये हैं!" लेकिन बाकी गीत बहुत अच्छे से गाया है जिसके लिए बधाई ❤
Sanjivaniji apne jitne bhi gane Gaye hai uske barme shabda nahi mil rahe hai apko lambi au mile yahi prathrna karte hai apke gane sunneke liye haum bhuke rahate hai
>'सम्पूर्ण सिंह कालरा' उर्फ़ *GULZAR* is one of God's greatest gifts to the 'Hindi-film' industry!... A *genius*!... & *Sanjeevani Bhelande* pays tribute to this rare *GEM* through her own *inimitable* mellifluous vocals!... Indeed a *treat*‼️💯🎼💖✨
❤❤(((((. BAHUT ACHHI TARAH. SE PESH. KIYA. HAI. YE. SONGS,,🙏🏽🙏🏽🙏🏽 SHUKRIYAA PRIYANKA. JI,,,, 🙏🏽🙏🏽🙏🏽 YOGESH SHAH 🦚 IS HEAR NOW AHEMDABAD GUJARAT BHARAT 🙏🏽🇮🇳🙏🏽🇮🇳🙏🏽
Lata Ji has sung it beautifully and many singers have also presented this song on stage and sung very beautifully. But there is a great difference. Every word that has 'Sa'. like, sirf, ensaas, mehsoos.... you can feel a whistling sound. But Lata jis song has no such whistling and that was her class.
محوِ حیرت ہوں کہ آپ کی ادائیگی کو کیا نام دوں! شاید گلزار صاحب کی شاعری کی کرشمہ سازی ہے کہ سخن و ادب کے پرستار اِس کے طِلسم سے جان چھڑا ہی نہیں سکتے۔ اور اِس احساس کو ہمیشہ روح سے محسوس کرتے رہیں گے۔ سبحان اللہ' کیا گیت ہے اور لتا جی اور حیمنت دا نے کے اشتراک سے آج بھی گلزار کا یہ پھول نکہت و بہار کی لازوال علامت ہے۔ ❤