IAS/IPS बनना है तो इसलिए बने न की गाड़ी बंगला Power के लिए🇮🇳 By Vikas divyakirti sir #shorts #upsc #vikasdivyakirtisir #upsc2024 #ias #ips #upscmotivation #upsctopper #upscexam
गोदान मुंशी प्रेमचन्द जी होरी से मतलब यह किसान से है । होरी एक किसान है जिसकी शादी धनिया से हुई है और उसकी दो बेटियाँ और एक बेटा है। वह एक नेक इंसान है और अपनी नेकी को बचाए रखने के लिए जीवन भर संघर्ष करता रहता है। उनके दो छोटे भाई हैं और वह सबसे बड़े भाई के रूप में अपने परिवार का त्याग करके उनकी मदद करना अपना दायित्व समझते हैं।
जिसने गोदान नहीं पढ़ा वो "होरी" शब्द की संवेदना कभी नहीं समझ सकेगा .... होरी शब्द नहीं भावनाओं का बहुत बड़ा समुद्र है... गोदान पढ़ने के बाद आज भी ऐसा लगता है कि होरी कोई वास्तविक इंसान था जिसकी मौत मैने अपनी आंखों से देखी हो ... कभी लगता ही नहीं की होरी एक काल्पनिक चरित्र है।
क्या बात कही सर होरी की कहानी देख कर आंख से आंसू आ जाते है चुकी किसान का बेटा हूं तो किसान का दर्द समझता हूं और धन्य है वो महान पुरुष मुंशी प्रेम चंद्र जी जिन्होंने काल्पनिक ही सही लेकिन ऐसी कहानी लिखा की उसको पढ़ने मात्र से ही आंखों के सामने से वो सारा मंजर गुजरता हुआ महसूस होता है ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ देखने से मेरा मतलब है उनकी कहानियों का एक संग्रह यूट्यूब पे भी चलता है जिसे मैंने देखा भी है और गोदान पढ़ा भी है पहले ये कहानियां दूरदर्शन पे आती थी "तहरीर" नाम से ।❤❤❤❤❤❤❤❤❤
गोदान ( मुंशी प्रेमचंद ) जी द्वारा लिखा एक उपन्यास है ।। गोदानऔपनिवेशिक शासन के अंतर्गत किसान का महाजनी व्यवस्था में चलने वाले निरंतर शोषण तथा उससे उत्पन्न संत्रास की कथा है। गोदान का नायक होरी एक किसान है जो किसान वर्ग के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद है। 'आजीवन दुर्धर्ष संघर्ष के बावजूद उसकी एक गाय की आकांक्षा पूर्ण नहीं हो पाती'
मेरे विचार से हम कोई भी पेशे में हों,पद में हों,अगर हमारे अंदर मानवता नही है,लोगों के काम न आए तो वो पद,प्रतिष्ठा सिर्फ दिखावा हो सकता है,अंदर से शांति नहीं मिल सकती। बहुत सुंदर सर जी,,,,,,
होरी जो जीवन भर मेहनत करता है, अनेक कष्ट सहता है, केवल इसलिए कि उसकी मर्यादा की रक्षा हो सके और इसीलिए वह दूसरों को प्रसन्न रखने का प्रयास भी करता है, किंतु उसे इसका फल नहीं मिलता और अंत में मजबूर होना पड़ता है, फिर भी अपनी मर्यादा नहीं बचा पाता।
@@filmyduniya5560 ha brother usi ki life explain ki he, Hori jo jivan bhar ek Cow 🐄 nahi kharid paya use marne k baad "Godan" karna pada.. Isilye uss kahani ka naam godan he
आप जैसे गुरु ही किसी को इतनी सही राह पर चलने वाला बना सकता है मैं भी टीचर हूं चाहती हूं आप जैसे ही अपने स्टूडेंट्स को सही राह संतोष की राह पर चलना सीखा पाऊं
Har mahadev mandir Hira mandir Hira kya hai maine Raj hu i will be hai Raj beautiful hai pata mandir Hira mandir haaa chahti hu kon har hafte me Ram ji ki baat nahi hai har hafte me Ram d me pash rehe to achha to hai d pasnd jo samjh aye ap to wahi bhi padhoge to sahi to kya sad din bhar hafte me Ram Ram ji Jai ho yh sb hame no problem hai ap ko time mile jb Raja bhi sad to kya huwa baby Raja hi rehega jo ho sad hai hafte me Ram Ram ji roze hai sach me Raja d hai
पुलकित खरे ने तो और भी कार्य बिगाड़ दिया,राजनीति दवाब में आकर एक न सुनी,कोई बिरला लाखो में एक होता है वरना सब भ्रष्ट है,कहते है सब एक जैसे नही होते हमे तो कोई सही आज तक नज़र ही नही आया सब राजनीति दवाब में कार्य करते है,पैसे के लेन देन को भ्रष्टाचार कहते है,लेकिन किसी की बात न सुनना भी भ्रष्टाचारी की श्रेणी में आता है भाई,ऐसा कोई व्यक्ति बताओ सरकार में जो ईमानदार हो,कोई बदनाम हो गया है कोई नही हुआ है कोई खुलेआम ले रहा है कोई चुपके से ले रहा है,हा उम्मीद है कि कभी न कभी कोई तो आएगा,
मैं पहले सोचता था लोग गलत बोलते हैं की इंशान की कभी wish पूरी नहीं होती। बात बिल्कुल सही हैं, जब मैं engineering कर रहा था तो सोचता था अगर मेरा सैलरी 50-60000 मिल जायेगी तो जिंदगी सफल हो जायेगी, मैं 1 छोटे से गाँव बिहार का हु। आज मेरा सैलरी 8 लाख महिना हैं और मुझे लगता हैं की अभी भी बहुत कुछ बाकी हैं, इतना भी कम हैं। कभी कभी लगता हैं साधु का life जिया जाए, भौतिक दुनिया छोर दिया जाए।
Dr. Shab yaha koi competition ni chal rha h bus aap bat ke emotion ko smajiye. Aap roj jindagi bchate h ye proud ki bat h.. but yha situation bilkul alag h
Police k baad sabse jiyada bharastachaar doctor line mai hai.. Mareej ko as a ATM dekhte hai doctors ...medicine companies se pese lete sab k sab, dwaeya esi liye mehngi hai...sab doctors loot rahe hai bda k.
❤'गोदान' होरी की कहानी है, उस होरी की जो जीवन भर मेहनत करता है, अनेक कष्ट सहता है, केवल इसलिए कि उसकी मर्यादा की रक्षा हो सके और इसीलिए वह दूसरों को प्रसन्न रखने का प्रयास भी करता है, किंतु उसे इसका फल नहीं मिलता और अंत में मजबूर होना पड़ता है, फिर भी अपनी मर्यादा नहीं बचा पाता।❤
यथार्थवादी लेखक प्रेमचंद जी की कालजयी रचना गोदान के मार्मिक चरित्र की याद आ गयी और मेरे रौंगटे खड़े हो गये। आँखे बरबस होरी के दुःख भरे दिन को याद कर नम हो गयी... आज भी किसानों के लिए कुछ भी नहीं बदला
@@bhattparjanya4550 गोदान ( मुंशी प्रेमचंद ) जी द्वारा लिखा एक उपन्यास है ।। गोदानऔपनिवेशिक शासन के अंतर्गत किसान का महाजनी व्यवस्था में चलने वाले निरंतर शोषण तथा उससे उत्पन्न संत्रास की कथा है। गोदान का नायक होरी एक किसान है जो किसान वर्ग के प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद है। 'आजीवन दुर्धर्ष संघर्ष के बावजूद उसकी एक गाय की आकांक्षा पूर्ण नहीं हो पाती'
अब जीसे होरी नही पता उनको यह बतादू की गोदान नामक एक होरी की कहानी है. उस होरी की जो जीवन भर मेहनत करता है.अनेक कष्ट सहता है.केवल इसलिए कि उसकी मर्यादा की रक्षा हो सके और इसीलिए वह दूसरों को प्रसन्न रखने का प्रयास भी करता है.किंतु उसे इसका फल नहीं मिलता और अंत में मजबूर होना पड़ता है.फिर भी अपनी मर्यादा नहीं बचा पाता 💔
kaise? mujje civil servant k duties aur hakeekat mein kam kaarne ka tareeka nhi pataaa. Maine suna hai yelog khub ghus lete hain aur aone pad ka galaat istemal kaarte hain, netao ka v same case, aksar paataa cgalaataa hain criminals ko Netao ka support rehta hain. 😢😢😢😢😢😢😢😢IAS/IPS netaao k jute saaaf kaar raaahe hain😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢
This is such a touching, and powerful message that it's a fulfilling life that he dedicates his life to save those for whom he had taken Oath to Protect.
@@amresh3393 Premchand ji ka upanyas h Godan usme main character Hori h..gao ka kisan h..uski life hmesa dukh me rhti h..uske bare me btate lekin jo pdhne wale unka mza khrab ho jaega..bhut bdiya h
Sir aapne ek bar kaha tha ki agar देश के लिए कुछ करना चाहते हो कुछ बदलने के लिए करना चाहते हो तो ही सिविल सर्विस मैं आओ फिर क्या फर्क पड़ता है कि जिन्दगी में दुख है या सुख
@@DoctorsFitnessJunction786hori is a character of Godaan novel and it's written by munsi premchand he described hori character as an candid man and extremely poor farmer...
हां @@sksuryavanshi2965 दोनों ने गलत लिखा परंतु @dharma473 ने exaplain सही किया है, प्रेमचंद के उपन्यास गोदान में होरी नाम का एक पात्र है, सर उसी संदर्भ में बता रहे हैं।