Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno BISMILLAH = > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ , = > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है " plz read or listen one time quran you will know everything you want . Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more = > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं । = > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा = > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ? = > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं। 1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है । 2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया । = > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से । एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार " एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता . = > काफिर बना देता है यह कहना - या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है। या का मतलब होता है पुकारना। जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं । = ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है। अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो। तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है । तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए । इसी वजह से , 1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई । = > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है। SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h . what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey. and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want.,.,......,,
خواب نبوت کا چھیالیسواں حصہ ہے مس ورڈنگ ہو گئ ہے ۔الحمدللہ بہت خوبصورت بیان ہے اللّٰہ ہم سب کو عمل کی توفیق دے آمین ۔اور آپ کے علم میں عمل میں رزق میں برکتیں وسعتیں عطا فرمائے ۔
Masha Allah ,Allah aap k darjat buland farmaye Ameen mene apni zindagi mein aap k jaisa acha insaan nhi dekha Allah aapko jaza e khair de Ameen Summa Ameen❤❤❤
Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno BISMILLAH = > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ , = > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है " plz read or listen one time quran you will know everything you want . Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more = > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं । = > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा = > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ? = > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं। 1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है । 2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया । = > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से । एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार " एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता . = > काफिर बना देता है यह कहना - या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है। या का मतलब होता है पुकारना। जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं । = ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है। अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो। तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है । तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए । इसी वजह से , 1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई । = > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है। SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h . what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey. and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want.,.,,..,..
Yani, hukm e rabi aap ke hr kaam mn hoga . Or raza e ilahi jab aap ka orna bichhona khana pina sona jagna..ho jae gi tub hi Qurbat e ilahi se faizabi hasil ho gi.., MASHAALLAH..
786 thank you Baba GEE for a wonderful teaching you explain so well, La ilaha illallah. Allah Allah Allah Allah Allah hoo, I am nearer to you then yourself then your soul then your breathe say la ilaha illallah, All the prayers belong to Allah subnatala the mercyful the megnificent the creater, I thank you for your blessings God. PEACE TO EVERYONE AMEN. 💐💐💐💐💐💐💐 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 🥀🥀🥀🥀🥀🥀 🙏💞😇.
Walaikum assalam warhematullahi vabarakaatuhu Beshk Haque frmaya baba Jaan Allah aap ke drjat blnd frmaye aur aap ke ruhani faiz se hume faiziyab kre Aameen ya rabbul aalameen.
Subhan Allah Jazak Allah Masha Allah Aap ne ilm e Laduni ko bhttt behtreen andaz mn byan farmaya Allah Pak aap ko sehet wali lambi umr ataa farmae Ameen
WalekumAssalam Wa Rahmatullahi Wa Barkatahu... Allah mujhe bhi tofiq ata farmaye.. or ispar Amal Karne ki tofiq ata kare apse duao ki darkhawast hai... LA ILAHA ILLALLAHU MUHAMMADUR RASULULLAH SALLALLAHU ALAIHI VASLLAM... ALLAH HU AKBAR....
Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno BISMILLAH = > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ , = > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है " plz read or listen one time quran you will know everything you want . Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more = > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं । = > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा = > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ? = > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं। 1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है । 2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया । = > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से । एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार " एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता . = > काफिर बना देता है यह कहना - या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है। या का मतलब होता है पुकारना। जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं । = ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है। अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो। तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है । तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए । इसी वजह से , 1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई । = > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है। SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h . what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey. and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want.,..,......,..
Assalam email Heard your thoughts. I have wish to bear your guide line. Please make me your disciple . For this obliged very much. And learn me ladunni. Thanks.
मैंने ज़िन्दगी भर झूठे मक्कार लोगों में ज़िन्दगी गवाई और हमेशा उन्होंने मेरा दिल तोड़ा उनसे मेरा मिजाज़ न मिला लेकिन जब अल्लाह के बारे में सुना तो दिल ख़ुश हुआ कि ऐसे सच की ही तो मुझे तलाश थी सच सिर्फ अल्लाह है और सब कुछ झूठ है. मैं सिर्फ अल्लाह की मुहब्बत में फ़ना होना चाहता हूँ मुझे और कुछ भी नहीं चाहिए
Kamil peer talash kijiye aur agar nahi mil rahein to dargaho pe Roz jakar duwa kijiye ki koi kamil peer mil jaye ...phir dekhiye aap ko Allah kaise mil jata hai.....peer mil gaya to sari taklife khatam
Ye sakhs ko mat suno ye gumrah kar dega Maulana Makki ki video search kro you tube p unhe suno BISMILLAH = > अपने बनाने वाले को पहचानो इससे पहले की मौत आ जाए और तुम पछताते हुए रह जाओ , = > तुम्हारा दिल धड़क रहा तुम सांस ले रहे , मौत बुढ़ापा , क्या तुम यह रोक सकते हो ? इससे साबित होता है कि तुम पर तुम्हारी हुकूमत नहीं है उस अल्लाह की है जो सब कुछ बनाने वाला है , कुरान में एक आयत का महफूम है कि " उसकी शान यह है कि वह जब किसी चीज का इरादा करता है कह देता है के हो जा तो वह हो जाता है " plz read or listen one time quran you will know everything you want . Plz search my playlist full hindi quran audio only and SUBSCRIBE for more = > जिसको अल्लाह के सिवा पूजा जाता है , अगर सभी एक साथ मिल भी जाए तो एक मक्खी नहीं बना सकते , अगर मक्खी उन पर बैठ जाए तो उसे उड़ा नहीं सकते , और मक्खी अगर उनसे छीन कर कुछ ले जाए तो उसे छुड़ा नहीं सकते , अगर गिर जाए तो उठ नहीं सकते , टूट जाए तो जुड़ नहीं सकते और कुछ बना नहीं सकते खुद बनाए जाते हैं । = > अल्लाह ना बीवी रखता है ना औलाद वह बेनियाज़ है , उसे किसी खाने पीने , औरत बच्चे की जरूरत नहीं , वह किसी चीज का मोहताज नहीं बल्कि सब उसके मोहताज है , अल्लाह को ना ऊंघ आती है ना नींद वह हमेशा हमेशा से जिंदा है और हमेशा हमेशा जिंदा रहेगा = > जिसने तुम्हें बनाया है गंदे पानी की कुछ बूंदों से ( मां बाप से ) फिर वो गंदा पानी उसने आंख कान नाक में हड्डियों नसों में , धड़कते दिल तुम्हारे सोचते दिमाग बोलती हुई जुबान में , बदल दिया बताओ कितनी बड़ी शान वाला है अल्लाह । क्या यह सब अपने आप ही बन गए ? क्या इन्होंने अपने आप ही आकार ले लिया ? या इनको तुमने बनाया है ? = > अगर तुमने अल्लाह के हुक्मो को झूठलाते हुए अपनी जिंदगी गुजारी और अपनी मनमानी चलाई तो तुम नाकाम हो जाओगे क्योंकि उस अल्लाह ने तुम्हें इसलिए पैदा किया है कि तुम उसके हुक्मो को मानो , उसके भेजे हुए पैगंबर यानी अवतार का कहा मानो क्योंकि यह दुनिया इम्तिहान है , इम्तिहान है इसका कि हम उसके हुक्म को मानते हैं या नहीं , बुराई को छोड़ते हैं अच्छाई पर चलते हैं या नहीं। 1) सबसे पहला अल्लाह का हुकुम यह है कि यकीन हो उस अल्लाह पर यानी कि अल्लाह के सिवा कोई दूसरा इबादत के लायक नहीं मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम अल्लाह के बंदे आखरी पैगंबर रसूल है । 2) दूसरा हुकुम पांच वक्त की नमाज का है जिस ने जानबूझकर ये पांच वक्त की नमाज छोड़ी वो काफिर हो गया । = > ध्यान रखो कि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम एक मक्खी नहीं बना सकते वह मोहताज हैं । अवतार यानी पैगंबर की भी पूजा नहीं हो सकती पहले भी पैगंबर आए हैं और कुरान की तरह पहले भी किताबें उतरी हैं अल्लाह की तरफ से । एक आयत का मफुम है कि " ऐ पैगंबर अगर तुम वही ऐ इलाही के आने के बाद भी गैरों के रास्ते पर चलोगे तो तुमको हमारी पकड़ से बचाने वाला ना कोई दोस्त होगा ना कोई मददगार " एक और आयत का माफुम है कि " अगर यह पैगंबर हमारी निस्बत कोई झूठ बना लाते तो हम इनका दाहिना हाथ पकड़ लेते और इनकी रगे गर्दन काट डालते फिर हमको इससे कोई रोकने वाला ना होता . = > काफिर बना देता है यह कहना - या रसूल अल्लाह , या अली मदद , या मदद अली , या साबिर , या हुसैन कहना ,काफिर बना देता है। या का मतलब होता है पुकारना। जिसको मौत आ जाए उसको पुकारा नहीं जा सकता और अल्लाह हर जगह मौजूद है उसको पुकार सकते हैं । = ) मान लो अगर तुम्हारी मां जिंदा है तो तुम कहोगे या मां मुझे रोटी दे दो । तो मां तुम रोटी दे देगी ठीक है। अब मान लो तुम्हारी मां को मौत आ जाती है और अब तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद ना होगी अब अगर तुमने यह कहा या मां मुझे रोटी दे दो। तो तुम काफिर हो जाओगे क्योंकि तुम्हारी मां तुम्हारे पास मौजूद नहीं और अल्लाह हर जगह मौजूद है । तुम अल्लाह से कह सकते हो या अल्लाह मुझे रोटी दे दो मेरी मदद कीजिए या अल्लाह मुझ पर रहम फरमाए मैं माफी मांगता हूं या अल्लाह मुझे बख्श दीजिए । इसी वजह से , 1.) या रसूल अल्लाह कहना ,मौला अली , या अली ,भर दो झोली मेरी या मोहम्मद , या हुसैन , दरगाह पर कब्रों पर सजदा करना , जिसकी मौत हो चुकी है उसको या कहकर पुकारना काफिर बना देता है। मातम मनाना मोहर्रम को , यह हराम है और । जबकि मुहम्मद सल्लल्लाहू अलेही वसल्लम पैगंबर ने यह सब चीजें नहीं बताई । = > कहीं भी किसी दरगाह पर जाकर सजदा ना करना दरगाह वालों से जाकर दुआएं ना मांगना उन्हें खुद मौत आ चुकी है वह खुद अल्लाह के मोहताज है जैसे कि तुम मोहताज हो अल्लाह के सिवा किसी से भी ना मांगना यहां तक के इंसानों के सामने भी ज्यादा गिड़गिड़ाना गिड़गिड़ाना कुफर की तरफ ले जाता है। SONG sunne ke bjaye Quran tarjume se padhe sune taqi tumhe pta chale us malik ne hukum kya bheja h . what will happen after death with you ? if you obey allah's order or disobey. and you can check my playlist full quran and SUBSCRIBE for more so plz minimum one time read Quran , it is a word of god , i promise you will know everything that you want....,.,.,.,......
Assalam o alaikum... aap ney 6 months sey koi cassette nai bhari ... aap ki cassette ka intezaar hey .... Allah aap ko bohut achi sehat dein ameen ....
6:07 inhone kaha ki jab Allah tala kisi ko ilme ladunna sikhane lagta hai tab woh Banda jab chahe Allah tala ko batana hi padta hai. Ye jumla ke Allah tala ko batana hi padta hai kehna kahan se sahi hai Allah tala par kisi ka zor nhi wo chahe to bataye na chahe to na bataye yahan par ye jumla istemal karna chahiye tha ki jab Banda Allah tala se puchhta hai to Allah tala apni mohabbat aur apne karam se Bande ko bata deta hai.
Ustad sahab assalamualaikum main Sultan ummid hai allah paak se ke aap thik hoge aap se ek baat bolni thi Kiya aap ilme ladunni ke bare main kuch or batayege to aap ki mehrbani hogi aapka shagird Sultan