जिस राज्य के राजा स्वयं
त्यागी तपी विद्वान हों
क्यों न प्रजा उस राज्य की
अद्भुत गुणों की खान हों
श्री राम के ही साथ यह
कथा कइयों राम की थी।
बात यह अभिमान की थी
प्रजा ऐसी राम की थी.। 🙏
नमस्कार 🙏💐😊
Thank You for being here.। 🙏
प्रस्तुत है प्रभु श्री राम की प्रजा को समर्पित मेरी यह छोटी कोशिश।
प्रभु श्री राम की प्रजा भी (यहाँ 'प्रजा' इस शब्द का आशय प्रभु श्री राम के अलावा उनके लीलाकाल के समय के सभी पात्र 🙏 उनके परिवार 🙏 उनके भक्त ,उनके सेवक सभी) हम सबके लिए अनेकों संदेश रखते हैं।
यहां बस उनमें से कुछ चरित्रों पर कुछ पंक्तियाँ रखी हैं।
मैं कोई अधिक नही जानता। बस जितना कुछ अपने स्तर पर समझ सका। इस तरह आप तक रखने का प्रयास किया ।
प्रभु श्री राम की गाथा तो संदेशों का अथाह सागर है।
'yadi ram sa sangharsh ho' इस कविता को आपने खूब प्यार दिया। तभी यह लिखने का और आप तक रखने का विचार आया।
मेरी साहित्य रुचि ने मुझे बहुत बदला। मेरा स्वभाव, मेरा विचार सब कुछ।
महसूस कर सकता हूँ।।
I hope yah rachna bhi aapko khali hath nhi lautayegi.।।
अधिक क्या लिखा जाय। आप रचना सुनें और सार्थक लगे तो साझा करें।।💐😊🙏🙏🙏
....और इस समय विश्व स्तर पर फैली Covid-19 की इस आपदा से सुरक्षित रखें स्वयं को,परिवार को, गाँव को, देश को।
ईश्वर करे सब जल्दी ठीक हो जाय।। 🙏🙏
एक बार फिर आपको बहुत धन्यवाद।।
Heartily Thank You.।।
आप यह भी सुन सकते हैं.. 🙏
बोलो, कहां तक टिक सकोगे, यदि राम सा संघर्ष हो।।
• कहाँ तक तुम टिक सकोगे....
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Praja aisi ram ki thi
Yadi ram sa sangharsh ho.।
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#poem #inspirational #jaishriram
5 июн 2020