@@RealBabaVoice Bhai shab wse apke sath jane m jyada accha lgta Aap pakke pde ho Apne gyan h Bat krn ka trika h Phone no. Diya tha apko apne phone hi nhi kiya
ताऊ मेहर सिंह का चेला नहीं हो सकता । मेहर सिंह तो सन 1944 में शहीद हो लिया । जिसको 80 साल हो चुके हैं । इस ताऊ की उम्र इतनी नहीं है । मेहर सिंह जी के मरने के बाद पैदा हुआ है इसका मेहर सिंह गुरु कैसे हो गया ।
जब इसने मेहर सिंह देखा नही तो कैसे कह सकता है की सपने में जो आया वो मेहर सिंह ही था और गुरु सपने में धारण करने का कोई औचित्य नहीं होता क्यों की जब तब रूबरू नही होते गुरु धारण करना कहा लिखा है मुझे तो ये वहमी आदमी लगता है
naman h ese mahan aatma ko. ese ese bade bhude bahut kam bache h haryana m. new generation ko inke pas bathna chahiye or kuchh sikhna chahiye . girlfriend, lugai kuchh nhi sikhaegi. budhi brast kr degi. ese logo ki suno. koi lakh rupee m na btae esi bate.
रोहिल्ला साहब, बहुत-बहुत धन्यवाद आपने तो पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग वालों की तरह इन दो बुजुर्ग कवियों को हरियाणा की मिट्टी से खोदकर निकाल लिया | पता नहीं कहां दबे हुए थे आज तक हमने तो ना सुना था ना देखा था | जय हो दादा समुंदर सिंह और दादा जगदीश की 🙏🙏