Awesome work this song.. .."हम घूम चुके बस्ती-बन मे इक आस का फाँस लिए मन मे कोई साजन हो-कोई प्यारा हो कोई दीपक हो-कोई तारा हो जब जीवन-रात अंधेरी हो इक बार कहो तुम मेरी हो".. .."जब सावन-बादल छाए हो जब फागुन फूल खिलाए हों जब चंदा रूप लुटाता हो जब सूरज धूप नहाता हो या शाम ने बस्ती घेरी हो इक बार कहो तुम मेरी हो'..