भई विरेन्द्र जाखङ साहब बहुत दिनों बाद राजकिशन जी की आवाज में ये रागनी फिर से सुनी है ईस प्रस्तुती के लिऐ आपका तहे दिल से धन्यवाद ❤🙏 यदी ऐक ही रागनी के गायन अंदाज का कम्पैरीजन किया जाऐ तो राजकिशन जी के मुकाबले में कोई दूसरा कलाकार नहीं ठहर सकता है 🙏🙏🙏 राजकिशन जी अपने आपमें ऐक अजूबा थे ऐसे अजूबे शदियों में ऐकआध बार ही ईस धरा पर आते हैं वो भी सिमित समय के लिऐ !🙏🙏🙏
भाई साहब आपको हमारी वीडियो पसंद आई और अपने विचार व्यक्त किए उसके लिए हम आपका दिल से आभार व्यक्त करते हैं और आशा करते हैं आप का प्यार आगे भी हमारे साथ इसी प्रकार से बना रहेगा🙏💚👏❤💙💜💜