महोदय,,,निसन्देह आप बहुत अच्छे अधिकारी हैं,, आपका समर्पण सराहनीय है,,, परन्तु राजस्थान सरकार आपको भी आफ लाईन में पोस्टिंग किये थी (((जब अच्छे अधिकारी शाखाओं में पोस्ट कर दिये जाते हैं,,,उस राज्य में अपराध ,,व अपराधियों के होंसले बढ़ जाते हैं,,,,आप टीम बनाकर काम करते हैं ,, सबसे पहले गोगामेड़ी घटना में बेगुनाह ,,बीट सिपाही ,,बीट दरोगा ,, स्थानीय,,, पुलिस का निलम्बन पुलिस विभाग का निम्नतम एक्शन है ,,, इससे पुलिस विभाग का मनोबल टूट रहा है,,, आपको भी बड़ी सफलताओं में अधीनस्थों के सहयोग से ही सफलता मिलती है,, आज ही निलम्बन कैंसिल करायें व एक अच्छा सन्देश पुलिस विभाग में दें यह बहुत निन्दनीय परम्परा बनती जा रही है,,,, मंथन,,,, विचारणीय
यह बात सही की साहब आपने जिम्मेदारी उसने ले ली वह तो पहले जेल में है उसे पर सारे मुकदमा है लेकिन असली चेहरा कौन है उसको पकड़ो क्योंकि पैसा सब कुछ करवा सकता है
@@RakeshChoudhary-vj8deare to teri kyu fat rahi hai bibiyo se,, mai kahta hu sale 8 bibi ho uski tere gand me khujli kahe Mach rahi hai, aur ek bat wo 3 ho ya 4, सब ligule hai
@@2gha सुखढाबा जी भाई जी कोकमणी जी बलात्कारी पुरुष थे, 4 वीरांगना राजपूती स्त्रियों के सगे पतिदेव थे, प्लॉटों और मकानों पे कब्जे के विशेषज्ञ थे, पुलिस थाने में हिस्ट्रीशीटर थे, हत्या ऐंव दंगे के 35 मुकदमा धारी दंगाई इंसान थे, गुज्जर जाटों को गाली से कम कुछ भी नहीं देते थे, दलितों मीणाओं के हाथ पैर काटने की धमकी देते थे ऐसा इंटरनेट पे सुनने में आया है, मतलब पुरे अवतारी पुरुष थे ...
कोई जात नहीं भाई पकडे नहीं गए सीसीटीवी में भी आ गए फिर भी नहीं पकड़ पाए तो और क्या इसे सुन लो जयपुर कोई छोटा मोटा एरिया नहीं स्कूटी लेकर भागने के बाद भी कम से कम 10 किमी चले थे तब कहां थ्री पुलिस और क्या हो गया क्या है भाई
सुखढाबा जी भाई जी कोकमणी जी बलात्कारी पुरुष थे, 4 वीरांगना राजपूती स्त्रियों के सगे पतिदेव थे, प्लॉटों और मकानों पे कब्जे के विशेषज्ञ थे, पुलिस थाने में हिस्ट्रीशीटर थे, हत्या ऐंव दंगे के 35 मुकदमा धारी दंगाई इंसान थे, गुज्जर जाटों को गाली से कम कुछ भी नहीं देते थे, दलितों मीणाओं के हाथ पैर काटने की धमकी देते थे ऐसा इंटरनेट पे सुनने में आया है, मतलब पुरे अवतारी पुरुष थे ...
Interview न देकर साहब काम करे तो पकडे ही जाए। राजधानी से भाग गए अपराधी वीडियो तो एक घंटे मे मिल ही गया था तब भी राजस्थान से बाहर भाग गए Failure ऑफ पुलिस दिनेश जी ये भी accept करो
Police ko sab pata hota ha..Ap apni jgaah sahi ho lekin shayad apko nahi pata police k pass kitni zada information hoti ha andr hi andr..Koi sonch b nahi sakata..Mein khud ek Sub-ins hu..isliye janta hu.
Deshbhakt h tv usne ye wadh kia hai ,garibo par julm karna unka khoon chusna ,, or jo makan me reh raha tha wo v kabje ka zamin tha ,,, nark me gya ho gaa goga poga ,,,, Lawrence Bishnoi is great
pay and allowances drawn from govt exchequer is not up to the mark and not worthy. so the system is totally fail to protect and maintain law and order, what people hope. but love for criminals in society not justified.
Jo mastermind hai wo jail se hi aise kaand karwa raha hai. Police kya kar rahi hai. Aise criminal ka to encounter karna chahiye.police wale kuch nahi karte
Ye Police wale chahe to jail se 1 bhi sabd Bahar nahi jata isme kami Jail wale Police afsaro ku h Jo unko phone wagahra supply dete h Kuch paise ke liye
अच्छा पूछना ये था जो जो लोग लॉरेंस विश्नोई को देशभक्त, या भगत सिंह या हीरो मानते थे अब उनकी धारणा बदली है या अभी भी ये मानते हैं कि वो जो कर रहा है सही कर रहा है !
jo mra h pahle uski history check kro . vo jaat community ko community hi ni manta tha . raj me kbi usne dalit ke liye awaj ni uthayi . 35kom ka hi nara lgya h usne hmesa . jis ghr me rhta tha vo bhi extortion se liya gya tha 22 + case chl rhe the
@@nkk8919 to bhaisahab agr ek gangster ko dusre gangster ne mar diya h to q etni footage de rhe ho .. or m koi lawrence ko shi ni kah rha pr vo km se km enki trh khuleaam jaatiwad to ni krta
Mujhe lagta hai Lawrence bishnoi Jaan bujh kar har wardat ko apna upar le rahai. Isse ye hoga ki uska name pura india hi nahi balke pura world me uska name famous ho jayega ki. Ye insan jail me baith kar itna kuchh Kara sakta hai. Is wajah se kuchh media to ise ab dawood se bhi bara gang bolna start kar diya hai.
सुखढाबा जी भाई जी कोकमणी जी बलात्कारी पुरुष थे, 4 वीरांगना राजपूती स्त्रियों के सगे पतिदेव थे, प्लॉटों और मकानों पे कब्जे के विशेषज्ञ थे, पुलिस थाने में हिस्ट्रीशीटर थे, हत्या ऐंव दंगे के 35 मुकदमा धारी दंगाई इंसान थे, गुज्जर जाटों को गाली से कम कुछ भी नहीं देते थे, दलितों मीणाओं के हाथ पैर काटने की धमकी देते थे ऐसा इंटरनेट पे सुनने में आया है, मतलब पुरे अवतारी पुरुष थे ...