@geetgangarss
लो श्रद्धांजलि राष्ट्रपुरुष, शत कोटि ह्रदयके कंज खिले हैं
आज तुम्हारी पूजा करने, सेतु हिमालय संग मिले है
माँ के पद-पद्मोंमें तुमने, जो अमूल्य उपहार रखा है
सत्य चिरंतन अक्षय है, हिन्दुकी अमिट रूप-रेखा है
पावन संस्कारोंसें निर्मित, तन मन ये अनभेद्य किले है
आज तुम्हारी पूजा करने, सेतु हिमालय संग मिले है
तुमने किया व्यतीत कठिनतम, लोक प्रसिद्धि पराङगमुख जीवन
भीष्म सामान रहे तुम अविचल, हिन्दू राष्ट्र के हित आजीवन
देव तुम्हारी घोर तपस्या के ही तो ये सुफल मिले है
आज तुम्हारी पूजा करने, सेतु हिमालय संग मिले है
तुम अजात अरि, लोक-संग्रही, संघ शक्ति के वलयकोण थे
देव बता दो प्रतिपक्षी भी क्यों इतने संतुष्ट मौन थे
सुनकर पावन चरित तुम्हारा, कोटि ह्रदय प्रस्तर पिघले हैं
आज तुम्हारी पूजा करने, सेतु हिमालय संग मिले है
आज तुम्हारी पार्थिव-प्रतिमा, चरम चक्षुओं से अद्रश्य है
किन्तु कोटि ऊर नलियों में तव दिव्य मूर्ति रहती अजस्त्र है
तेजोमय प्रतिबिम्ब तुम्हारे, स्वयं-सिद्ध अगणित निकले है
आज तुम्हारी पूजा करने, सेतु हिमालय संग मिले है
19 сен 2024