खरगेजी, जिंदगी और मौत ईश्वर के हाथ है। यमधर्म राजा का बुलावा आया तो कोई भी नहीं बचता। आप कभी भी जाती की राजनीति नहीं किए। अब नासमझ लोगों में रह कर आपको मजबूरी में बयान देना पड रहा है।
खरगेजी, शरद पवार जी को देखो, कितने पार्टी खा गये। जनता दल, शेकाप, कम्युनिस्ट, हर घर में झगडे लगा दिए। जाती जातियों में झगडे लगा दिए। आप तो अपने राजनीतिक जीवन में ऐसा कुछ भी नहीं किया। राज्यसभा अध्यक्ष आपको इतना सम्मान देते हैं। और क्या चाहिए।
श्रीमान मल्लिकार्जुन खरगेजी, आपको किस बात का डर है। आप तो अध्यक्ष हैं। पर रिमोट कंट्रोल राहुल के पास है। बेटा मिनिस्टर, दामाद खासदार, आप भी आशुतोष के जैसा आंसू बहा रहे हैं। ऐसा क्यों।