#varsharitu
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#malhar
1. raag: malhar
tall: aadachautaal
वृन्दावन क्यों न भये हम मोर ॥
करत निवास गोवर्धन उपर निरखत नंदकिशोर ॥१ ॥
क्यों न भये बंसीकुल सजनी अधर पीबत घनघोर ॥
क्यो न भये गुंजा बनवेली रहत स्यामजुकी ओर ॥२ ॥
क्यों न भये मकराकृत कुंडल स्याम श्रवण झकझोर ॥
परमानंददास को ठाकुर गोपिनके चितचोर ॥ ३ ॥
2. raag: malhar
tall: aadachautaal
पिय बिन लागत बूंद कटारी ॥
दादुर मोर पपैया बोलत घटा जुरि आंई कारी ॥१ ॥
यह जोर सिखावन आये पहिलें क्यों न बिचारी ।।
'परमानंद' प्रभु तिहारे मिलन कों प्रकट रेंनि पुकारी ॥२ ॥
swar: dasbhai (nagalpur)
pakhavaj: gopal patoliya
janj: nayan malaviya
harmoniyam: dasbhai (nagalpur)
5 июл 2024