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सीढ़ियों में ग्रेनाइट/ मार्बल/ टाइल्स क्या लगवाना ठीक है
Which is best for stairs marble or granite
दोस्तों अक्सर जब हम घर पर जीने अथवा सीढ़ियों को बनवाते हैं तो उस पर मार्बल लगाया जाए अथवा ग्रेनाइट या फिर टाइल्स लगाने को लेकर कन्फ्यूज हो जाते हैं। तो आज के इस विडियो में मैं आपके इस कन्फ्यूजन को हमेशा के लिए खत्म कर दूंगा। पहले बात करते हैं टाइल्स पर। इसमें कोई शक नहीं कि आज हैवी ड्यूटी टाइल्स मार्केट में उपलब्ध है, यह टाइल्स लगाई भी खूब जा रही है, लेकिन दोस्तों जीने में हो सके तो इसे लगवाने से बचें। क्योंकि टाइल्स सरफेस और वॉल के लिए तो ठीक है, लेकिन जीने के लिए नहीं। क्योंकि जीने से भारी सामान का आना जाना भी होता है। सीढ़ियों पर चढ़ते उतरते समय हमारे पैर सीढ़ियों के किनारों पर ज्यादा पड़ते हैं ऐसे में टाइल्स निकलने अथवा टूटने का खतरा बना रहता है। किरायेदार के आने और जाने में उसके घर का हैवी सामान भी जीने के माध्यम से ही चढ़ता उतरता है। ऐसे में जीने का मजबूत होना बहुत जरूरी हो जाता है।
तो दोस्तों दूसरे नंबर पर आता है मार्बल। मार्बल की सरफेस स्मूथ होती है। यह आंखों को स्मूथनेस का एहसास करवाता है। जहां भी लगेगा सरफेस को कूल भी रखता है। अब तक तो मार्बल का प्रयोग सीढ़ियों के लिए खूब होता था। लेकिन अब इसमें बदलाव आ रहा है। उसकी सबसे बड़ी वजह है कि मार्बल समय के साथ पीला पड़ता है, और उसमें नींबू का रस, खटाई आदि के गिरने के दाग भी पड़ जाते हैं। हालांकि ऐसा जल्दी नहीं होता , लेकिन एक टाइम बाद उसके सरफेस में गंदगी का एहसास होने लगता है। ऐसे में हमें मार्बल को आठ से दस साल में पॉलिश करवाना ही पड़ेगा। पॉलिश का खर्च भी पत्थर की खरीद के करीब करीब बराबर ही होता है। उत्तरप्रदेश में कानपुर में सबसे बड़ी पत्थर मंडी आलूमंडी में है। मार्बल की शुरूआत 30 से 80 रुपये वर्गफुट तक होती है। जबकि पॉलिश का खर्च 30 से 60 रुपये तक आता है। ऐसे में ओवरआल मार्बल का खर्च भी 85 रुपये वर्गफुट का औसत आता है। इसलिए अगर बजट कम हो और सीढ़ियों का प्रयोग सिर्फ घरेलू हो तो मार्बल को बुरा नहीं कहा जा सकता है।
तीसरे नंबर पर आता है ग्रेनाइट। ग्रेनाइट का सरफेस काफी हार्ड होता है। क्योंकि यह नैचुरल चट्टान होती है। चट्टान को मशीन से काटने के बाद उसमें एक साइड मशीन से ही पॉलिश करके इसे तैयार किया जाता है। किचन टॉप पर ग्रेनाइट ही सबसे बेहतर विकल्प माना जाता है। ग्रेनाइट की चमक सबसे ज्यादा होती है। ऐसा में इसमें एलुमिनियम और लोहे के मौजूद होने से होता है। मार्बल की तुलना में ग्रेनाइट चीजों को कम ऑब्जर्व करता है। मतलब अगर आप नींबू के रस को मार्बल पर डालेंगे और फिर उसे पोछेंगे तो इसमें हल्का खुरखुरापन आएगा, क्योंकि यह नींबू के रस को ऑर्ब्जव करता है। जबकि ग्रेनाइट में कुछ भी डालें और फिर उसे कपड़े से पोछ दें तो उसमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मार्बल की तुलना में ग्रेनाइट की लाइफ भी चार गुनी होती है। ग्रेनाइट सबसे बेस्ट है। आजकल इसको सीढ़ियों में लगाने का चलन काफी बढ़ा है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि इसको लगाने के बाद पॉलिश का झंझट नहीं होता है। क्योंकि इसका सरफेस मशीन से पॉलिश किया हुआ मिलता है। इसके अलावा ग्रेनाइट मजबूती में भी मार्बल से ज्यादा होता है। ग्रेनाइट की शुरूआत 60 रुपये वर्गफुट से लेकर 1000 रुपये तक होती है। आजकल बाहर के देशों से भी ग्रेनाइट इंपोर्ट होता है। देश में राजस्थान से ग्रेनाइट मिलता है, जबकि ब्लैक ग्रेनाइट साउथ का अच्छा माना जाता है। शॉपिंग मॉल्स आदि में ग्रेनाइट की ही सीढ़ियां होती है। हालांकि इसका एक ड्रा बैक था कि चिकना होने से इसमें स्लिप करने के चांस होते हैं, लेकिन अब ग्रेनाइट में ग्रुप काटकर इसे एंटी स्किड किया जा सकता है। कहने का अर्थ है कि अगर बजट ठीक हो तो ग्रेनाइट ही जीने में लगाना चाहिए। क्योंकि पॉलिश खर्च मिलाकर करीब करीब बराबर ही खर्च आता है।
अब बात कर लेते हैं कोटा पत्थर की
मजबूती के लिहाज से यह सर्वोत्तम है। लेकिन मजबूती और सुंदरता के लिहाज से ग्रेनाइट ही आगे है। रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म और उसकी सीढ़ियों में अक्सर कोटा पथर ही लगाया जाता है। हालांकि स्टेशन के बाहर की सीढ़ियों को बेहतर लुक देने के लिए ग्रेनाइट ही लगाया जाता है। बजट में यह सबसे कम में लगता है। इसमें भी पॉलिश की जरूरत होगी। इसकी चमक मार्बल और ग्रेनाइट से काफी कम होगी।
ग्रीन ग्रेनाइट क्यों न लगाएं
ग्रीन ग्रेनाइट सबसे सुंदर पत्थर है। लुक के लिहाज से यह काफी बेहतर है। लेकिन मजबूती के लिहाज से ग्रेनाइट की श्रेणी में सबसे कमजोर है। हालांकि इसकी मोटाई के हिसाब से इसकी मजबूती बढ़ जाती है। वर्तमान में ग्रीन ग्रेनाइट में ग्राउंटिंग कर टूट चुकी स्लैब को जोड़ दिया जाता है। ग्रीन होने से यह दरार आसानी से छिप जाती है। हालांकि सीढ़ियों के लिए इसे भी बेहतर विकल्प माना जाता है।

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26 авг 2024

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JINE KE LIYE KYA LAGVAYE GRANITE MARBLE YA TILE
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