मुझे 5 साल हो गए टीवी चलाये, शायद वह ख़राब भी हो गया है, मुझे बहुत शौक था खबरें देखना, लेकिन अब वह शौक क़ाफूर हो गया है, आलम यह है कि हमारे यहाँ वोटिंग कब है, ना इसका पता है और ना कोई उमंग है!
ना मैं पुलवामा भूला हूं , ना मैं लखिमपुरी कांड भूला हूं,ना मैं उन्नाव कांंड भूला हूं ना मैं बीएचयू में भाजपा के आई टी शैल के पदाधिकारियों द्वारा छात्रा के साथ बलात्कार को भूला हूं,ना मैं बिल्किस बानों के हत्यारों की रिहाई भूला हूं,ना मैं कटवा कांड भूला हूं, ना मैं गोधरा काण्ड भूला हूं। इसलिए मेरा वोट इंडिया गठबंधन को।
Have the Govt you feel you yourself are in Governance. GOVT BY THE PEOPLE, OF THE PEOPLE &FOR THE PEOPLE--NOT BY THE CORPORATES, OF THE CORPORATES &FOR THE CORPORATES.
पहले मैं गोदी मीडिया देखता था जब से रवीश कुमार ने NDTV छोरा तब से मैं कांग्रेस का समर्थन करने लगा और गोदी मीडिया को देखना बंद कर दिया।#voteonlyCONGRESS
गोदी मीडिया देश और जनता का 1 नंबर के दुश्मन है। ।कोई भी पार्टी की सरकार हो कोग्रेस की या भाजपा की या और कोई ,मीडिया को जनता के साथ ही रहना चाहिए, वही मीडिया का धर्म है। जनता का आवाज सरकार तक पहुंचना चाहिए। सरकार में जो कुछ अच्छा , बुरा चल रहा हो वो जनता को बता देना चाहिए।
मोदी शाह ने देश को धोखे में रख कर सब कुछ अपने कब्जे में कर लिया है,,मनमाना, कानून,देश की प्रापर्टी को बेचना,चंदा वसूली,जेल का भय दिखाकर देश में दर,दहशत , सरकार गिराना,,इनका मुख्य काम है,,
आप जेसे महान् मीडिया के पत्रकारों ने सरकार या विपक्ष के वारे में जनता को सही बताया जनता में विश्वास जगाया उससे जनता आपकी आभारी है आपने एक चोथे स्तम्भ का फर्ज़ निभाया जो इस चुनाव में दिख रहा है।।
चुनाव आयोग ने phase 1 & phase 2 का वोटिंग परसेंट जारी करके ये साबित कर दिया है की ये चुनाव पूरा fixed है। जनता कितना भी बीजेपी के खिलाफ वोट करे फिर भी मोदी को प्रधान मंत्री बनने से कोई नहीं रोक सकता। EVM ने जनता को हरा दिया है।😢
पर इनको सजा तो मिलनी चाइए अगर सज़ा नहीं मिली तो ये तो मलाई खाने दूसरी पार्टी के पास चले जाएंगे देश का फिर सत्यानाश इसलिए चंद्रा हो या pandra हो और एंकर भी सजा सबको मिलनी चाहिए ये वक्त की।मांग है
रवीश जी, अभिसार शर्मा जी, अजीत अंजुम जी, दीपक जी, रवि कांत जी, अशोक वानखेडे जी, लखेड़ा जी, ऐसे और भी बहुत सारे बुद्धिजीवी लोगों का नाम भी देश के लोक तंत्र और संविधान पर जब खतरा मंडरा रहा था तो देश की दशा और दिशा को बदलने में अपना अहम योगदान दिया है जिसको देश याद रखेगा। जय हिन्द जय भारत ❤❤❤❤❤❤
पूंजीवादी व्यवस्था का चरित्र पूंजी और लाभ पर टिका है..... सरकार जिसकी भी रहेगी,गोदी मीडिया, गोदी मीडिया ही रहेगा.... प्रश्न निज- स्वार्थ सिद्धि का है.....।
@@D.ysingh पड़ोसी देशों के साथ भारत का रिश्ता ठीक वैसा ही है जैसे धार्मिक कट्टरवादिता में पनपते हुए आतंकवाद को समर्थन देने वाले किसी भी देश के साथ एक लोकतांत्रिक देश का रिश्ता होना चाहिए। भूराजनीति में अपने पड़ोसी देशों में बनने वाले सरकार में कोई भी समर्थ देश यही चाहेगा की हमारे पड़ोस में हमारी विचारधारा वाली सरकार बने। और उसके लिए वहां के चुनाव में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से हस्तक्षेप करे। हालांकि भारत की शुरू से यह परंपरा नहीं रही है की वह अपने पड़ोसी देश के चुनाव में किसी प्रकार की कोई हस्तक्षेप करे जो आज तक चला आ रहा है। सीमा विवाद आज से नहीं बल्कि हमेशा से रहा है और उस से निपटने के लिए भारत को अपना रक्षा बजट बढ़ने की जरूरत है। अभी भारत को तकनीकी रूप से और ज्यादा विकसित होने की जरूरत है और ग्लोबल साउथ जी जुबान बनने की जरूरत है। चीन में मजबूत नेतृत्व है, रूस में पुतिन वापस आ गया, अमेरिका में बहुत जल्दी एक राष्ट्रवादी सरकार बनने जा रही है, यूरोप यूनियन के विखंडन का समय आ रहा है, पांच आंख ( Five eye- Australia, Canada, New Zealand, USA and US ) इसमें से Canada USA and Australia एक बार प्रहार कर चुके हैं। आने वाला समय एक तटस्थ, वैश्विक मंच के लिए मजबूत नेतृत्व, भूराजनीति को समझ कर राष्ट्र हितों की रक्षा करने वाले कैबिनेट/नेतृत्व की जरूरत है। आने वाले 10-20 साल में भारत को एक महाशक्ति बनना चाहिए। भारत में अगर कमजोर नेतृत्व आया तो भारत वैश्विक महाशक्ति के हाथ की कठपुतली बन के रह जायेगी। जैसे आज पाकिस्तान, यूक्रेन, और ज्यादातर यूरोपियन देश हैं।
पड़ोसी देशों के साथ भारत का रिश्ता ठीक वैसा ही है जैसे धार्मिक कट्टरवादिता में पनपते हुए आतंकवाद को समर्थन देने वाले किसी भी देश के साथ एक लोकतांत्रिक देश का रिश्ता होना चाहिए। भूराजनीति में अपने पड़ोसी देशों में बनने वाले सरकार में कोई भी समर्थ देश यही चाहेगा की हमारे पड़ोस में हमारी विचारधारा वाली सरकार बने। और उसके लिए वहां के चुनाव में प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से हस्तक्षेप करे। हालांकि भारत की शुरू से यह परंपरा नहीं रही है की वह अपने पड़ोसी देश के चुनाव में किसी प्रकार की कोई हस्तक्षेप करे जो आज तक चला आ रहा है। सीमा विवाद आज से नहीं बल्कि हमेशा से रहा है और उस से निपटने के लिए भारत को अपना रक्षा बजट बढ़ने की जरूरत है। अभी भारत को तकनीकी रूप से और ज्यादा विकसित होने की जरूरत है और ग्लोबल साउथ जी जुबान बनने की जरूरत है। चीन में मजबूत नेतृत्व है, रूस में पुतिन वापस आ गया, अमेरिका में बहुत जल्दी एक राष्ट्रवादी सरकार बनने जा रही है, यूरोप यूनियन के विखंडन का समय आ रहा है, पांच आंख ( Five eye- Australia, Canada, New Zealand, USA and US ) इसमें से Canada USA and Australia एक बार प्रहार कर चुके हैं। आने वाला समय एक तटस्थ, वैश्विक मंच के लिए मजबूत नेतृत्व, भूराजनीति को समझ कर राष्ट्र हितों की रक्षा करने वाले कैबिनेट/नेतृत्व की जरूरत है। आने वाले 10-20 साल में भारत को एक महाशक्ति बनना चाहिए। भारत में अगर कमजोर नेतृत्व आया तो भारत वैश्विक महाशक्ति के हाथ की कठपुतली बन के रह जायेगी। जैसे आज पाकिस्तान, यूक्रेन, और ज्यादातर यूरोपियन देश हैं।
इन्हीं महान महाशय सुभाष चंद्रा का पांच हजार करोड़ का कर्जा माफ किया गया था। महान चाटुकार, परम अंधभक्त, गोदी मीडिया का पितामह चन्द्रा भी सत्ता परिवर्तन के बाद जेल की चक्की पीसेगा।
VERY GOOD DICUSSION. MAY GOD BLESS EVERYBODY AND FINALLY " OUR INDIA IS A GREAT NATION" MAY ALMIGHTY GOD ALWAYS BLESS INDIA OUR BELOVED COUNTRY, NAMASKAR.
शरद पवार जैसे एक वरिष्ठ नेता को देश के PM द्वारा "एक भटकती आत्मा" कहना दुर्भाग्यपूर्ण है? एक PM जो भाषा की मर्यादा नही समझ पाते इतने बड़े लोकतांत्रिक देश के PM बने यही एक बड़ा सवाल है।मोदी देश के लिए एक शाप बने हैं।
🎊🦁🥀🌾🪖💫🇻🇮🖐️🇮🇳🧔Absolutely right 💯%✓ 👍🖐️🇻🇮🇮🇳🧔 Congress Parti jindabad 👏💐 Rahul Gandhi ji jindabad vote for Indian Gathbandhan Sarkar jindabad👏🇻🇮🖐️🇮🇳🧔🖐️🇮🇳🖐️🇮🇳🖐️🇮🇳🖐️🇮🇳🖐️🇮🇳🖐️🇮🇳🖐️🇮🇳🖐️🇮🇳🖐️🇮🇳🖐️🇮🇳🖐️🇮🇳🖐️🖐️🇻🇮🇮🇳🧔Hath Badlega Halat 🇻🇮🖐️🇮🇳🧔🇻🇮🖐️🇮🇳🧔🇻🇮🖐️🇮🇳🧔🇻🇮🖐️🇮🇳🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️🖐️👏🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯👍
Very true, reporters like Ajit Anjum, Ravish Kumar, Punya prasun, Abhisar Sarma, Shyam Meera Singh, Dhruv Rathi, and a lady and ofcourse yourself Deepak Sarma have done a commendable job in bringing every detail of the misdoings of this govt in exposing their true colour. Thank you in loads for being so daring and fighting without fear for keeping alive democracy.
इस गोदी मीडिया के मालिकों को माफ नही कर सकते । हमारे देश को अपने लालच और सवर्ण मानसिकता ने देश को जहरीला बना दिया। कितने देश के परिवार इस धार्मिक उन्माद में बर्बाद हो गए। इनकी गलती के लिए एक माफी नही। इनके चैनलों को बंद किया जाए
देश,आम जनता के साथ जिन गोदी मीडिया ने धोखा किया है उन्हें आम जनता रूपी ईश्वर कभी माफ नहीं करेगा। इसका अंजाम जरूर मिलेगा देर पर अंधेर नहीं। परिवर्तन बहुत जरूरी
गोदी मीडिया जब मैदान में गई तो अब पता चल गया की इस बार जनता पूर्ण बहुमत से इंडिया की सरकार बन रही है और माननीय प्रधानमंत्री श्री राहुल गांधी जी बन रहे है❤❤❤❤