Multiple Marriages? पैगंबर मोहम्मद (सल्लल्लाहो अलेही वसल्लम) ने बहुविवाह क्यों किए? जावेद अहमद ग़ामिदी
सत्य मेव जयते
असतो मा सद्गमय । तमसो मा ज्योतिर्गमय । मृत्योर्मा अमृतं गमय.
***मैं अपनी ज़िद, अकड़, अहंकार, और अज्ञानता को स्वीकार कर अपने अन्तः शुद्धिकरण का संकल्प करता हूँ***
I believe that all humans are EQUAL.
Self entitlement & Chose Ppl Syndrome is the Disease that we need to Cure on Priority.
मैं अपने सामान्य ज्ञान और बुद्धि को गले लगाता हूं और इन दिव्य उपहारों का हृदय सेआभारी हूं।
मैं वास्तविक ज्ञान, दृष्टिकोण और प्रेरणा के लिए प्रयास करता हूं, और इस के लिये अपनी सत्यनिष्ठा के लिए प्रतिबद्ध हूँ |
मेरा ध्यान हमेशा मेरे स्वयं के निर्माण के लिए और मेरे आत्म-शुद्धि के पहले लक्ष्य के रूप में बना रहे । एवमस्तु
खुद को बनाने के इसी एकमात्र लक्ष्य के लिये मैं इस दुनिया में हूं।
27 окт 2017