जैन धर्म: .. राजे महाराजे देवों इंद्रों द्वारा परम पूजनीय , अहिंसा व शान्ति के महासागर , परम् सत्य व सम्पूर्ण अनंत ज्ञान के महासूर्य भगवान महावीर स्वामी (वर्तमान चौबीसी के अन्तिम तीर्थंकर) के परम् पावन चरणों की अनंत शरण में सभी का सदा ही अनंत हित हो मंगल हो ।