Meet Divya Rawat, popularly known as “the mushroom lady” among locals.
Divya Rawat is using mushroom cultivation as a way of curbing migration and providing livelihoods to people in Uttarakhand.
Divya encourage people to grow mushrooms and even share the techniques of growing in their own places efficiently. She have also given some formal training to people and many come from across the country to know the techniques.
Divya is Director at Somya Spawn Lab Pvt Ltd. and Brand Ambassador of GOVERNMENT OF UTTRAKHAND
You can contact Divya:
Soumya Foods Pvt Ltd
Mothrowala, Dehradun, Uttarakhand 248001
Phone: 01352533181, +917409993860
Email: soumyafoods.ddn@gmail.com
Website: keedajadihealth.com/contact.php
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मशरूम लेडी के नाम से मशहूर देहरादून की छोटी कद काठी की एक लड़की आज बड़े-बड़ों को रोजगार के हुनर सीखा रही है। नाम है दिव्या रावत।
मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में महारत हासिल कर चुकी दिव्या ने 35 से 40 डिग्री तापमान में मशरूम उत्पादन कर इस क्षेत्र में रोजगार की नई संभावनाओं को जन्म दिया है। जबकि आम धारणा यही है कि मशरूम उत्पादन कम तापमान (20 से 22 डिग्री) में ही संभव है।
दिव्या का घर न सिर्फ मशरूम की प्रयोगशाला है, बल्कि सीखने वालों के लिए किसी उच्च कोटि के संस्थान से कम नहीं। जहां वह सीखने वालों को न सिर्फ प्रेक्टिकल ज्ञान देती हैं, बल्कि थ्योरी भी समझाती है।
उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद करीब तीन वर्ष तक दिल्ली में एक संस्थान से दूसरे संस्थान में नौकरी करने के बाद दिव्या ने अपना काम करने की ठानी। वर्ष 2012 में शुरू हुआ दिव्या का यह सफर आज सौम्या फूड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में खड़ा है। एक ऐसी कंपनी जो कई लोगों को रोजगार देने के साथ सालाना लाखों के टर्नओवर तक पहुंच चुकी है।
इससे पूर्व दिव्या में डिपार्टमेंट ऑफ हॉर्टिकल्चर, डिफेंस कालोनी, देहरादून से एक हफ्ते का मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण प्राप्त किया। दिव्या आज कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, लेकिन मशरूम के लिए खाद तैयार करते हुए भूसे के ढेर में कूदते हुए देखकर उसे कोई नहीं कह सकता है कि यह वही लड़की है।
'पहले अपना काम खुद करो, फिर दूसरों को सीख दो'
बकौल दिव्या, एएमआईटीवाई विश्वविद्यालय नोएडा से बीएचडब्ल्यू में उच्च शिक्षा और इसके बाद इग्नू से सोशल वर्क में मास्टर डिग्री लेने के बाद यही सीखा, पहले अपना काम खुद करो, फिर दूसरों को सीख दो। फौजी अफसर स्व: तेज सिंह रावत की इस बेटी का आज मोथरोवाला क्षेत्र में एक तीन मंजिला मकान है। जिसमें पहली और दूसरी मंजिल में वह अपना मशरूम प्लांट चलाती है।
इस प्लांट में वर्ष भर में तीन तरह का मशरूम उत्पादित किया जाता है। सर्दियों में बटन, मिड सीजन में ओएस्टर और गर्मियों में मिल्की मशरूम का उत्पादन किया जाता है। बटन एक माह, ओएस्टर 15 दिन और मिल्की 45 दिन में तैयार होता है। मशरूम के एक बैग को तैयार करने में 50 से 60 रुपये लागत आती है, जो फसल देने पर अपनी कीमत का दो से तीन गुना मुनाफा देता है।
8 июл 2018