Biraha🙏 ke.. Pitamah.... Param Pujniya.. Pandhari Yadav 🌹Ji ki Jay ho.. Sat Sat.. Naman.. Very nice Biraha🙏🌹🌹🌹🌹🌹 hamar chunar charatDham nainagadh🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹...
जय हो बहुत बढिया बिरहा की प्रस्तुति पंधारी दादा की बिरहा में एक विधा आज भी उनके नाम से पहपट, छाप के बीच में उस विधा को लगाया जाता है तभी पूर्ण बिरहा होती है। जैसे भूमिका, सैर, टेरी ,पहपट, आल्हा, सदर, उतार क़व्वाली विदेसिया,उसी तरह पंधारी चच्चा वाली। जय हो पंधारी दादा जब तक बिरहा तब तक पंधारी दादा क नाम रही। अब ना मिली ए बाबू अब ना मिली नेनुआ क तरकारी अब ना मिली।
एक नंबर भाई आपका कोई जवाब नहीं आपने जो गीत को गाया बिरहा को फिर से जिंदा रखने की कोशिश की आरपी सिंह जी आपको बहुत-बहुत बधाई और सुरेंद्र नाथ यादव कभी जी को भी बहुत-बहुत बधाई मैं पंधारी खलीफा का पोता आप लोग का दिल से धन्यवाद देता हूं जय बिरहा जगत जय पंधारी दादा
@@SPY89 भाई माई के बरदान रहा की आप अपना गाना कभी सुन नही पाओगे इसलिए कोई भी रिकार्डिंग करने आता तो होता नही था भैया केवल दुखीराम बहुत हाथ बिनती जोड़े थे तब जाके शेरा से रनिया का बिरहा रिकॉर्डिंग करने के लिए बोले थे दादा जी