बड़े भाई राजकुमार जी सादर जय भीम नमो बुधाय आप जो अपने बिरहा के माध्यम से 85 मूलनिवासियों के जीवन को सुधरने समझने का जो कार्य आप कर रहे है ओ काबिले तारिफ है जिसके लिए मै आप का दिल से धन्यवाद देता हू l आप निरंतर कार्यक्रम चलाते रहिये हम लोग आप का बिरहा बड़े ध्यान से सुनते और समझते है विचार करते है धन्यवाद
आपकी बिरहा गायकी को सलाम है।मिशन को जिस तरह से समाज मे जनजागरण कर रहे इसका फल भी आपको मिलना चाहिए,आप जैसे लोगों विधानसभा जाकर शोषितों की लड़ाई लड़नी चाहिए।अब की बार राजकुमार।नमो बुद्धाय जय भीम जय संविधान जय विज्ञान।जय समाजवाद।❤❤से नमन है बड़े भाई आपको।
सौ मे नब्बे शोषित है शोषितों ने ललकारा है धन धरती और राज पाट में नब्बे भाग हमारा है दस का शासन नब्बे पर नहीं चलेगा नहीं चलेगा अबकी सावन भादों में गोरी कलाइयां कादों में बाबू जगदेव प्रसाद जी को कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏🙏
जय हो जय संविधान जय विज्ञान जय जवान जय किसान जय समाजवाद नामों बुद्धाय।आप महान हो जो अपने विचारों को निर्भीक होकर समाज में रखते हैं और लाखों लोग प्रभावित होंगे अभी तो शुरुआत है। आपकी मेहनत रंग लाएगी और बाबाओं को रसातल में पहुंचा दिया है आप ने शिक्षा रोजगार और स्वास्थ्य तथा नवजवान किसान को तबज्जों देते हैं जो आज की मूलभूत समस्या है।🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙋🙋🙋🙋🙋
बहुत अच्छा राजकुमार भैया जी आप समझ रहे हैं हमारे भोजन मूलनिवासी को लेकिन बहुजन मूलनिवासी समझ नहीं पा रहा है इसे आप समझाएं जगह और हम लोग भी प्रयास कर रहे हैं जगाने के लिए जुबान से टूटी हो क्षमा करना जय भीम जय भारत जय संविधान जय भारत