देश के लोग जितना इमान्दार नितीश जी को मानते है ऐसा नहीं है बिहार में आकर देखिए कितना भ्रष्टाचार है साधारण काम भी बिना घुस दिये काम नहीं होता है। और नितीश जी को केवल सत्ता चाहिए और इसके लिए कोई निती सिद्धांत नहीं है जैसा मोदी जी की सोच है उससे अलग नहीं है नितीश जी बिहार का भला नहीं हो सकता है नितीश जी की सरकार में।
अमित शाह जी ने फोन किया कि बैठक नहीँ होगी अकेले नीतीश is फिनिश अब गंगा जी मे बहुत पानी बह गया उम्र भी हो गई अब तो पद छोडन्स है और पार्टी बीजेपी में विलय करना है जीना है तो
जो अच्छा काम करेगा उसे दंड मिलना अवश्यंभावी है. यही है संस्था विशेष और पार्टी विशेष की असलियत. ये लोग बिगाड को सुधार के रुप देखते है. दरअसल ये मुफ्त की रोटी तोडने वालों का गिरोह है.
No small states hain unko total seats ka 10% and jo big states hain Unko 5% seaton mey enhancement hona chahiye to maintain the equilibrium in the country
Why can't We adapt USA Model of giving equal no of Senete Seats irrespective of the number of voters! Otherwise this would cause severe displeasure in South Indian States who have managed to limit population growth in their states&, Rewarding UP, Bihar etc who had not managed Family Planning&Other progressive reforms. GK Pillai
Nitish aur NATO ke pass Achcha Samay Hai Bharat Ke loktantra ko bachane ke liye Bharat Janata ki Khushiyan Laut aane ke liye ab Faisla Nahin Lenge to kab Lenge Kismat Bar Bar mauka Nahin Degi
It does not appear that Nitish and Naidu will take support back from Modi Feku as both these persons are now Communal and RSS person and their parties are also. Moreover, if Nitish will take back support, his parties MPs will be with Modi Feku as they would have been facilitated with khokas and there is no chance to keep themselves seperate from Modi. But in this process, Nitish will be zero and his politics will be ended.