EP 215
मुलायम सिंह यादव ने 4 दिसंबर 1993 को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। एक बार बातों ही बातों में आजम खान ने एक ईमानदार पुलिस इंस्पेक्टर की मांग की थी। लखनउ हैडक्वाटर से एसएस लौर को रामपुर में तैनात किया गया। एसएसपी रामपुर ने उन्हें स्वार में भेजा। एक दिन इंस्पेक्टर एसएस लौर ने आजम खां के चहेते चेयरमैन को जेल भेज दिया। इसके बाद डीजीपी वीएस माथुर ने इंस्पेक्टर एसएस लौर को वहां से हटाकर बरेली तैनात कर दिया।
एक इंस्पेक्टर का दिलचस्प किस्सा उस्मान सैफी की जुबानी
3 фев 2022