राधे राधे ,वृन्दावन धाम की जय । बांके बिहारी लाल की जय ।
ब्रज में ठाकुर जी के स्वरूप आज भी वृजवासियों को को देखते हैं । ऐसे ही हमारे साथ हैं बृजवासी मस्त राम जी । और ब्रज की काव्य में ऐसा कहा जाता है । मस्तराम मस्ती में आग बस्ती में । इसका मतलब है सदा ही खुश रहो और चिंताओं से दूर रहो । और हमारे ठाकुर जी को हंसाने के लिए भी थे धनसुखा और मनसुखा । जो अपनी बातों से ठाकुर जी को हंसाते थे और आज मस्त रामजी ब्रज वासियों और ब्रज के संतों का हँसाते हैं ।
#premanand_ji_maharaj #bankebiharitemple #radhavallabhmandir#parikrama #merovrindavan #laddugopal #premanand
20 май 2023