पं. नित्यानंद जी की मारवा प्रस्तुति उच्चकोटि का ध्यान है। मैहर घराने के सच्चे वारिस को मेरा शत शत नमन। आपके बांसुरी वादन में जो तसल्ली, सुकून और चेनदारी है वह अप्रतिम है।
आप संगीत के संत हैं। आपके वादन में प्रस्तुति का भाव अनुपस्थित है। यह बात आपके वादन को अनंत ऊंचाइयां प्रदान करती है। यह भग्वत स्तुति ही है। पं. को सादर प्रणाम।
Very grateful to the hosts for sharing. Pandit Haldipur is one of the last doyens. We should rejoice in his music as long as he is around to enthrall us. I completely empathize with the emotions of the host.