आज की पीढ़ी शायद ही इतना त्याग और बलिदान कर सकती हो नमन है उन महापुरूषों को जो अपने सत पर अडिग रहे। धन्यवाद प्रकाश जी माली को जिन्होंने अपनी मधुर आवाज में इस कहानी को शब्दो में पिरोया 7 जुलाई 2024 ❤
वाह, भाई प्रकाश जी माली आपको बहुत बहुत साधुवाद।। आपके जितना ज्ञानी और ये राग और ये भजन गाने का लहजा, शायद आपकी जगह कोई दूसरा नहीं ले सकेगा आने वाले समय में। भाई भाई आनंद आ गया