मानव प्रौद्योगिकी के मामले में हमेशा से विकासशील रहा है। इस विकास में उसका सबसे बड़ा सहायक अगर कोई रहा है तो वह है ऊर्जा। लेकिन ऊर्जा की सीमित मात्रा ने उसे अन्य विकल्पों पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया। और इसी कड़ी में पारंपरिक ऊर्ज स्रोतों पर अपनी निर्भरता कम करते हुए अब ऊर्जा के नए विकल्प बायोफ्यूल यानि जैव ईंधन के इस्तेमाल की बात हो रही है। बायोफ्यूल को 21वीं सदी का फ्यूल कहा जा रहा है। बायोफ्यूल की अवधारणा को अब पूरी दुनिया से मान्यता मिल रही है। भारत मे जरूरतों के हिसाब से केंद्रीय मंत्रिमंडल ने देश में जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति-2018 को मंजूरी दी है ताकि जैव ईंधन को बढ़ावा दिया जा सके। ऐसे मे आज विशेष के इस अंक में बात होगी बायोफ्यूल्स की, जानेंगे इसके तमाम पहलुओं को साथ ही साथ बात करेंगे देश की बायोफ्यूल नीति की
Anchor - Deepak Dobhal
Production - Akash Popli
Graphics - Nirdesh, Girish, Mayank
Editing - Bikas Chandra,Sarab Chadda, Jeebach
29 авг 2018