प्रसन्नता का कारण सन्तोष का प्रभाव, अप्रसन्नता का कारण सन्तोष का अभाव, सन्तुष्ट मन, स्वस्थ्य तन, दुनिया का सर्वश्रेष्ठ धन। हर श्रेष्ठ व्यक्ति की सबसे बड़ी निशानी यह होती है कि वह हर दूसरे व्यक्ति को अपने से अच्छा समझता है और हर एक को मोटीवेट करता है। बुद्धिमान व्यक्ति किसी बात पर निरूत्तर हो भी सकता है। परन्तु मूर्ख के पास हर बात का जबाब होता है। जीवन में कई बार ऐसा होता है जब न तो झूठ बोला जा सकता है और न ही सच, उस समय चुप रहना ही सबसे बड़ी सफलता है। संतोषी सदा सुखी