शब्द कीर्तन - गउड़ी महला ५ ॥
थिरु घरि बैसहु हरि जन पिआरे ॥ सतिगुरि तुमरे काज सवारे ॥१॥ रहाउ ॥ दुसट दूत परमेसरि मारे ॥ जन की पैज रखी करतारे ॥१॥ बादिसाह साह सभ वसि करि दीने ॥ अम्रित नाम महा रस पीने ॥२॥ निरभउ होइ भजहु भगवान ॥ साधसंगति मिलि कीनो दानु ॥३॥ सरणि परे प्रभ अंतरजामी ॥ नानक ओट पकरी प्रभ सुआमी ॥४॥१०८॥
Sri Guru Granth Sahib JI 201
...........
🙏🏻 Thanks For Watching This Hindi Gurbani Video
.............
🔊 For More Videos.. Go To These Playlist
- गुरबाणी उपदेश - • गुरबाणी उपदेश Gurbani ...
- साखी Stories के लिए - • साखी Saakhi
- Q - A - सवाल जवाब - • शंकाओं के जवाब Reply
- पाठ सुने • पाठ Paath
- जपजी साहिब उपदेश - • जपजी साहिब JapJi Sahib
- सुखमनी साहिब उपदेश - • सुखमनी साहिब Sukhmani ...
- Various Topics चर्चित विषय - • Various Topics गुरबाणी...
- सिख इतिहास - • सिख इतिहास Sikh History
- गुरबाणी खोज - • Discovering Gurbani गु...
- गुरबाणी Educational Video - • Educational शिक्षात्मक...
- ब्रह्माण्ड के बारे में Cosmology • ब्रह्माण्ड के बारे में...
19 апр 2024