शहजाद पूनावाला जी मुझे आज बहुत खुशी हुई कि आपने सुप्रिया बहनजी को उसी के लहजे में जवाब दिया। ज्यादा शिष्टाचार से कभी कभी कायरता का बोध होता है। सरकार यदि सही काम कर रही है तो निडर होकर जवाब दीजिए।
छिनार शब्द का प्रयोग सामान्यतः गलत महिला के लिए किया जाता है। सुप्रिया श्रीनेत का बोलने का तरीका और उसके आंख मुंह बनाने का तरीका महान गलत औरत जैसा ही है।
जो प्रवक्ता कहे कि प्रधानमंत्री आशाराम को Bail दे देते है, उससे तो बच के रहना चाहिए😊 उन्हें अपना ज्ञान बढ़ाना चाहिए कि Bail अदालत देती हैं न कि प्रधानमंत्री!
यह घोर अपमान जनक टिप्पणी है । मैं इन दोनों का घोर विरोधी हूं दोनों विवेकहीन, बुद्धिहीन, मर्यादाहीन और चाटुकार है। मैं इन्हें बहन-भाई मानता हूं । कृपया भविष्य में ऐसी स्तरहीन टिप्पणी न करें। यदि आपके द्वारा की गई टिप्पणी हट सकती है तो कृपा कर हटा दिजिए । जयहिंद, वंदेमातरम।
@@maratha8808 पति पत्नि बताना अपमान है ।भाई-बहन कहने में कोई आपत्तिजनक बात नहीं है । यदि आप छत्रपति शिवाजी महाराज के सच्चे अनुयाई है तो उन्होने एक खूबसूरत मुस्लिम महिला उनके दरबार में फरियाद लेकर आई थी उसकी खूबसूरती को देखकर कहा था "काश मेरी मां भी आप जैसी सुन्दर होती" ।
जब सभी को मालूम है कि ये औरत बहस नहीं बकवास करने आती है तो डेबेट में इसकी साथ क्यों चले आते हैं। ये औरत जवाब नहीं गाली गलौज करने आती है हद से ज्यादा बदतमीज।
कितना दर्द है कांग्रेसी सुप्रिया सीनेत सूपनेखा को 😍 इतना घनघोर बेज्जती करना प्रतिपक्ष नेता को जो पहली बार अपोजिशन में बैठा हो जो कई घोटालों का हलवा खाया हो जो हिंदू जाति से इतना नफरत करता हूं उसे बालक बुद्धि को सम्मान सहित धोना और रगड़ना अच्छी बात....😍
इस स्कूल में बदतमीज़ी करने के सभी हथकंडे सिखाये जाते हैं। कोर्स सफलतापूर्वक पूरा होने पर डिग्री प्रदान की जायेगी सुप्रिया श्रीनेत निदेशक / प्रधानाध्यापिका
भले ही राजीव ने सन 84 मे, सिक्खों का संहार कराया पर पंजाब, कनाडा, और इंग्लैंड के खालिस्तानी राहुल का पन्नू और अमृतपाल की तरह सम्मान करते हैं। फिर हिंदुत्व को देश के लिए सबसे बड़ा खतरा बताने वाले दत्तात्रेयी , जनेऊधारी गांधी को कोई शंकराचार्य क्यो नहीं बना देता? पूछती है बार मम्मी।
लोकसभा में यह प्रश्न लगाया जाना चाहिए कि सरकार से सुरक्षा प्राप्त करने वाले सांसद , स्पीकर/सभापति की अनुमति के बिना विदेश कैसे जा सकते हैं ? विदेश में इन सांसद की गतिविधियों का विवरण देशहित में सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
कई भले पत्रकारों को गाली दे चुकी है। महिला कार्ड खेलना आजकल फैशन हो गया है और जैसे पुरुष होना अपराध। पुरुष के साथ बदतमीजी क्यों कर रहे हो कोई नहीं बोलता। महिला के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए, पुरुष के साथ अच्छा व्यवहार करें, क्यों नहीं बोलते। इस कमबख्त सुप्रिया, नाम की सुप्रिया को कोई एंकर नहीं कहता, भाग यहां से।
यह काग्रेस प्रवक्ता रोज रोज अपनी बैजत्ती करवाने क्यो आ जाती है हर वार कोई ना कोई धोकर रख देता है यह फिर आ जाती है और आ कर कहती है मे महिला हू इस डिबेट मे अकेली महिला हू फिर क्यो आती है