बहुत सुन्दर भजन हैं जो लिखा हैं उसको बहुत शुभ कामनाये जय जय जगन्नाथ हैं प्रभु मे दुनिया का सबसे बड़ा पापी हूं इसीलिए मुझे आपके दर्सन नहीं मिलता हैं प्रभु कब आपके डोर लगेगा आपके श्री खेत्र धाम जाऊंगा दया करो प्रभु मुझ पर जय श्री जगन्नाथ ॐ नमः भगबते बासुदेबाय