प्रिय बेटी पार्वती! तुम्हें बेटी कहूं या नतिनी, बहुत ही मार्मिक और ननद -भाभी की कारुणिक , स्नेह भरा संवाद, साहित्य जगत में अनुपम है। बधाई और मंगल कामनाएं।
आपकी प्रिय बेटी या आपकी नतनी पार्वती सेन अब इस दुनिया में नही है ईश्वर से प्रार्थना करिए कि वो पार्वती सेन को अपने चरणो मे स्थान दें सर्प दंश से 23 जुलाई 20240 दिन मंगल वार सुबह 1105 पार्वती सेन जी का निधन हो गया 😭😭😭😭😭