राजस्थान मे आदिवासी का किया संस्कृति, रीति रिवाज, पर्व त्योहार है किसी से छिपा नहीं है, राजस्थान मे अपना संगठन तैयार करो, झारखंड मे भाजपा को मदद करने के लिए चुनाव लडवाया जा रहा है
सभी को चुनाव लडने का संवैधानिक अधिकार प्राप्त है लेकिन ये भी देखना है कि मेरे लडने से किसको लाभ / हानि तो समाज को नहीं हो रहा है? समाज का अगुआ बनना अलग बात है कहीं ये तो नहीं हो रहा है कि आपने आप को चमकाने की कोशिश तो नहीं है।
झारखंड के आदिवासी ही समस्त भारत का प्रतिनिधित्व करता है चाहे सरना धर्मकोड चाहे जल, जंगल, जमीन, राजस्थान के आदिवासी केवल आरक्षण का लाभ लेते हैं, कोई आदिवासी संस्कृति की पहचान भी नही बचा के रखा है