ॐ
भक्ति के रंगे रंग में हनुमान नज़र आए,
जब चीर दिया सीना, सियाराम नज़र
आए।
जब हरण हुआ सिया माँ का, तब वन वन में भटके,
तब लांघ समुन्दर को सिया माँ का पता लाये।
जब शक्ति लगी लक्ष्मण को प्रभु फूट फूट रोये,
द्रोणागिरि जाकर के, संजीवनी ले आए।।
जब राम लखन को छल कर,अहिरावण ले आया,
तोड़ी थी भुजा उसकी,जब सफल बचा लाये।।
भक्ति के रंगे रगं में,हनुमान नज़र आए,
जब चीर दिया सीना सियाराम नज़र आए ।।
-------------------------------------------------
16 апр 2024