ॐ
गीता भगवान ने हम भक्तों का आके किया उद्धार
कहीं पे बरसे गुरु की ममता
कहीं पे बरसे प्यार
जगत से नाता टूटे
गुरु तेरा साथ ना छूटे ।
मात पिता तुम मेरे
तुम साथी संग सहारे
तुमसे मिला है जीवन
तुम हो भगवान हमारे
कहाँ मिलेगी गुरु की ममता
और गुरु का प्यार ॥
कोई माँगे सोना, और कोई रुपया पैसा
कोई ना भगवान को माँगे
ये सब जग है कैसा
चलते- चलते इस दुनिया से
आज गया मैं हार ॥
माया की चक्कर में
दुनिया पागल सी डोले
थक जाए जब चलते चलते
गुरु से ऐसा बोलें
बीच भँवर में अटके भगवन
कर दो बेड़ा पार ॥
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8 сен 2024