ॐ
तुमने मुझको प्यार किया है जितना, कौन करेगा इतना
तुमने मुझ पर एहसान किया है जितना, कौन करेगा इतना।
तुमसे कैसे मिलन हुआ था, हम खुद समझ न पाए,
तेरे थे हम तेरे है हम तेरे ही रह जाये,
प्यार में तूने खींच के मुझको बना लिया है अपना कौन करेगा इतना।।
जब-जब मैं कुछ भूल गई थी, तुमने मुझको सँभाला,
गोद में अपनी मुझको बैठा कर, प्रेम का राग बजाया,
तेरी नज़र ने छिप के छिप के घायल किया है जितना कौन करेगा इतना।।
हम दोनों के प्यार में अब तो और न कोई आये,
चाँद चकोरी बन के जगत में प्रेम के गीत हम गायें,
कैसे कहें हम याद में तेरी जलते रहे है जितना कौन करेगा इतना।।
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16 апр 2024