मार्ग गुरु ने "बाबा नाम केवलम" ऐसा संकीर्तन सिद्ध करके व्यष्टि और समष्टि के कल्याण के लिये दिया है ,जिसके गाने से,सुनने से सिद्धि लाभ करते समाधि की अवस्था प्राप्त हो सकती है। इस कीर्तन को कोई भी कर सकता है,चाहे वह बौद्धिष्ट, जैनी,ईसाई, हिन्दू,मुस्लिम,सिख,कैथोलिक इत्यादि करके सिद्ध और मुक्त हो सकते हैं।बाबा परमपुरुष हैं।🙏🌹🙏